Election 2019: अनंतनाग सीट पर पहले चरण के मतदान कल, त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रहेंगे मतदान केंद्र

अनंतनाग संसदीय सीट के लिए 23 अप्रैल 29 अप्रैल व छह गई को मतदान होना है। सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए जम्मू संभाग से सुरक्षाबलों की 100 अतिरिक्त कंपनियां वहां पहुंच गई हैं।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Mon, 22 Apr 2019 12:38 PM (IST) Updated:Mon, 22 Apr 2019 12:38 PM (IST)
Election 2019: अनंतनाग सीट पर पहले चरण के मतदान कल, त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रहेंगे मतदान केंद्र
Election 2019: अनंतनाग सीट पर पहले चरण के मतदान कल, त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रहेंगे मतदान केंद्र

जम्मू, राज्य ब्यूरो। सुरक्षा की दृष्टि से अति संवेदनशील अनंतनाग संसदीय क्षेत्र में सेना-सुरक्षाबलों में बेहतर समन्वय से मतदान को कामयाब बनाया जाएगा। आतंकवादियों, अलगाववादियों पर भारी दवाब बनाकर चुनाव को कामयाब बनाने की रणनीति के तहत संसदीय क्षेत्र में अगले तीन चरणों में मतदान होना है। मंगलवार 23 अप्रैल को संसदीय क्षेत्र के सिर्फ अनंतनाग जिले में ही मतदान होगा। जिले में 714 मतदान केंद्रों में 642 अति संवेदनशील हैं तो 72 संवेदनशील हैं। इन सभी मतदान केंद्रों पर त्रिस्तरीय सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त रहेंगे।

सुरक्षा बल इन मतदान केंद्रों की सुरक्षा को लेकर सोमवार से ही हाई अलर्ट रहेंगे। वे सोमवार से मतदान केंद्रों में जिम्मेदारी संभाल लेंगे। मतदान के दौरान हालात बिगडऩे की स्थिति में फौरन सेना को बुला लिया जाएगा। बनाए गए सिक्योरिटी प्लान के तहत क्षेत्र में अतिरिक्त रोड ओपनिंग पार्टियों की तैनाती के साथ क्विक रिएक्शन टीमों की संख्या भी बढ़ाई गई। कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवा पर प्रतिबंध लगाने के साथ कुछ संवेदनशील इलाकों में ट्रैफिक रूट भी बदले जाएंगे।

कश्मीर में अनंतनाग संसदीय सीट के लिए 23 अप्रैल, 29 अप्रैल व छह गई को मतदान होना है। ऐसे में क्षेत्र में सुरक्षा को पुख्ता बनाने के लिए जम्मू संभाग से सुरक्षाबलों की 100 अतिरिक्त कंपनियां वहां पहुंच गई हैं। जम्मू से 80 अतिरिक्त कंपनियों के वहां पहुंचने की प्रक्रिया इस समय जारी है। जम्मू से रवाना हुए ये अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी पहले कश्मीर के अनंतनाग, उसके बाद 29 अप्रैल को कुलगाम व फिर 6 मई को शेपियां में मतदान की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।

कल होंगा पहले चरण का मतदान

पहले चरण के मतदान के लिए अनंतनाग जिला में चुनाव प्रचार थम गया है। पीडीपी, कांग्रेस, नेशनल कांफ्रेंस समेत अन्य उम्मीदवारों ने अनंतनाग जिले में अंतिम दिन प्रचार में सारी ताकत झोंकी। इस संसदीय सीट पर दूसरे चरण में 29 अप्रैल को कुलगाम और 6 मई को तीसरे चरण में शोपियां व पुलवामा जिलों में मतदान होगा। आज उम्मीदवार घर घर जाकर प्रचार करेंगे। इस सीट से पीडीपी की प्रधान महबूबा मुफ्ती चुनाव लड़ रही हैं। महबूबा ने पिछले काफी समय से अनंतनाग में ही डेरा डाला हुआ है। कांग्रेस की तरफ से पार्टी के प्रदेश प्रधान जीए मीर चुनाव मैदान में है। मुफ्ती परिवार अनंतनाग संसदीय क्षेत्र से ही ताल्लुक रखता है, इसलिए महबूबा मुफ्ती के लिए इस सीट को बचाना प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है। भाजपा के सोफी यूसुफ, पैंथर्स पार्टी के निसार अहमद वानी, पीपुल्स कांफ्रेंस के चौधरी जफर अली समेत 18 उम्मीदवार मैदान में है।

2016 से खाली है अनंतनाग संसदीय सीट

अनंतनाग संसदीय सीट वर्ष 2016 से खाली पड़ी है। सुरक्षा कारणों से इस संसदीय सीट को भरने के लिए उपचुनाव करवाना संभव नहीं हो पाया था। इस संसदीय सीट से वर्ष 2014 में सांसद बनी महबूबा मुफ्ती ने अपने पिता मुफ्ती मोहम्मद सईद के निधन के बाद मुख्यमंत्री बनने के लिए यह सीट जून 2016 में खाली कर दी थी। तीन सालों से यह सीट खाली पड़ी हुई है। भारतीय चुनाव आयोग ने वर्ष 2017 में इस संसदीय सीट के लिए मतदान करवाने की तैयारी की थी। उस समय की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अनंतनाग के बिगड़े सुरक्षा हालात का हवाला देकर चुनाव टालने की पैरवी की थी। ऐसे में उपचुनाव संभव नहीं हो पाया। उस समय उपचुनाव में पीडीपी प्रधान महबूबा मुफ्ती ने अपने छोटे भाई तस्सद्दुक मुफ्ती को चुनाव में उतारा था तो कांग्रेस से प्रदेश अध्यक्ष जीए मीर चुनाव में मैदान थे।

पांच लाख मतदाता करेंगे अपने मताधिकार का प्रयोग

अनंतनाग संसदीय क्षेत्र के लिए तीन चरणों में पहले जिला अनंतनाग में 23 अप्रैल को सुबह 7 से शाम 4 बजे तक मतदान होने जा रहा है। यह जिला 6 विधानसभा क्षेत्रों में फैला हुआ है, जिसमें अनंतनाग, डुरु, कोकरनाग, शांगस, बिजबिहाड़ा और पहलगाम शामिल हैं। इस दक्षिण कश्मीर के जिले में 529256 मतदाता हैं, जिनमें 269603 पुरुष, 257540 महिलाएं, 2102 सेवा मतदाता और 11 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं।

मतदान के लिए, चुनाव आयोग ने जिले में 714 मतदान केंद्र स्थापित किए हैं। चुनाव मैदान में जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के उम्मीदवार हसनैन मसूदी, भाजपा के सोफी यूसुफ, कांग्रेस के गुलाम अहमद मीर, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की महबूबा मुफ्ती, नेशनल पैंथर्स पार्टी के निसार अहमद वानी, जम्मू कश्मीर पीपुल्स कांफ्रेंस के जफर अली, मानव रचना पार्टी के संजय कुमार धर, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के सुरिंदर सिंह और निर्दलीय इम्तियाज अहमद राथर, रिदवाना अहमद, रियाज अहमद भट, जुबैर मसूद, शम्स ख्वाजा, अली मोहम्मद वानी, मोहम्मद वानी, मो. कासिर अहमद शेख, मंजूर अहमद खान और मिर्जा सज्जाद हुसैन बेग उम्मीदवार हैं।

कोकरनाग विधानसभा क्षेत्र में सबसे अधिक 93874 मतदाता हैं, जबकि डुरू में सबसे कम 79029 मतदाता हैं, जिनमें 40764 पुरुष, 37889 महिला और 374 मतदाता हैं। बिजबेहारा विधानसभा क्षेत्र में 93516 मतदाता, शांगस में 89405 मतदाता, पहलगाम में 86735 और अनंतनाग में 86699 मतदाता हैं। विधानसभा क्षेत्र बिजबेहाड़ा में सबसे अधिक 46225 महिला मतदाता हैं। अनंतनाग जिले के विधानसभा क्षेत्रों में, शांगस में कुल 1031 सेवा निर्वाचक हैं जो जिले में सबसे अधिक है।

जगटी में कश्मीरी पंडितों से मांगा समर्थन

प्रचार के अंतिम दिन रविवार को मानवाधिकार नेशनल पार्टी के उम्मीदवार संजय धर वोट मांगने के लिए नगरोटा के जगटी स्थित कश्मीर पंडितों के कैंप में पहुंचे। संजय धर ने आतंकवाद के दौर में पलायन को मजबूर हुए कश्मीरी समुदाय के विकास व उनकी सम्माजनक वापसी जैसे मुद्दों को लेकर समुदाय के सदस्यों से समर्थन मांगा। इससे पहले प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रविन्द्र रैना ने शनिवार को जगटी में अनंतनाग के रहने वाले कश्मीर पंडितों से भाजपा उम्मीदवार के लिए समर्थन मांगा था।

शांतिपूर्ण चुनाव करवाना बड़ी चुनौती

अनंतनाग संसदीय क्षेत्र के चार ङ्क्षहसाग्रस्त जिलों अनंतनाग, शोपियां, कुलगाम व पुलवामा में चुनाव करवाना एक बहुत बड़ी सुरक्षा चुनौती है। वर्ष 2016 में दक्षिण कश्मीर में हिज्ब के कमांडर बुरहान वानी की मौत के बाद से इन जिलों में ङ्क्षहसा भड़काने के लिए अलगाववादियों की साजिशों के साथ आतंकवादी भी बड़ी वारदातें करते आए हैं। इनमें पुलवामा फिदायीन हमला भी शामिल है। इस बार भी आतंकवादियों की ओर से चुनाव विरोधी धमकियां जारी की जा रही हैं। इसके साथ अलगाववादियों की ओर से भी लोगों को हिदायत दी गई है कि वे कश्मीर में मतदान से दूर रहें।

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