महामंडलेश्वर विवादः प्रशासन से शासन तक थी सचिन दत्ता की धमक

संन्यासी का जीवन सादगी और संस्कारों से परिपूर्ण होती है, लेकिन सचिन दत्ता उर्फ सच्चिदानंद की ‘लग्जरी लाइफ’ का पुलिंदा। महंगे होटलों में रहना और महंगी गाड़ियों का उसे शौक रहा। सेक्टर 18 के सबसे बड़े होटल में उसका कमरा हमेशा बुक रहता था।

By JP YadavEdited By: Publish:Tue, 04 Aug 2015 09:47 AM (IST) Updated:Tue, 04 Aug 2015 10:06 AM (IST)
महामंडलेश्वर विवादः प्रशासन से शासन तक थी सचिन दत्ता की धमक

नोएडा ( ललित विजय)। संन्यासी का जीवन सादगी और संस्कारों से परिपूर्ण होती है, लेकिन सचिन दत्ता उर्फ
सच्चिदानंद की ‘लग्जरी लाइफ’ का पुलिंदा। महंगे होटलों में रहना और महंगी गाड़ियों का उसे शौक रहा। सेक्टर 18 के सबसे बड़े होटल में उसका कमरा हमेशा बुक रहता था।

बीयर बार व डिस्को के संचालक बने महामंडलेश्वर

उनकी इनोवा कार भी काफी चर्चा में थी, जिसमें लग्जरी लाइफ की सभी व्यवस्था मौजूद रहती थी। सेक्टर 18 के बार की वजह से उसकी पकड़ पुलिस विभाग से लेकर शासन तक हो गई थी। पुलिस अधिकारी और राजनेता उसके बार की सेवाएं लेने आते थे।

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इनका इस्तेमाल वह अपनी लाइफ को लग्जरी बनाने और गलत कामों पर पर्दा डालने में करता था। नोएडा और
गाजियाबाद में तैनात कई आइपीएस से उसके बेहद करीबी संबंध हैं।

राधे मां महामंडलेश्वर पद से निलंबित

बेहद ताकतवर नेता ने दिलाया ऑडी कार को सात नंबर कारों के शौकीन सचिन दत्ता ने एक साल पहले ऑडी कार खरीदी और 7 नंबर की इच्छा जाहिर की। उसने संभागीय परिवहन विभाग में आवेदन किया। विभाग पहले आओ, पहले पाओ की तर्ज पर किसी और को 7 नंबर देने जा रहा था।

अक्सर विवादों में रहा महामंडेलश्वर पद

ऐसे में सचिन को नंबर देने का दबाव बनाने वालों की कतार लग गई। इसमें पुलिस अधिकारी से लेकर राजनेता तक शामिल थे। अंतत: लखनऊ में बैठे एक बहुत बड़े नेता के कहने पर सचिन की ऑडी कार को 7 नंबर जारी कर दिया गया। संभागीय परिवहन विभाग के अधिकारी इस बारे में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं।

थाना प्रभारी को दी थी हटवाने की धमकी

चार माह पहले सचिन ने सेक्टर 18 में मारपीट की थी। कोतवाली सेक्टर 20 के प्रभारी उसे पकड़कर कोतवाली लाए थे। उसने कोतवाली प्रभारी को हटवाने तक की धमकी दे दी थी। सचिन दत्ता ने जान का खतरा बता नोएडा से पिस्टल का लाइसेंस भी बनवाया है।

बिल्डर बनने के बाद बीयर बार का काम देखने लगी पत्नी बीयर बार के काम में नुकसान होने पर सचिन दत्ता बिल्डर बन गया। उसने बीयर बार का काम पत्नी को सौंप दिया था। बार का नाम एलिवेट से बदलकर क्वांटम कर दिया गया। कागजों में भी पत्नी को मालकिन बना दिया।

हर कोई है अचंभित

सचिन दत्ता के सच्चिदानंद बनने की खबर से नोएडा में हर कोई हैरान है। मीडिया कर्मियों के फोन दिनभर घनघनाते रहे। सचिन ने क्या खेल किया, यह हर कोई जानना चाह रहा था।

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