जागरण फिल्‍म फेस्टिवल: सिल्वर स्क्रीन पर कल्ट फिल्मों का मजा

छठे जागरण फिल्म फेस्टिवल का आगाज सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम में बासु चटर्जी की फिल्म चितचोर की स्क्रीनिंग के साथ बुधवार यानी आज होगा। दिन के आकर्षण में दोस्ती, नदिया के पार, आरती आदि फिल्में तो हैं हीं। इसके अलावा सबसे बड़े आकर्षण मसान, हैदर व आर्गो भी हैं।

By Tilak RajEdited By: Publish:Wed, 01 Jul 2015 08:22 AM (IST) Updated:Wed, 01 Jul 2015 08:33 AM (IST)
जागरण फिल्‍म फेस्टिवल: सिल्वर स्क्रीन पर कल्ट फिल्मों का मजा

अमित कर्ण, नई दिल्ली। छठे जागरण फिल्म फेस्टिवल का आगाज सिरीफोर्ट ऑडिटोरियम में बासु चटर्जी की फिल्म चितचोर की स्क्रीनिंग के साथ बुधवार यानी आज होगा। दिन के आकर्षण में दोस्ती, नदिया के पार, आरती आदि फिल्में तो हैं हीं। इसके अलावा सबसे बड़े आकर्षण मसान, हैदर व आर्गो भी हैं।

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मसान कान फिल्म फेस्टिवल में धूम मचाकर आई है, जबकि हैदर नेशनल अवार्ड विनर फिल्म है। आर्गो दो साल पहले एकेडमी बाफ्टा व सीजर पुरस्कारों की शान रही थी। यह बेन एफ्लेक की फिल्म है जो यादगार फिल्में देने के लिए मशहूर हैं। इस साल उनकी गॉन गर्ल भी दुनिया भर में धूम मचा रही है।

इनके अलावा सराहनीय व पॉपुलर दोनों श्रेणियों की फिल्में भी फेस्टिवल के बुके में हैं। मिसाल के तौर पर थ्री ईडियट्स, पीके, एनएच-10, डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी, दम लगा के हईसा, मार्गरिटा विद ए स्ट्राट, बर्डमैन, हिरोशिमा जैसी कल्ट फिल्में भी हैं, जिन्हें बड़े पर्दे पर देखना अलहदा अनुभव होगा।

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अमेरिकी फिल्मों की स्क्रीनिंग नायाब अनुभव

दिल्लीवालों के लिए नायाब अनुभव अमेरिकी फिल्मों की स्क्रीनिंग भी है। कस्तूरबा गांधी मार्ग पर अमेरिकी सेंटर के ऑडिटोरियम में फॉरेस्ट गम्प, रॉकी, शिकागो, ऐन अमेरिकन इन पेरिस और मिलियन डॉलर ऑर्म जैसी फिल्में सिनेप्रेमियों को दिखाई जाएंगी। इस बार राजश्री बैनर की चुनिंदा बेहतरीन फिल्में रेट्रोस्पेक्टिव खंड की शान हैं। इनमें जीवन-मृत्यु, मैंने प्यार किया, सारांश, नदिया के पार, सावन को आने दो, चितचोर, दुल्हन वही जो पिया मन भाए, गीत गाता चल, सौदागर व उपहार प्रमुख हैं। इनमें से मैंने प्यार किया, नदिया के पार, सारांश, जीवन-मृत्यु जैसी हिंदी सिने इतिहास की सफलतम व बहुचर्चित फिल्में हैं। दर्शक व समीक्षक बिरादरी में इनका नाम आदर के साथ लिया जाता है।

फेस्टिवल के दौरान इंडियन फीचर, जागरण शॉर्ट्स, सिनेमा ऑफ द सेलर्स और डेब्यू डायरेक्टर श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा आयोजित की गई है। इनमें अपना कौशल दिखाने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा। इस बार टॉप शॉर्ट कैटेगरी बनाई गई है। इसमें फ्रांस, कोरिया, आयरलैंड व ईरान की बेहतरीन फिल्में सिनेप्रेमियों के लिए सौगात सरीखी हैं। दर्शक मराठी व अरबी फिल्मों का भी आनंद ले सकेंगे।

दूसरे दिन से फेस्टिवल के गुलदस्ते में सिने प्रेमियों व फिल्म निर्माण में कदम रखने के इच्छुक लोगों के लिए ढेर सारी चीजें हैं। सिने प्रेमी फिल्में देखने के अलावा फिल्म जगत के जानकारों के अनुभव का लाभ मास्टर क्लास में उठा सकेंगे। फेस्टिवल के दूसरे दिन से अलग-अलग फिल्मकार, समीक्षक, कलाकार सिनेमा से संबंधित मसलों पर परिचर्चाएं करेंगे। मिसाल के तौर पर फिल्म समीक्षक मयंक शेखर, शुभ्रा गुप्ता, मिहिर पांड्या, कावेरी बामजेई व अजय ब्रह्मात्ज फिल्म समीक्षा की तकनीकियों व बारीकियों से सिने प्रेमियों को अवगत कराएंगे। सुभाष घई, पूजा भट्ट, मुकेश छाबड़ा और जूही चतुर्वेदी से फिल्मों के निर्माण, अभिनय, कास्टिंग और लेखन पर गहन बातचीत और चर्चाएं होंगी।

शनिवार सुबह साढ़े दस बजे कृष्णा मूर्ति स्टिल फोटोग्राफी की वर्कशॉप लेंगे। रविवार को उसी टाइम स्लॉट पर सोमनाथ सेन फिल्म निर्माण पर प्रकाश डालेंगे।

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