दिल्ली: यमुना में बढ़ी अमोनिया की मात्रा, पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित

यमुना में पिछले कई दिनों से अमोनिया की मात्रा बढ़ी हुई है। इसलिए 120 एमजीडी क्षमता वाले वजीराबाद व 90 एमजीडी क्षमता वाले चंद्रावल जल शोधन संयंत्र में यमुना नदी से पानी लेना बंद कर दिया गया था।

By Amit MishraEdited By: Publish:Sun, 15 Jan 2017 06:42 PM (IST) Updated:Sun, 15 Jan 2017 06:52 PM (IST)
दिल्ली: यमुना में बढ़ी अमोनिया की मात्रा, पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित
दिल्ली: यमुना में बढ़ी अमोनिया की मात्रा, पेयजल आपूर्ति भी प्रभावित

नई दिल्ली [जेएनएन]। यमुना में अमोनिया की मात्रा बढ़ने व मूनक नहर में पानी आपूर्ति बंद किए जाने से दिल्ली जल बोर्ड के चार जलशोधन संयंत्र ठप हो गए हैं। दिल्ली के बड़े हिस्से में दो दिन से पेयजल आपूर्ति प्रभावित है।

नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (एनडीएमसी) के वीवीआइपी इलाके में भी पेयजल की किल्लत हो गई है। दिल्ली जल बोर्ड ने केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) से यमुना के पानी की गुणवत्ता की जांच कराने व हरियाणा को यमुना में औद्योगिक कचरा गिराने से रोकने का निर्देश देने की मांग की है।

हरियाणा से मूनक नहर में रविवार देर रात को पानी छोड़े जाने की उम्मीद है। ऐसा होने पर सोमवार सुबह जल बोर्ड के जल शोधन संयंत्रों से पानी आपूर्ति शुरू हो जाएगी। इस मामले पर जल मंत्री कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर के कहा है कि वे खुद पूरे मामले की निगरानी कर रहे हैं और हरियाणा सरकार के विभागों के संपर्क में हैं। इसके अलावा प्रभावित इलाकोंं में टैंकर से पानी आपूर्ति की जा रही है।

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जल बोर्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यमुना में पिछले कई दिनों से अमोनिया की मात्रा बढ़ी हुई है। इसलिए 120 एमजीडी क्षमता वाले वजीराबाद व 90 एमजीडी क्षमता वाले चंद्रावल जल शोधन संयंत्र में यमुना नदी से पानी लेना बंद कर दिया गया था। दोनों संयंत्रों में पक्की मूनक नहर से लिया जा रहा था।

मूनक नहर मे रिसाव की समस्या थी। उसे दूर करने के लिए हरियाणा के सिंचाई व बाढ़ नियंत्रण विभाग ने 14 जनवरी से मरम्मतीकरण का कार्य शुरू कराया है। इस वजह से मूनक नहर में पानी आपूर्ति रोक दी गई है। इसलिए वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्र ठप हो गए।

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हरियाणा से यमुना में गिराया जा रहा औद्योगिक कचरा

पल्ला के पास यमुना हरियाणा से दिल्ली में प्रवेश करती है। पल्ला से वजीराबाद तक यमुना का पानी साफ हो जाता है इसलिए जल बोर्ड वजीराबाद के पास यमुना से पेयजल आपूर्ति के लिए पानी उठा लेता है। जल बोर्ड का कहना है कि हरियाणा से औद्योगिक कचरा गिराए जाने से दिल्ली में यमुना में अमोनिया की मात्रा 2.5 पीपीएम (पार्ट पर मिलियन) पहुंच गई है। इसलिए यमुना का पानी स्वास्थ्य के लिए जहरीला हो गया है।

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