भूमि पेडनेकर के करियर में भी है सबकुछ 'शुभ मंगल', हर फ़िल्म देती है एक मैसेज

" 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' का सब्जेक्ट फ़िल्मों की दुनिया में भले ही नया हो मगर या परेशानी सालों से चली आ रही है। और 'शुभ मंगल सावधान' की कहनी भी आपके आस-पास सालों से हैं मगर, कोई इस बारे में बात ही नहीं करना चाहता।"

By Shikha SharmaEdited By: Publish:Fri, 01 Sep 2017 01:24 PM (IST) Updated:Fri, 01 Sep 2017 02:58 PM (IST)
भूमि पेडनेकर के करियर में भी है सबकुछ 'शुभ मंगल', हर फ़िल्म देती है एक मैसेज
भूमि पेडनेकर के करियर में भी है सबकुछ 'शुभ मंगल', हर फ़िल्म देती है एक मैसेज

मुंबई। भूमि पेडनेकर आज बॉलीवुड की नामी और बेहतरीन अभिनेत्रियों में से एक हैं। साल 2015 में फ़िल्म 'दम लगाके हईशा' से अपना बॉलीवुड डेब्यू करने वालीं भूमि ने इन तीन सालों में अपने पैर बॉलीवुड इंडस्ट्री में पूरी तरह जमा लिए हैं और तो और क्रिटिक्स की नज़रों में भी चढ़ गई हैं। बात की जाए उनके करियर ग्राफ की तो वो उनकी हाल ही में रिलीज़ हुई फ़िल्म 'शुभ मंगल सावधान' की तरह काफ़ी शुभ और मंगल है। 

भूमि पेडनेकर ने इन दिनों आयुष्मान खुराना के साथ मिलकर अपनी फ़िल्म 'शुभ मंगल सावधान' को बड़े ही जोश के साथ प्रमोट किया। भूमि और आयुष्मान को आपने इससे पहले भूमि की डेब्यू फ़िल्म 'दम लगाके हईशा' में देखा होगा। भूमि की अदाकारी और फ़िल्मों को लेकर उनका चुनाव अन्य अभिनेत्रियों से काफ़ी अलग है।

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1. भूमि ने एक्टिंग डेब्यू करने से पहले यश राज बैनर्स के तले असिस्टेंट कास्टिंग डायरेक्टर का काम किया था और वो भी पूरे छह सालों तक। कास्टिंग करने से लेकर खुद कास्ट बन जाने का भूमि का सफ़र काफ़ी दिलचस्प है। अब तक तीन फ़िल्में और तीनों फ़िल्मों में जनता को इन्होंने दिया है एक ख़ास मैसेज!

2. भूमि ने अपनी पहली फ़िल्म 'दम लगाके हईशा' के लिए 12 किलो वजन बढ़ाया था और फ़िल्म के रिलीज़ होने तक वो फिर से शेप में आ गई थीं। 'दम लगाके हईशा' के बाद भूमि को हमने अक्षय कुमार के साथ हाल ही में फ़िल्म 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' में भी देखा था। भूमि के निभाए गए किरदारों को ध्यान से देखा जाए तो आपको पता चलेगा कि उनका हर किरदार एक छोटे से गांव की आम लड़की का ही है जिसे भूमि ने हर बार बखूबी से निभाया है। 

3. भूमि अपनी फ़िल्मों की चॉइस से भी काफ़ी तारीफ़ें बटोरती हैं। 'दम लगाके हईशा' में वो एक ऐसी लड़की का किरदार निभा रही थी जो कि काफ़ी मोटी है और उनकी शादी होती है अपने सपनो के राजकुमार जैसे दिखने वाले आयुष्मान खुराना से जो इस मोटी लड़की से बिल्कुल प्यार नहीं करता। इसके बाद 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा" के ज़रिये अक्षय और भूमि ने स्वच्छता और हर घर में शौच जैसे गंभीर विषय को एक प्रेम कथा के ज़रिये पेश किया। 'शुभ मंगल सावधान' भी वैवाहिक जीवन में होने वाली परेशानियों की कहानी है, जिसे इस तरह आज तक किसी ने पेश नहीं किया है।

4. रियल लाइफ में भी भूमि का मानना है कि भले ही उन्होंने अपनी हर फ़िल्म में एक स्माल टाउन लड़की का किरदार निभाया है मगर उनकी हर फ़िल्म एक अलग ही कहानी पेश करती है। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "ये कहानियां आपके आस-पास ही हैं मगर, हम इसे बहुत नज़रअंदाज़ करते हैं। 'टॉयलेट: एक प्रेम कथा' का सब्जेक्ट फ़िल्मों की दुनिया में भले ही नया हो मगर यह परेशानी सालों से चली आ रही है। और 'शुभ मंगल सावधान' की कहानी भी आपके आस-पास सालों से हैं मगर, कोई इस बारे में बात ही नहीं करना चाहता।"

 

5.  गांव की आम लड़की के इन किरदारों के बाद भूमि अब गांव की डाकू के किरदार में भी नज़र आएंगी। ख़बरों की माने तो भूमि ने अपनी चौथी फ़िल्म सुशांत सिंह राजपूत के साथ साइन की है जिसे अभिषेक चौबे डायरेक्ट करेंगे जिन्होंने 'उड़ता पंजाब' और 'डेढ़ इश्क़िया' भी डायरेक्ट की थी। इस फ़िल्म की कहानी चम्बल के डाकूओं पर आधारित है। जी हां, आप इस फ़िल्म में भूमि और सुशांत दोनों को डाकूओं के किरदार में देखेंगे।

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