बिहार विधानसभा चुनाव 2020 : मुंगेर के अस्पतालों में दवा की किल्लत, शिकायत करने पर मिलती है फटकार
बीते कई माह से सदर अस्पताल में महत्वपूर्ण दवाओं की कमी है। हालाकि चिकित्सक के द्वारा दवा लिखने पर जब मरीज दवा काउंटर पर जाते है तो वहा पूरी दवा नही मिल पाने पर ऐसे में मरीज को निजी क्लनिक से दवा लेना पड़ता है।
मुंगेर, जेएनएन। बीमारी ठीक होने के लिए दवा का सेवन करना जरूरी है। लेकिन, जब अस्पताल में दवा ही उपलब्ध नहीं हो, तो फिर मरीज स्वस्थ्य कैसे होंगे। यह सवाल सदर अस्पताल प्रबंधन के बेहतर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने के दावों को कटघरे में खड़ा कर देती है।
बीते कई माह से सदर अस्पताल में महत्वपूर्ण दवाओं की कमी है। हालाकि चिकित्सक के द्वारा दवा लिखने पर जब मरीज दवा काउंटर पर जाते है तो वहा पूरी दवा नही मिल पाने पर ऐसे में मरीज को निजी क्लनिक से दवा लेना पड़ता है। हालाकि मरीज या उनके स्वजन दवा की कमी को लेकर दवा काउंटर पर इसकी शिकायत करते है तो दवा काउटर पर मौजूद स्वास्थ्य कर्मी मरीज व उनके स्वजन को डपट कर भगा देते है।
कहते है मरीजों के स्वजन
इधर, सदर अस्पताल में इलाज कराने आई पुजा देवी ने कहा कि इलाज के नाम पर डॉक्टर साहब ने दवा की पर्ची थमा दी। दवा काउंटर पर गए, तो कहा गया कि यहां दवा उपलब्ध नहीं है। अब मेरे पास इतने पैसे कहां हैं कि मैं निजी मेडिकल स्टोर से दवाईयां खरीद सकूं। साहेब यहां दवा के सहारे नहीं, दुआओं के भरोसे लोग जिदा हैं। मरीज संतोष ने भी कहा कि अगर पैसे होते, तो लोग निजी क्लिनिक में उपचार कराते। सदर अस्पताल में गरीब लोग इलाज कराने आते हैं। ऐसे में दवाओं की कमी शीघ्र दूर की जानी चाहिए। इससे इलाज कराने में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड रहा है।
कौन-कौन सी दवा नही है
उल्टी की गोली ओनडोम, गैस की गोली, आइरन की गोली, अमिट्राफाइलिन, एमोक्सीसिलन, एसपीडिन, कैलसियम, ट्रीमेक्साजोल, गेमावेनक्लाटीन ,थाइरोक्सीन, बीटामीन बी कोम्पेलेक्स, , बच्चे का इंट्राकेट सहित कई जरूरी दवा नही है।
सदर अस्पताल मे दवा की कमी को लेेकर विभाग को सूचना भेजी गई है। जल्द ही दवा की आपूर्ती कर लिया जाएगा।
-डॉ. निरंजन कुमार ङ्क्षसह, अस्पताल उपाधीक्षक मुंगेर।