Lok Sabha Election 2024: 'मोदी का परिवार' ही नहीं, विपक्ष के इन हमलों को भी बीजेपी बना चुकी है चुनावी हथियार

Lok Sabha Election 2024 लालू यादव की ओर से पीएम मोदी पर परिवार को लेकर टिप्पणी की गई थी जिसके बाद बीजेपी ने इसे एक चुनावी मुद्दा बनाते हुए मोदी का परिवार अभियान शुरू कर दिया। लेकिन यह पहला मौका नहीं है जब बीजेपी ने विपक्ष के हमले को अपना हथियार बना लिया। पिछले दो लोकसभा चुनावों में भी बीजेपी ऐसे ही पलटवार कर चुकी है।

By Jagran NewsEdited By: Sachin Pandey Publish:Wed, 20 Mar 2024 09:01 PM (IST) Updated:Wed, 20 Mar 2024 09:01 PM (IST)
Lok Sabha Election 2024: 'मोदी का परिवार' ही नहीं, विपक्ष के इन हमलों को भी बीजेपी बना चुकी है चुनावी हथियार
Lok Sabha Election 2024: पीएम पर निजी हमले का दांव विपक्ष पर ही भारी पड़ जाता है।

चुनाव डेस्क, नई दिल्ली। चुनावों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे का भाजपा को सीधा लाभ मिलता है। विपक्ष भी यह बात समझता है और इसीलिए पीएम मोदी पर निशाना साधने का मौका कभी नहीं छोड़ता है। लेकिन पीएम पर निजी हमले का दांव हमेशा विपक्ष पर ही भारी पड़ जाता है। पिछले लोकसभा चुनावों में भी ऐसे कई उदाहरण देखने को मिले हैं, जब पीएम मोदी पर हुए हमले को भाजपा ने चुनावी हथियार के रूप में इस्तेमाल किया और उसे खूब भुनाया भी।

इस बार भी बीजेपी ने चालाकी दिखाते हुए विपक्ष के हमले को हथियार बना लिया। गौरतलब है कि 3 मार्च को पटना में आयोजित महागठबंधन की रैली में लालू यादव ने पीएम मोदी पर परिवार को लेकर टिप्पणी की थी। बदले में भाजपा ने इसे मुद्दा बना लिया और अगले ही दिन 'मोदी का परिवार' कैंपेन की शुरूआत कर दी। बीजेपी ने इसके माध्यम से संदेश देने का प्रयास किया कि पूरा देश ही पीएम का परिवार है।

सोशल मीडिया पर चलाया अभियान

बीजेपी ने 'मोदी का परिवार' कैंपेन को सोशल मीडिया के माध्यम से खूब प्रमोट किया, जिसके तहत पार्टी के सभी बड़े नेताओं और मंत्रियों ने अपने एक्स हैंडल में नाम के साथ 'मोदी का परिवार' जोड़ दिया। कई लोगों ने भी इस अभियान में हिस्सा लिया और अपने नाम में 'मोदी का परिवार' शब्द जोड़ा।

पहले भी उल्टा पड़ चुका है दांव

पीएम पर हमले का दांव उल्टा पड़ने का यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले 2014 के लोकसभा चुनाव में जब भाजपा ने मोदी को पीएम कैंडिडेट बनाया था, तब एक बयान में कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने उन्हें चायवाला कहकर संबोधित किया था। तब भाजपा ने इसे एक बड़ा हथियार बनाते हुए 'चाय पे चर्चा' कैंपेन की शुरूआत कर दिया था।

बीजेपी ने देशभर में इसके तहत कार्यक्रम आयोजित किए, जिसमें टी स्टॉल एवं बड़ी-बड़ी टीवी स्क्रीन लगाई जाती थीं और मोदी इन कार्यक्रमों में लोगों से जुड़ते और चाय पे चर्चा करते थे। तकरीबन 300 शहरों में ये स्टॉल लगाए गए थे। मोदी ने अपने संबोधन में मणिशंकर के बयान पर पलटवार भी किया था।

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मैं भी चौकीदार

इसी तरह 2019 के लोकसभा चुनाव में भी राहुल गांधी ने भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाया था और प्रधानमंत्री मोदी पर आरोप लगाते हुए कहा था कि चौकीदार चोर है। इसके बाद भाजपा ने इस मुद्दे को भी हाथों-हाथ लिया और पलटवार करते हुए 'मैं भी चौकीदार' का कैंपेन शुरू कर दिया। उस वक्त भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ-साथ आम लोगों ने भी अपने नाम के आगे 'मैं भी चौकीदार' लिख लिया था। प्रधानमंत्री ने चुनावी रैली में भी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाया था।

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