मालदा से एक लाख का इनामी हथियार सप्लायर गिरफ्तार

फोटो -गिरोह का सरगना है सफीकुल शेख -दिल्ली पुलिस की तरफ था एक लाख रुपये का इनाम

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Dec 2018 08:22 PM (IST) Updated:Mon, 10 Dec 2018 08:22 PM (IST)
मालदा से एक लाख का इनामी 
हथियार सप्लायर गिरफ्तार
मालदा से एक लाख का इनामी हथियार सप्लायर गिरफ्तार

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :

दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने पश्चिम बंगाल, मालदा के रहने वाले कुख्यात हथियार तस्कर सफीकुल शेख उर्फ रफीकुल उर्फ अकिल को खलतीपुर रेलवे स्टेशन के पास से गिरफ्तार किया है। सेल की टीम एक महीने से मालदा में रहकर उसकी तलाश कर रही थी। 10 दिसंबर को हथियारों की फ्रेश डील करने के लिए सफीकुल जब स्टेशन पर पहुंचा तब पुलिसकर्मियों की मुस्तैदी देख वह वहां से भागने लगा। पुलिस भी दो किलोमीटर तक उसका पीछा करती रही। बचने के लिए वह नाले में कूद गया। टीम ने भी नाले में कूदकर उसे दबोच लिया। मालदा के स्थानीय कोर्ट में पेश कर उसे ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया जा रहा है।

डीसीपी स्पेशल सेल संजीव कुमार यादव के मुताबिक 32 वर्षीय रफीकुल गिरोह का सरगना है। इसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक ने एक लाख रुपये का इनाम रखा था। एसीपी मनोज दीक्षित, इंस्पेक्टर विवेकानंद पाठक व कुलदीप सिंह यादव की टीम ने उसे दबोच लिया।

जनवरी 2016 से अबतक सेल की टीम करीब 500 अवैध हथियार जब्त कर 150 से अधिक तस्करों को दबोच चुकी है। दिल्ली-एनसीआर समेत कई राज्यों में जाकर अवैध हथियार बनाने वाली फैक्ट्रियों पर छापा मारकर मशीनें बरामद कर चुकी है।

बीते 6 अगस्त को सेल की टीम को सूचना मिली कि अवैध हथियार आपूर्ति करने वाले गिरोह के मुख्य सदस्य मोहम्मद अजीमुद्दीन शेख उर्फ आजिम व सफीकुल शेख के साथ हथियार आपूर्ति करने के लिए तारापुर चौक, धीरपुर के पास आने वाला है। सेल ने वहां से अजीमुद्दीन को दबोच लिया था। उसके पास से दो कार्बाइन, 38 सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल व 50 कारतूस बरामद हुए थे। पूछताछ में अजीमुद्दीन ने बताया था कि उसके सरगना सफीकुल शेख मालदा से दिल्ली आकर हाजी कयूम को अवैध हथियार आपूर्ति करता है। उसी के कहने पर वह हथियार आपूर्ति करने दिल्ली आया था। उक्त सूचना के बाद सेल की टीम मालदा भेजी गई। वहां एक महीने तक रुक कर सेल ने सफीकुल के बारे में जानकारी जुटाई तब 10 दिसंबर को उन्हें सफलता मिली। पूछताछ में सफीकुल ने बताया कि वह मुंगेर के रहने वाले कल्लू नाम के हथियार निर्माता से हथियार खरीद कर उसे पांच सालों से दिल्ली, उत्तर प्रदेश व हरियाणा में आपूर्ति करता है। कल्लू पहले मुंगेर में हथियार बनाता था। सेल का दबदबा बढ़ने पर बिहार छोड़ वह मालदा चला गया और वहां अवैध रूप से हथियार बनाकर बेचने लगा।

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