चुनाव में गुजराती गौरव और अस्मिता का तड़का

भाजपा के लिए हिंदुत्व का झंडा तो पुराना है ही, उस पर गुजराती अस्मिता का गा़ढा मुलम्मा भी च़़ढा दिया गया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Mon, 04 Dec 2017 06:41 AM (IST) Updated:Mon, 04 Dec 2017 06:41 AM (IST)
चुनाव में गुजराती गौरव और अस्मिता का तड़का
चुनाव में गुजराती गौरव और अस्मिता का तड़का

राजकोट, आशुतोष झा। सात-आठ महीने पहले की ही बात है, उत्तर प्रदेश में राहुल गांधी और अखिलेश यादव की जो़डी के लिए 'यूपी के लड़के' का नारा खूब चला था। जाहिर तौर पर यह उस नरेंद्र मोदी के प्रभाव को बाहरी बताकर कम करने के लिए था जो खुद उत्तर प्रदेश से ही चुनकर प्रधानमंत्री बने हैं। अब कांग्रेस और राहुल को यह बताना होगा कि गुजरात में उसी मर्ज का इलाज उनके पास है क्या?
यह सवाल इसलिए लाजिमी हो गया है क्योंकि प्रदेश में नेतृत्व विहीन कांग्रेस का चेहरा राहुल ही हैं और दूसरी ओर भाजपा के साथ-साथ खुद मोदी ने गुजराती अस्मिता को धार देना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं यह संदेश देने में भी चूक नहीं हो रही कि कांग्रेस ने अक्सर गुजरात और गुजरातियों की हकमारी ही की है। वहीं, पहली बार कोई ऐसा प्रधानमंत्री बना है जो गुजरात के चार-पांच सौ लोगों को नाम से बुला सकता है। आप उससे बातें कर सकते हो। जाहिर है कि गुजराती गौरव, स्वाभिमान और अस्मिता का त़़डका चुनाव में कुछ रंग दिखाएगा।
प्रधानमंत्री ने कांग्रेस को याद दिलाया कि गुजरात के ही दो लाल-- सरदार पटेल और मोरारजी भाई के साथ भी छल किया। एक सभा में उन्होंने आरोप लगाया-- 'जब प्रधानमंत्री के सवाल पर कांग्रेस में सरदार पटेल और जवाहर लाल नेहरू के लिए मतदान हुआ तो सरदार को ज्यादा वोट मिले थे। लेकिन, वोटिंग में छल कर नेहरू को प्रधानमंत्री बना दिया गया। ऐसा ही छल मोरारजी भाई के साथ भी हुआ।' दरअसल, परिवारवाद को बचाए रखने के लिए वोटिंग में छल कांग्रेस की प्रकृति है। अब राहुल गांधी को बचाए रखने के लिए भी एक छल हो रहा है। यह आरोप खुद कांग्रेस के ही पदाधिकारी शहजाद पूनावाला लगा रहे हैं।
वैसे भाजपा के लिए हिंदुत्व का झंडा तो पुराना है ही, उस पर गुजराती अस्मिता का गा़ढा मुलम्मा भी च़़ढा दिया गया है। राजकोट से रविवार को अपनी आखिरी रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने स्थानीयता का भी छौंक लगा दिया। उन्होंने कहा-- 'आपकी तो पांचों अंगुलियां घी में हैं.. राजकोट से मुख्यमंत्री विजय रुपानी हैं और इसी राजकोट से प्रधानमंत्री भी गया है।' मालूम हो कि मोदी बतौर मुख्यमंत्री पहला चुनाव राजकोट से ही ल़़डे थे।

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