बर्थडे स्‍पेशल : 45 की उम्र में भी क्‍यों अकेली रह गईं तब्‍बू...

बॉलीवुड की बोल्‍ड अभिनेत्रियों का जब भी जिक्र किया जाएगा उनमें तब्‍बू का नाम जरूर रहेगा। आज उनका 45वां बर्थडे हैं, तो चलिए उनकी जिंदगी के बीते सालों के छुए-अनछुए पहलुओं से आपको रूबरू कराते हैं।

By Pratibha Kumari Edited By: Publish:Fri, 04 Nov 2016 10:28 AM (IST) Updated:Fri, 04 Nov 2016 02:09 PM (IST)
बर्थडे स्‍पेशल : 45 की उम्र में भी क्‍यों अकेली रह गईं तब्‍बू...

प्रतिभा गुप्ता, नई दिल्ली। 14 साल की उम्र में 'हम नौजवान' की रेप पीड़िता प्रिया से लेकर 'माचिस' में विद्रोह का शिकार हुई वीरन या फिर 'विरासत' की गांव की गोरी गहना हो या 'हू तू तू' की आत्मघाती हमलावर पन्ना, 'अस्तित्व' में गैर मर्द से संबंध रखने वाली शादीशुदा अदिति पंडित हो या 'चांदनी बार' की बार डांसर मुमताज, 'मकबूल' में डॉन की रखैल निम्मो हो या 'चीनी कम' में 64 साल के शेफ से इश्क लड़ाने वाली निना या फिर 43 साल की उम्र में 34 साल के बेटे की मां बनीं 'हैदर' की गजाला ...हर किरदार ने दर्शकों के दिलो-दिमाग पर एक अमिट छाप छोड़ी और इन सभी किरदारों को जीवंत बनाने वालीं सिर्फ एक अभिनेत्री हैं और वो हैं तब्बू। आज वो अपनी उम्र के 45वें पड़ाव पर पहुंच गई हैं तो चलिए हम उनकी जिंदगी के इन 45 सालों पर एक नजर डालते हैं और कुछ छुए-अनछुए पहलुओं से आपको रूबरू कराते हैं-

मिलिए तबस्सुम फातिमा हाशमी उर्फ तब्बू से
तब्बू का पूरा नाम तबस्सु्म फातिमा हाशमी है। मगर सभी उन्हें प्यार से तब्बू पुकारते थे और आगे चलकर यही नाम उनकी पहचान बन गया। उनका जन्म चार नवंबर 1971 को हैदराबाद में हुआ। मगर बचपन से ही उन्हें पिता का प्यार नहीं मिला। उनके माता-पिता जमाल हाशमी और रिजवाना का तलाक हो गया। एक बार तब्बू ने कहा था कि वो कभी अपने पिता का मुंह नहीं देखना चाहतीं। उनके लिए उनकी मां ही सबकुछ हैं।

रहा है फिल्मी फैमिली कनेक्शन
आज शबाना आजमी, स्मिता पाटिल जैसी अभिनेत्रियों की श्रेणी में गिनी जाने वालीं तब्बू का बचपन से फिल्मी जुड़ाव भी रहा है। बहुत कम लोगों को पता होगा कि वो शबाना आजमी और बाबा आजमी की भतीजी हैं और 80-90 के दशक की जानी मानी अभिनेत्री फराह नाज उनकी बहन हैं। दोनों बहनों के फिल्मी करियर में शबाना आजमी का भी अहम योगदान रहा है, क्योंकि उनकी मां नहीं चाहती थीं कि वो फिल्मों में काम करें।

बचपन में थीं खूब पढ़ाकू, गाती भी थीं अच्छा
तब्बू पढ़े-लिखे परिवार से ताल्लुक रखती हैं। पिता के न होने पर मां रिजवाना ने ही सारी जिम्मेयदारियां निभाईं। वो खुद एक टीचर थीं और उनके माता-पिता भी प्रोफेसर थे। ऐसे में घर का माहौल बिल्कुल पढ़ाई वाला था। तब्बू जैसा कि उनके व्यक्तित्व से झलकता है, बचपन में भी काफी शरीफ थीं। एक इंटरव्यू में उनकी बहन फराह ने इस बारे में बताया था कि तब्बू बहुत पढ़ाकू थीं और बहुत अच्छा गाती थीं। घर में सभी उनकी बहुत तारीफ करते थे और मुझे बहुत डांट पड़ती थी। उनका यह शौक आज भी बरकरार है।

14 साल की उम्र में बनीं रेप पीड़िता
हैदराबाद में जन्मी तब्बू 1983 में 12 साल की उम्र में मुंबई आ गईं, मगर काम करने के लिए नहीं बल्कि तब पढ़ने के लिए। हालांकि दो साल तक यहां सेंट जेवियर्स कॉलेज में शिक्षा हासिल करने के बाद उन्हें14 साल की उम्र में ही देव आनंद की फिल्मों 'हम नौजवान' में काम करने का मौका मिल गया। इसमें उन्होंने इतनी कम उम्र में ही रेप पीड़िता का संवेदनशील किरदार निभाया। ऐसा फैसला सिर्फ तब्बू जैसी अभिनेत्री ही ले सकती थीं। हालांकि वो सबसे पहले फिल्म 'बाजार' में नजर आई थीं। वहीं बतौर अभिनेत्री उनकी पहली फिल्म 'कुली नंबर वन' थी, जो तेलुगू में थी।

देव आनंद ने दी फिल्म इंडस्ट्री को तब्बू जैसी अभिनेत्री
तब्बू को फिल्म इंडस्ट्री में लाने का श्रेय देव आनंद को जाता है। उन्हें 1985 में अपनी निर्देशित फिल्म 'हम नौजवान' के लिए कम उम्र की कलाकार की जरूरत थी। रेप पीड़िता का किरदार काफी चुनौतीपूर्ण था। उन्होंने शबाना आजमी के घर तब्बू को देखा तो वो उन्हें पसंद आ गईं। उन्होंने शबाना को यह बात बताई और तब्बू की मां को फोन कर इस बारे में उन्होंन मनाने की काफी कोशिश की। मगर वो नहीं मानी, फिर देव आनंद ने यह जिम्मेदारी शबाना को सौंपी और वो तब्बू की मां को मनाने में कामयाब रहीं। इस तरह उनकी बॉलीवुड में एंट्री हुई।

जैकी श्रॉफ पर लगाया छेड़छाड़ का आरोप
तब्बू की जिंदगी से यह विवादित किस्सा भी जुड़ा है। तब्बू एक बार अपनी बहन फराह के साथ शूट पर गई थीं। तभी उन्होंने जैकी श्रॉफ पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया था। हालांकि बाद में इस बारे में कुछ भी साबित नहीं हो पाया, लेकिन जैकी श्रॉफ और तब्बू ने जिंदगी में कभी एक साथ काम नहीं किया।

अजय देवगन के साथ 'विजयपथ' से मिली असली पहचान
वैसे तो तब्बू को पहली बॉलीवुड फिल्म का ऑफर 1987 में बोनी कपूर ने दिया। उन्होंंने अपनी फिल्म 'प्रेम' में उन्हें संजय कपूर के अपोजिट साइन किया। मगर इस फिल्म को बनने में आठ साल लग गए। इस बीच तब्बू ने कुछ फिल्में भी की। मगर वो बॉक्स ऑफिस पर आईं और चली गईं। तब्बू को बॉलीवुड में असली पहचान 1994 में अजय देवगन के साथ फिल्म 'विजयपथ' से मिली। यह फिल्म सुपरहिट साबित हुई और तब्बू भी फिल्म इंडस्ट्री में छा गईं। इस फिल्म के लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री के पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।

दुनिया ने माना अभिनय का लोहा, कमर्शियल फिल्में भी की
14 साल की उम्र से ही गंभीर किरदार निभाने वालीं तब्बू के अभिनय का लोहा बड़े-बड़े दिग्गज मानते हैं। उन्होंने अपने अब तक के करियर में 'माचिस', 'विरासत', 'हू तू तू', 'अस्तित्व' से लेकर 'चांदनी बार', 'मकबूल', 'हैदर' जैसी यादगार फिल्में दी हैं। हाल ही में रिलीज हुई निशिकांत कामत की सस्पेंस-थ्रिलर फिल्म 'दृश्यम' में भी सख्त इंस्पेक्टार जनरल मीरा देशमुख के किरदार में दर्शकों की खूब वाहवाही लूटी। इतना ही नहीं, हिंदी, उर्दू, तमिल, तेलुगू और अंग्रेजी जैसी भाषाओं में महारत हासिल करने वालीं तब्बू 'द नेमसेक' और 'लाइफ ऑफ पाई' जैसी हॉलीवुड फिल्मों से पूरी दुनिया में भी अपने अभिनय का डंका बजा चुकी हैं। वहीं 'विजयपथ', 'साजन चले ससुराल', 'जीत', 'चाची 420', 'बीवी नंबर वन' और 'हम साथ साथ हैं' जैसी कई कमर्शियल फिल्में भी की हैं।

अमिताभ बच्चन से लड़ाया इश्क', शाहिद कपूर की बनीं मां
अपनी हर फिल्म में अलग-अलग किरदार से दर्शकों को चौंकाने वालीं तब्बू बॉलीवुड मेगास्टार अमिताभ बच्चन से भी इश्क लड़ा चुकी हैं। 2007 में आई फिल्म 'चीनी कम' में उन्होंने 34 साल की एक ऐसी महिला का किरदार निभाया, जिसे 64 साल के बुजुर्ग से प्यार हो जाता है। इस फिल्म को काफी सराहा गया था और यह तब्बू का दमदार अभिनय ही है, जिन्होंने उम्र के बीच इतने फासलों के बावजूद अमिताभ बच्चन के साथ बखूबी रोमांस किया, जिसे देख उनके बीच उम्र के फासलों का जरा भी एहसास नहीं हुआ। वहीं 2014 में आई फिल्म 'हैदर' में 34 साल के शाहिद कपूर की मां का किरदार निभाने से भी नहीं हिचकीं। दर्शक भी उनके इस फैसले से हैरान थे, मगर एक सच्चे कलाकार की यही तो पहचान होती है।

असल जिंदगी में भी तब्बू के प्यार के चर्चे खूब हुए आम
तब्बू अपनी निजी जिंदगी को लेकर भी काफी सुर्खियों में रहीं। असल जिंदगी में उनके प्यार के चर्चे भी खूब आम हुए। कभी संजय कपूर तो कभी साजिद नाडियाडवाला के साथ अफेयर को लेकर चर्चा में रहीं। मगर सबसे ज्यादा साउथ स्टार नागार्जुन के बेहद करीब रहीं। साजिद के साथ भी उनकी शादी की बात पहुंच गई थी। मगर तभी नागार्जुन उनकी जिंदगी में आ गए और उन्हें उनका साथ अच्छी लगने लगा। फिर दोनों को ही एक दूसरे से प्यार हो गया। हालांकि नागार्जुन पहले से ही शादीशुदा थे और वह अपनी पत्नी को तलाक नहीं देना चाहते थे। ऐसे में अपने रिश्ते का कोई भविष्य नहीं देखते हुए तब्बू ने उनसे अलग होने का फैसला कर लिया।

सरेआम किस करने को लेकर भी रहीं सुर्खियों में
एक समय में कुछ फिल्मों में नजर आए अभिनेता उपेन पटेल के साथ भी तब्बू के अफेयर की खबरें सामने आई थीं। उपेन उनसे उम्र में 10 साल छोटे थे और खबरों की मानें तो दोनों को एक नाइट क्लब में किस करते भी देखा गया था। हालांकि बाद में इन सब बातों को अफवाह बताया गया और कहा गया कि उपेन पब्लिसिटी पाने के लिए उनके नाम का इस्तेमाल कर रहे हैं। वो 'बिग बॉस' के आठवें सीजन में भी नजर आए थे और इन दिनों करिश्मा तमन्ना के साथ नजदीकियों को लेकर सुर्खियों में हैं।

जब लगा तब्बू पर ये गंभीर आरोप
तब्बू का विवादों से भी नाता रहा है। 1998 में राजस्थान में फिल्म 'हम साथ साथ हैं' की शूटिंग के दौरान उन पर भी काले हिरण के अवैध शिकार का आरोप लगा था। इसमें फिल्म की बाकी स्टार-कास्ट सलमान खान, सैफ अली खान, करिश्मा कपूर, सोनाली बेंद्रे और नीलम को भी आरोपी बनाया गया था। हालांकि बाद में वो इस आरोप से बरी कर दी गईं। मगर सलमान खान पर यह केस अब तक चल रहा है।

अब भी हैं कुंवारी, शादी पर दिया था मजेदार जवाब
तब्बू के कइयों के साथ अफेयर रहे, मगर उन्हें अब तक सच्चा प्यार और जीवनसाथी नहीं मिल सका। वो अब भी कुंवारी हैं और शादी के सवालों पर अक्सर उनका यही जवाब होता है कि जब उनके मनपसंद लायक कोई मिल जाएगा तो वो शादी कर लेंगी। एक बार तो उन्होंने इस सवाल का बहुत ही मजेदार जवाब दिया था। तब्बू ने कहा था कि उनसे और सलमान खान से शादी से जुड़े सवाल पूछने बंद कर देने चाहिए। वहीं, एक बार उन्होंने शादी पर बेबाक राय रखते हुए हुए कहा था कि शादी उचित कारणों से हो तो बेहतर है न कि सामाजिक दबाव के कारण।

हकीकत में जीना करती हैं पसंद
तब्बू ने अपनी जिंदगी के बारे में एक बार कहा था, 'मेरी जिंदगी बहुत ही सिंपल है। चाहे जितना भी खोद लो, कुछ नहीं निकलेगा।' वैसे आज जितनी बेबाक और हकीकत पसंद तब्बू हैं, कभी वो भी आम लड़कियों की तरह खूब फिल्मी सपने देखती थीं। वो भी ये सोचती थीं कि कहानियों की तरह असल जिंदगी में भी कोई राजकुमार आएगा और उनके कदमों में झुककर उन्हें अपने साथ चलने की पेशकश करेगा, मगर जल्द ही उन्होंंने सपनों की दुनिया छोड़ वास्तविकता की दुनिया से नाता जोड़ लिया।

कई भाषाओं में की फिल्में, हिट भी रहीं
1982 में पहली बार 'बाजार' में नजर आईं तब्बू अब 'दृश्यम' तक का सफर तय कर चुकी हैं। इस दौरान उन्होंने लगभग 80 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्होंने हिंदी के साथ ही तमिल, तेलुगू, मराठी, मलयालम और बंगाली फिल्मों में भी अभिनय किया। हॉलीवुड में भी उनका अहम योगदान रहा है। आज उनके नक्शे कदम पर चलते हुए कई बॉलीवुड अभिनेत्रियां हॉलीवुड में भी काम करने को बेकरार हैं। कुछ जानीमानी अभिनेत्रियां तो इसकी शुरुआत भी कर चुकी हैं।

तब्बू उर्फ लेडी आमिर खान
तब्बू ने अपने फिल्मी कैरियर में हर तरह के किरदार निभाए। तब्बू का इस बात पर हमेशा ध्यान केंद्रित रहा कि उनकी छवि एक हरफनमौला अभिनेत्री के रूप में बने। फिल्मों के चयन के मामले में तब्बू को 'लेडी आमिर खान' भी कह सकते हैं। तब्बू ने ऐसी फिल्मों को करने में खासी दिलचस्पी दिखाई, जिन्हें आमतौर पर अभिनेत्रियां नॉन कर्मिशयल फिल्में कहकर मुंह बिचका लेती हैं। जबकि तब्बू ने इसकी बिल्कुल भी परवाह नहीं की, बस अपने किरदार देखें और उन्हें जीवंत बना दिया।

पहली एक्ट्रेस जिसके नाम रिकॉर्ड अवॉर्ड्स, पद्मश्री से भी सम्मानित
तब्बू बॉलीवुड की एक ऐसी अभिनेत्री हैं, जिनके नाम रिकॉर्ड अवॉर्ड्स हैं। उन्हें फिल्मफेयर में अब तक चार बेस्ट एक्ट्रेस (क्रिटिक्स) अवॉर्ड मिल चुके हैं। उन्हें यह अवॉर्ड फिल्म 'विरासत', 'हू तू तू', 'अस्तित्व', 'चीनी कम' जैसी फिल्मों के लिए मिला। तब्बू को कई बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें पहले फिल्म 'माचिस और फिर 'चांदनी बार' के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया। इसके साथ ही अपने पहली फिल्म 'विजयपथ' में बेहतरीन अभिनय के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार मिला। इसके साथ उन्हें दो बार सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का फिल्मफेयर पुरस्कार (साउथ) भी मिल चुका है। तब्बू को 2011 में भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया।

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