Yo Yo Honey Singh On Depression: यो यो हनी सिंह का दावा, दीपिका पादुकोण और शाहरुख खान ने डिप्रेशन के दौरान की मदद
Yo Yo Honey Singh On Depression यो यो हनी सिंह ने रिजेक्शन डिप्रेशन बाई-पोलर और शराबखोरी के बारे में भी बात की है।
नई दिल्ली, जेएनएनl यो यो हनी सिंह ने शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण को डिप्रेशन और बाई-पोलर डिसऑर्डर के खिलाफ उनकी लड़ाई में मदद करने के लिए धन्यवाद दिया। रैपर यो यो हनी सिंह कुछ समय के लिए इंडस्ट्री से दूर हो गए थे, अब उन्होंने रिजेक्शन, डिप्रेशन, बाई-पोलर और शराबखोरी के बारे में भी बात की है। हनी सिंह की यात्रा प्रेरणादायक रही है क्योंकि उन्होंने जोरदार वापसी की है और अपने हमलावरों को गलत साबित किया है।
एक बातचीत के दौरान हनी सिंह ने खुलासा किया कि उन्हें यह स्वीकार करने में 3-4 महीने लगे कि वह बीमार है, इसके बाद उनकी रातों की नींद हराम हो गई। अपने कठिन समय के दौरान हनी ने स्वीकार किया कि शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण ने उनकी मदद कीl दीपिका ने उन्हें उन डॉक्टरों के भी नंबर दिए, जिन्हें वह जानती थीं।
हनी सिंह ने कहा, 'वास्तव में, इंडस्ट्री के कई लोग हैं, जिन्होंने मेरा समर्थन किया है। शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण ने मेरी मदद कीl चूंकि दीपिका भी इसी तरह के दौर से गुजरी हुई हैं, इसलिए उन्होंने मुझे दिल्ली स्थित एक डॉक्टर का नंबर दिया था। सभी ने मेरे ठीक होने की प्रार्थना की।' हनी सिंह ने आगे कहा, 'एक कलाकार दर्शकों के लिए दर्पण की तरह होता है। हम अपने जीवन के हर हिस्से को साझा कर सकते हैं, तो यह क्यों नहीं?'
इस समय को याद करते हुए हनी सिंह ने कहा, 'मुझे याद है कि इस चरण के दौरान ऋतिक रोशन के लिए धीरे-धीरे बना रहे थे और यह उस समय की सबसे बड़ी हिट बन गया था।' 2016 में हनी सिंह ने बाई-पोलर से पीड़ित होने के बारे में बात की थी।
View this post on Instagram A post shared by Yo Yo Honey Singh (@yoyohoneysingh) on Sep 3, 2020 at 12:01am PDT
हनी सिंह ने कहा था, 'यह पहली बार है, जब मैं इसके बारे में बात कर रहा हूं क्योंकि मैं चाहता हूं कि मेरे प्रशंसकों को पता चले कि मेरे साथ क्या हुआ है, यह किसी को नहीं पता है और मैं एक प्रवक्ता बनकर खुद दुनिया को बताना चाहता था। 18 महीने मेरे जीवन का सबसे काला दौर था, और मैं किसी से बात करने की स्थिति में नहीं था। मुझे पता है कि ऐसी अफवाहें थीं कि मैं पुनर्वसन में था, लेकिन मैं अपने नोएडा के घर पर था। सच्चाई यह है कि मैं पीड़ित था। यह 18 महीनों तक चला, इस दौरान मैंने चार डॉक्टरों को बदला, दवा काम नहीं कर रही थी और चीजें पागल हो रही थीं।'