चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का मामला आया सामने, प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

वर्षो पूर्व दुनिया छोड़ कर गए लोगों के नाम वोटर लिस्ट में आज भी जिंदा है। साफ है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह गड़बड़ी हुई है।

By Mangal YadavEdited By: Publish:Tue, 09 Apr 2019 02:55 PM (IST) Updated:Tue, 09 Apr 2019 02:55 PM (IST)
चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का मामला आया सामने, प्रशासन ने दिए जांच के आदेश
चुनाव से पहले वोटर लिस्ट में गड़बड़ी का मामला आया सामने, प्रशासन ने दिए जांच के आदेश

गाजियाबाद[अजय सक्सेना]। वर्षो पूर्व दुनिया छोड़ कर गए लोगों के नाम वोटर लिस्ट में आज भी जिंदा है। साफ है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण यह गड़बड़ी हुई है। मृत लोगों के नाम वोटर लिस्ट में होने और जीवितों के नाम कटने से लोगों में अधिकारियों के प्रति नाराजगी है। अब ऐसे में फर्जी मतदान रोकना प्रशासन के लिए चुनौती साबित होगा।

दो दिन बाद होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए अधिकारियों ने पूरी तैयारियां कर ली हैं। सोमवार को बीएलओ द्वारा बेहटा हाजीपुर गांव के पास स्थित शिव वाटिका कॉलोनी में युवक ने वोटरों को उनकी मतदान पर्ची बांटी। पर्चियां मिलने पर कुछ मतदाताओं के चेहरे खिल उठे। जबकि कुछ लोग वोटर लिस्ट से नाम कटने के चलते बैरंग लौट गए। लोगों का आरोप था कि पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान वोट डाली थी लेकिन इस बार वोट काट दी गई है।

उधर, कई वर्षों पूर्व दुनिया छोड़कर जाने वालों के नाम वोटर लिस्ट में देखकर लोग भड़क उठे। लोगों का आरोप था कि अधिकारियों कर्मचारियों ने आफिसों में बैठकर ही लिस्ट तैयार कर दी है। लिस्ट में थे कई मृतकों के नाम: शिव वाटिका कॉलोनी के लोगों ने बताया कि कैलाश चंद, निसार अहमद और मोहम्मद इब्राहिम की मौत कई साल पूर्व हो गई है।

इसके बावजूद सभी का नाम वोटर लिस्ट में बरकरार है। लोगों ने मृत लोगों की मतदान पर्चियां भी दिखाईं। उपजिलाधिकारी आदित्य कुमार प्रजापति का कहना है कि मामला संज्ञान में आया है। जांच कराकर उचित कार्रवाई की जाएगी। बता दें कि गाजियाबाद में लोकसभा चुनाव 11 अप्रैल को होगा।

chat bot
आपका साथी