पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे के प्रसारण को चंद्रबाबू नायडू ने बताया आचार संहिता का उल्‍लंघन, आयोग को पत्र लिखा

चंद्रबाबू नायडू ने निर्वाचन अयोग को पत्र लिखकर पीएम मोदी के बदरीनाथ और केदारनाथ में पूजा अर्चना के निजी कार्यक्रम के लगातार प्रसारण को आदर्श आचार संहिता का उल्‍लंघन बताया है।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Sun, 19 May 2019 05:34 PM (IST) Updated:Sun, 19 May 2019 06:06 PM (IST)
पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे के प्रसारण को चंद्रबाबू नायडू ने बताया आचार संहिता का उल्‍लंघन, आयोग को पत्र लिखा
पीएम मोदी के केदारनाथ दौरे के प्रसारण को चंद्रबाबू नायडू ने बताया आचार संहिता का उल्‍लंघन, आयोग को पत्र लिखा

नई दिल्‍ली, एजेंसी। तेदेपा प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू (TDP chief N. Chandrababu Naidu) ने रविवार को निर्वाचन अयोग को पत्र लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के बदरीनाथ (Badrinath) और केदारनाथ (Kedarnath) में पूजा अर्चना के 'निजी कार्यक्रम' के 'लगातार' प्रसारण किए जाने को आदर्श आचार संहिता (election commission) का उल्‍लंघन बताया है। उन्‍होंने कहा है कि इस तरह के प्रसारण पर रोक लगाई जानी चाहिए।  

गौरतलब है कि चंद्रबाबू नायडू इन दिनों नई दिल्‍ली में और चुनाव नतीजों से पहले ही गैर भाजपा मोर्चे के पक्ष में विपक्षी दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। मुख्‍य निर्वाचन आयुक्‍त सुनील आरोरा को लिखे पत्र में नायडू ने कहा है कि यदि प्रधानमंत्री के केदारनाथ और बदरीनाथ में पूजा कार्यक्रम का निरंतर प्रसारण बंद नहीं किया जाता तो यह आदर्श आचार संहिता का उल्‍लंघन होगा। निर्वाचन आयोग का यह दायित्‍व है कि वह आचार संहिता का पालन सुनिश्चित करे। 

उन्‍होंने कहा है कि मोदी अपने निजी कार्यक्रम के तहत 19 मई तक बदरीनाथ और केदारनाथ के दौरे पर रहे। इस दो दिन के दौरे का टीवी चैनलों ने लगातार प्रसारण किया। यह आदर्श आचार संहिता का उल्‍लंघन है। इस तरह का प्रसारण मतदाताओं को अप्रत्‍यक्ष तौर पर प्रभावित करता है। अत: निर्वाचन अयोग को इस तरह के प्रसारण पर रोक लगाना चाहिए। तेदेपा चीफ ने कहा कि मैं निर्वाचन आयोग से आग्रह करता हूं कि वह ऐसे प्रसारण पर तत्‍काल रोक लगाए। 

बता दें कि सातवें एवं अंतिम चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले केदारनाथ धाम पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरी तरह से आध्यात्मिक रंग में रंगे नजर आए। इस दौरान उन्होंने गर्भगृह में रुद्राभिषेक किया। मंदिर की परिक्रमा के बाद अपने ड्रीम प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया। उन्‍होंने निर्माणाधीन शंकराचार्य समाधि स्थल, सरस्वती घाट और सुरक्षा दीवार का जायजा भी लिया। करीब दो बजे वह साधना के लिए ध्यान गुफा में चले गए। रात को वहीं विश्रम करेंगे। 

सनद रहे कि चुनाव के आखिरी चरण के मतदान और नतीजों से पहले ही विपक्षी खेमे ने नई सरकार बनाने की संभावनाओं को लेकर साझा मोर्चा बनाने की कसरत शुरू कर दी है। यह कवायद बड़े दलों की ओर से नहीं, बल्कि क्षेत्रीय दल तेलुगु देसम पार्टी (तेदेपा) की ओर से की गई है। तेदेपा प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने शनिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत विपक्षी खेमे के कई नेताओं से भेंट कर सरकार बनाने की पहल पर चर्चा की। 

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