Kareena Kapoor Khan के कज़िन अरमान जैन से मनी लॉन्ड्रिंग केस में ED की पूछताछ
पिछले हफ़्ते अरमान के साउथ मुंबई स्थित आवास पर ईडी की टीम ने छापा मारा था और केस से संबंधित कुछ दस्तावेज़ हासिल किये। यह उसी दिन की बात है जब अरमान के मामा राजीव जैन का निधन हुआ था जिसके बाद ईडी ने अपनी कार्यवाही रोक दी थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। करीना कपूर के कज़िन अरमान जैन मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों को लेकर प्रवर्तन निदेशालय के रडार पर आ गये हैं। बुधवार को अरमान पूछताछ के लिए ईडी के मुंबई स्थित दफ़्तर पहुंचे। पिछले हफ़्ते अरमान के घर पर ईडी की रेड के बाद उन्हें समन भेजा गया था।
यह दूसरी बार है, जब अरमान जैन को जांच एजेंसी ने तलब किया था। पिछले हफ़्ते भी उन्हें बुलाया गया था, पर निजी कारणों के चलते उन्होंने उपस्थित होने में असमर्थता ज़ाहिर की थी। पिंकविला की रिपोर्ट के अनुसार, अरमान का नाम शिव सेना के विधायक प्रताप सरनाइक के बेटे विहांग से नज़दीकियों के चलते केस में सामने आया है। विहांग के ख़िलाफ़ भी मनी लॉन्ड्रिंग केस में जांच चल रही है। उनसे भी ईडी ने पूछताछ की थी। प्रवर्तन निदेशालय प्रताप सरनाइक की सिक्योरिटी गार्ड कम्पनी टॉप्स ग्रुप के ख़िलाफ़ एक मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच चल रही है।
Mumbai: Armaan Jain reaches Enforcement Directorate (ED) office. He has been summoned by ED in an alleged money laundering case. pic.twitter.com/upDGQH0n1A
पिछले हफ़्ते अरमान के साउथ मुंबई स्थित आवास पर ईडी की टीम ने छापा मारा था और केस से संबंधित कुछ दस्तावेज़ हासिल किये। यह उसी दिन की बात है, जब अरमान के मामा राजीव जैन का निधन हुआ था, जिसके बाद ईडी ने अपनी कार्यवाही रोक दी थी। अरमान, राज कपूर की छोटी बेटी रीमा जैन और मनोज जैन के बेटे हैं। 2014 में अरमान ने लेकर हम दीवाना दिल फ़िल्म से बतौर लीड एकटर बॉलीवुड में डेब्यू किया था। इससे पहले उन्होंने कुछ फ़िल्मों में बतौर असिस्टेंट काम किया था। पिछले साल अरमान की अनीशा मल्होत्रा से शादी हुई है।
यह केस टॉप्स ग्रुप के पूर्व कर्मचारी रमेश अय्यर द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत से संबंधित है। अय्यर ने आरोप लगाया था कि 2014 में मुंबई मेट्रोपोलिटन क्षेत्रीय विकास प्राधिकरण के साथ करार किया गया था। इसमें 350 से 500 सुरक्षा गार्डों की आपूर्ति की जानी थी। सिक्योरिटी फर्म ने केवल 70 फीसदी गार्ड ही मुहैया करवाए। इसके एवज में भुगतान की गई राशि में से कुछ आरोपियों के निजी खाते में गई थी।