क्या लालू प्रसाद यादव के दामाद की जीत में रहा PM मोदी की रैली का योगदान !

PM की रैली से कांग्रेस उम्मीदवार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद चिरंजीव राव की राह आसान होने की बात सुनकर चौंकने की जरूरत नहीं है। यहां पढ़िए पूरी स्टोरी।

By JP YadavEdited By: Publish:Fri, 25 Oct 2019 10:46 AM (IST) Updated:Fri, 25 Oct 2019 10:46 AM (IST)
क्या लालू प्रसाद यादव के दामाद की जीत में रहा PM मोदी की रैली का योगदान !
क्या लालू प्रसाद यादव के दामाद की जीत में रहा PM मोदी की रैली का योगदान !

रेवाड़ी [महेश कुमार वैद्य]। Haryana assembly election Result 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) की रैली से कांग्रेस उम्मीदवार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दामाद चिरंजीव राव की राह आसान होने की बात सुनकर चौंकने की जरूरत नहीं है। दरअसल, राजनीति की बारीकी समझने वाले लोगों की मानें तो कड़े मुकाबले में फंसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कैप्टन अजय सिंह यादव के बेटे व पार्टी उम्मीदवार चिरंजीव राव के लिए पीएम मोदी का रेवाड़ी आना अच्छा रहा।

मोदी की रैली से बागी कापड़ीवास को हुआ नुकसान

माना जा रहा है कि मोदी के आने से पहले भाजपा से बगावत करके चुनाव मैदान में उतरे रणधीर सिंह कापड़ीवास आगे चल रहे थे, जबकि भाजपा के सुनील यादव मुसेपुर त्रिकोणीय संघर्ष में तीसरे पायदान पर थे। चिरंजीव राव बीच में खड़े थे। तीनों के बीच मुकाबला अधिक अंतर का नहीं था। मोदी के आने से कापड़ीवास की ओर झुकाव रखने वाला भाजपा का वोट सीधे सुनील यादव के साथ जुड़ गया, जिससे वह कापड़ीवास को तीसरे स्थान पर धकेलकर खुद दूसरे स्थान पर कब्जा जमाने में सफल रहे।

महज 1331 वोट से हुई भाजपा प्रत्याशी की हार

 कड़े मुकाबले से यह भी साबित हो गया है कि राव इंद्रजीत सिंह के समर्थकों ने अपनी ओर से सुनील की झोली भरने में कोई कसर नहीं छोड़ी। अगर सुनील यादव के बड़े भाई संपूर्णानंद मोती चौक पर धरने पर नहीं बैठते और भाई के खिलाफ वीडियो वायरल नहीं करते तो रेवाड़ी का परिणाम सुनील को चंडीगढ़ पहुंचा सकता था। भाजपा उम्मीदवार सुनील यादव की हार मात्र 1331 के मामूली अंतर से हुई है।

कैप्टन अजय का पार्टी में बढ़ेगा कद

रेवाड़ी में जीत से कांग्रेस में कप्तान अजय सिंह यादव का कद बढ़ेगा। लगातार छह बार विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कप्तान 2014 में पहली बार विधानसभा चुनाव हार गए थे। इसके बाद लोकसभा में भी उन्हें राव इंद्रजीत सिंह के हाथों बड़ी हार झेलनी पड़ी। वर्ष 2019 में उन्होंने बेटे को आगे किया और कड़े संघर्ष में कड़ी मेहनत से अपना किला बचा लिया।

लालू प्रसाद यादव के दामाद चिरंजीव की ताकत उनके पिता कप्तान अजय सिंह यादव की विनम्रता व मेहनत तो बनी ही, साथ ही मां शकुंतला यादव के चुनाव प्रबंधन का भी इसमें अहम योगदान रहा। कांग्रेस के चुनावी नारों ने भी चिरंजीव की नैया पार लगाने में योगदान दिया।

पेंशन राशि बढ़ाने के खेल ने राह की आसान

कर्जमाफी व वृद्धावस्था सम्मान पेंशन राशि बढ़ाकर 5100 रुपये करना भी चिरंजीव की जीत की राह खोल गया। लालू की बेटी अनुष्का भी चिरंजीव राव के लिए लकी रही। उनकी अपील का यहां के मतदाता बन चुके बिहार के मूल निवासियों पर काफी असर रहा। परिणाम सामने है।

यहां पर बता दें कि बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के मुखिया लालू प्रसाद यादव की छठी बेटी अनुष्का की शादी हरियाणा कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव के बेटे चिरंजीव राव के साथ हुई है। ऐसे में चिरंजीव राव की जीत से न केवल हरियाणा कांग्रेस में खुशी की लहर है, बल्कि बिहार की राजधानी पटना में राबड़ी देवी के घर में जश्न मना है। गौरतलब है कि लगातार पारिवारिक और राजनीतिक दिक्कतों का सामना कर रहे लालू प्रसाद यादव-राबड़ी यादव के घर काफी दिनों बाद इतनी बड़ी खुशी आई है। हालांकि, बिहार विधानसभा के उप चुनाव में भी राष्ट्रीय जनता दल ने उम्दा प्रदर्शन किया है, लेकिन दामाद चिरंजीव राव की जीत कई मायनों में अलग है।

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