सफदरजंग व आरएमएल में भी शुरू होगी प्रोस्टेट कैंसर की रोबोटिक सर्जरी

एम्स के बाद केंद्र सरकार के सफदरजंग व आरएमएल अस्पताल में भी मरीजों को रोबोटिक सर्जरी जैसी अत्याधुनिक सुविधा मिल पाएगी। सफदरजंग अस्पताल में रोबोटिक मशीन खरीदी भी जा चुकी है। अमेरिका से यह मशीन इस अस्पताल में लाई जा चुकी है। इसलिए सफदरजंग अस्पताल में जल्द ही रोबोटिक सर्जरी भी शुरू हो जाएगी। वहीं आरएमएल अस्पताल में रोबोटिक मशीन खरीदने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बजट जारी कर दिया है। इसलिए इन दोनों अस्पतालों में यूरोलॉजी से संबंधित बीमारियों व प्रोस्टेट कैंसर की रोबोटिक सर्जरी की सुविधा उपलबध होगी। यह बातें सफदरजंग अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग द्वारा कैंसर पर आयोजित राष्ट्रीय जागरूकता कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कही।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 21 Sep 2019 07:52 PM (IST) Updated:Mon, 23 Sep 2019 06:29 AM (IST)
सफदरजंग व आरएमएल में भी शुरू होगी प्रोस्टेट कैंसर की रोबोटिक सर्जरी
सफदरजंग व आरएमएल में भी शुरू होगी प्रोस्टेट कैंसर की रोबोटिक सर्जरी

-कैंसर पर आयोजित जागरूकता कार्यक्रम में बोले केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री

-सफदरजंग अस्पताल में 20 करोड़ की लागत से खरीदी गई रोबोटिक मशीन

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : एम्स के बाद केंद्र सरकार के सफदरजंग व राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल में भी मरीजों को रोबोटिक सर्जरी जैसी अत्याधुनिक सुविधा मिल पाएगी। सफदरजंग अस्पताल में तो रोबोटिक मशीन खरीदी भी जा चुकी है। यह मशीन अमेरिका से लाई गई है। वहीं आरएमएल अस्पताल में रोबोटिक मशीन खरीदने के लिए भी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बजट जारी कर दिया है। इसलिए इन दोनों ही अस्पतालों में जल्द ही यूरोलॉजी से संबंधित बीमारियों व प्रोस्टेट कैंसर की रोबोटिक सर्जरी की सुविधा उपलब्ध होगी। यह बातें सफदरजंग अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग द्वारा कैंसर पर आयोजित राष्ट्रीय जागरूकता कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहीं।

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार अस्पतालों में मरीजों को अत्याधुनिक सुविधा उपलब्ध कराने की योजना पर काम कर रही है। इसी क्रम में लेजर व लैप्रोस्कोपी सर्जरी की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। साथ ही उन्होंने कैंसर की रोकथाम के लिए जीवनशैली में सुधार और पौष्टिक भोजन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अस्पतालों को कैंसर के शोध पर भी काम करना चाहिए ताकि मरीजों को कारगर दवाएं उपलब्ध कराई जा सकें। कार्यक्रम में मौजूद डॉक्टरों ने कहा कि प्रोस्टेट कैंसर की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। दिल्ली में पहले यह पुरुषों में कैंसर का छठा बड़ा कारण था लेकिन मौजूदा समय में दूसरा बड़ा कारण साबित हो रहा है। इसलिए 50 साल से अधिक उम्र वाले लोगों को स्क्रीनिग करानी चाहिए। कार्यक्रम को उपराज्यपाल अनिल बैजल, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक डॉ. संजय त्यागी ने भी संबोधित किया।

करीब 20 करोड़ में खरीदी गई रोबोटिक मशीन

रोबोटिक मशीन की कीमत अधिक होने के कारण फिलहाल निजी अस्पतालों में ही यह तकनीक अधिक इस्तेमाल हो रही है। एम्स व दिल्ली राज्य कैंसर संस्थान के बाद सफदरजंग दिल्ली में सरकारी क्षेत्र का तीसरा अस्पताल है जहां यह मशीन खरीदी गई है। करीब 20 करोड़ की लागत से खरीदी गई इस मशीन का इस्तेमाल यूरोलॉजी से संबंधित बीमारियों और किडनी प्रत्यारोपण के लिए किया जाएगा।

सफदरजंग अस्पताल के यूरोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. अनूप कुमार ने कहा कि महीने के अंत तक रोबोटिक सर्जरी शुरू हो जाएगी। इस तकनीक का फायदा यह है कि सर्जरी में समय कम लगता है और सर्जरी के बाद मरीज जल्द ठीक हो जाता है।

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