हमास ने दिल्ली के बिजनसमैन को लगाया 4 करोड़ रुपये का चूना

हमास द्वारा दिल्ली के कारोबारी के 4 करोड़ की क्रिप्टो करंसी चुराने का मामला सामने आया है। दिल्ली पुलिस ने कई महीनों की जांच के बाद यह सनसनीखेज खुलासा किया है। वालेट के जरिये चुराई गई रमक 4 करोड़ रुपये है।

By Jp YadavEdited By: Publish:Mon, 24 Jan 2022 02:32 PM (IST) Updated:Mon, 24 Jan 2022 02:32 PM (IST)
हमास ने दिल्ली के बिजनसमैन को लगाया 4 करोड़ रुपये का चूना
आतंकी संगठन हमास ने दिल्ली के बिजनसमैन का लगाया 4 करोड़ रुपये का चूना

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। फलीस्तीन में सक्रिय हथियारबंद इस्लामिक चरमपंथी संगठन हमास की हैरान करने वाली करतूत का खुलासा हुआ है। हमास द्वारा दिल्ली के कारोबारी के 4 करोड़ की क्रिप्टो करंसी चुराने का मामला सामने आया है। दिल्ली पुलिस ने कई महीनों की जांच के बाद यह सनसनीखेज खुलासा किया है। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, फलस्तीनी संगठन हमास ने पश्चिमी दिल्ली के एक कारोबारी के क्रिप्टोकरंसी अकाउंट से 30 लाख रुपये चुरा लिए, जिसकी भारतीय बाजार में कीमत 4 करोड़ रुपये हैं। 

यह है पूरा मामला

दिल्ली की एक अदालत के आदेश पर दिल्ली पुलिस ने वर्ष 2019 में धोखाधड़ी के इस मामले में केस दर्ज किया था। कारोबारी ने शिकायत में कहा था कि उसके क्रिप्टो करेंसी वालेट से किसी ने तकरीबन 30 लाख की क्रिप्टोकरेंसी का अमाउंट अपने क्रिप्टोकरंसी अकाउंट के वालेट में ट्रांसफर किए हैं। 30 लाख क्रिप्टोकरेंसी की कीमत 4 करोड़ रुपये हैं। दिल्ली पुलिस की 5 महीने के दौरान चली जांच में खुलासा हुआ है कि मामला हैकिंग से जुड़ा हुआ है।  इसी कारण इस पूरे मामले की जांच स्पेशल सेल की आर्थिक अपराध शाखा यूनिट को दी गई थी। दिल्ली पुलिस की जांच में पता चला कि कारोबारी के  क्रिप्टोकरंसी वालेट से दूसरे क्रिप्टोकरंसी अकाउंट के वालेट में ट्रांसफर किया गया। इस काम को अलकासिम ब्रिगेट्स द्वारा आपरेट किया गया था। 

डीसीपी (आइएफएसओ) केपीएस मल्होत्रा की तरफ से तैयार की गई एक गोपनीय जांच रिपोर्ट के अनुसार 2019 में पश्चिम विहार के एक व्यवसायी ने अपने वालेट से क्रिप्टो करंसी गायब होनी की शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद एसीपी रमन लांबा, एसआई नीरज और अन्य को शामिल करते हुए एक विशेष टीम का गठन किया, जिन्होंने पूरे मामले की जांच की। 

5 महीने की जांच में हुआ खुलासा

जांच में जब्त किया गया वालेट मोहम्मद नसीर इब्राहिम अब्दुल्ला का निकला। जिसमें क्रिप्टोकरेंसी को ट्रांसफर किया गया था, फिलिस्तीन के रामल्लाह के अहमद क्यूएच सफी का है। 

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