सात राज्यों में दिल्ली पुलिस का ऑपरेशन, गोल्डी बराड़-लॉरेंस बिश्नोई के 10 शूटर दबोचे; गिरफ्तार होते ही बड़े अपराध टले
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने पैन इंडिया कार्रवाई करते हुए कुख्यात गैंगस्टर सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ (आतंकवादी घोषित)-लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के 10 शूटर को दबोच बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पकड़े गए बदमाशों में एक किशोर भी शामिल है। सेल ने सात राज्यों दिल्ली राजस्थान मध्य प्रदेश पंजाब हरियाणा उत्तर प्रदेश व बिहार में ऑपरेशन चला इन्हें गिरफ्तार किया है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (Delhi Police Special Cell) ने पैन इंडिया कार्रवाई करते हुए कुख्यात गैंगस्टर सतिंदरजीत सिंह उर्फ गोल्डी बराड़ (आतंकवादी घोषित)-लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के 10 शूटर को दबोच बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पकड़े गए बदमाशों में एक किशोर भी शामिल है। सेल ने सात राज्यों दिल्ली, राजस्थान, मध्य प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश व बिहार में ऑपरेशन चला इन्हें गिरफ्तार किया है।
इनके कब्जे से सात अत्याधुनिक पिस्टल, 31 कारतूस और 11 मोबाइल बरामद किए गए हैं। ये सभी फेसबुक, इंस्टाग्राम, वॉट्सऐप व अन्य एन्क्रिप्टेड चैट प्लेटफॉर्म के माध्यम से एक-दूसरे से जुड़े हुए थे। इनकी गिरफ्तारी से दिल्ली और अन्य राज्यों में सुपारी लेकर हत्या करने व अन्य जघन्य अपराधों को टाल दिया गया।
हत्या और अन्य अपराधों को दे रहे थे अंजाम
डीसीपी प्रतीक्षा गोदारा के अनुसार, एसीपी ललित मोहन नेगी, हृदय भूषण, इंस्पेक्टर शिव कुमार व सतीश राणा की टीम ने गोल्डी बराड़-लॉरेंस बिश्नोई सिंडिकेट के दस गुर्गों को दबोचा। ये सभी दिल्ली व पड़ोसी राज्यों में हत्या व अन्य जघन्य अपराध को अंजाम देने की साजिश रच रहे थे।
किस राज्य से कितने बदमाश गिरफ्तार
सरगनाओं के निर्देश पर रंगदारी वसूलने का काम कर रहे थे। जिन 10 को दबोचा गया है उनमें दो दिल्ली, एक राजस्थान, एक मध्य प्रदेश, दो यूपी, दो पंजाब, एक हरियाणा और एक बिहार के हैं।
जेल में रहकर चला रहे नेटवर्क और विदेशों में वसूली और हत्या
गोदारा का कहना है कि कई गैंगस्टर भारत में अपने कनेक्शन और गुर्गों का फायदा उठाकर विदेशी ठिकानों से जबरन वसूली, हत्या और हत्या के प्रयास जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। इसके अलावा कुछ कुख्यात अपराधी जेल की दीवारों से परे अपने संपर्कों के नेटवर्क का उपयोग करके, जेल में रहते हुए भी अपनी आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
लॉरेंस और गोल्डी बराड़ के शूटरों का चला पता
इन गैंगस्टरों और उनकी आपराधिक गतिविधियों के बारे में जानकारी इकट्ठा कर तकनीकी और मैन्युअल निगरानी के जरिये जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई और अमेरिका में छिपे गोल्डी बराड़ के इशारे पर काम करने वाले उनके शूटरों के बारे में पता लगाया गया। यह भी पता चला कि इन गैंगस्टरों ने हथियार भी खरीदे थे। उक्त सूचना पर मामला दर्ज कर सेल की कई टीमों विभिन्न राज्यों में भेजा गया।
- दिल्ली से जसप्रीत सिंह उर्फ राहुल को गिरफ्तार किया गया। वह रसूलपुर कलां, अमृतसर, पंजाब का रहने वाला है। इससे प्वाइंट 32 बोर की पिस्टल व चार कारतूस बरामद किए गए। दूसरे बदमाश धर्मेंद्र उर्फ कार्तिक को गिरफ्तार किया गया। वह कानपुर देहात, यूपी का रहने वाला है। इससे भी एक पिस्टल व तीन कारतूस मिले।
- हरियाणा के सोनीपत से मंजीत को गिरफ्तार किया गया। वह गांव शिवाला खुर्द, अलीगढ़ का रहने वाला है।
- पंजाब से गुरपाल सिंह को गिरफ्तार किया गया। वह डेराबस्सी, मोहाली, पंजाब का रहने वाला है। पिस्टल व छह कारतूस बरामद। यहां से मंजीत सिंह गुरी को भी गिरफ्तार किया गया। वह भी डेराबस्सी, मोहाली का रहने वाला है।
- राजस्थान से अभय सोनी उर्फ कार्तिक को गिरफ्तार किया गया। वह चित्रकोट, जयपुर, राजस्थान का रहने वाला है। पिस्टल व तीन कारतूस बरामद
- उत्तर प्रदेश से सचिन कुमार उर्फ राहुल को गिरफ्तार किया गया। वह राय बरेली, यूपी का रहने वाला है। पिस्टल व छह कारतूस बरामद। यूपी के सीतापुर रोड, लखनऊ से एक किशोर को पकड़ा गया। पिस्टल व पांच कारतूस बरामद
- मध्य प्रदेश से संतोष उर्फ सुल्तान बाबा को गिरफ्तार किया गया। वह ग्राम खुर्रमपुरा, तहसील ठीकरी, मप्र का रहने वाला है। एक पिस्टल व चार कारतूस बरामद
- बिहार से संतोष कुमार को गिरफ्तार किया गया। वह अजीजपुर चांदे, वैशाली, बिहार का रहने वाला है।
बदमाशों की प्रोफाइल
मंजीत सिंह उर्फ गुरी- पहले तीन आपराधिक मामलों में शामिल रहा है, जिनमें से एक आर्म्स एक्ट का मामला, पुलिस कर्मियों पर हमला और जेल में बंद रहने के दौरान अपने साथी कैदी पर हमला करने का मामला है। अजय राणा के माध्यम से गोल्डी बराड़ के संपर्क में आया था। नवंबर 2023 में गोल्डी बराड़ के निर्देश पर गुरपाल के साथ पंजाब के जीरकपुर में एक प्रापर्टी डीलर की हत्या करने गया था, क्योंकि डीलर ने गोल्डी बराड़ और लॉरेंस गिरोह को रंगदारी देने से मना कर दिया था।
गुरपाल- मंजीत उर्फ गुरी के साथ वर्ष 2023 में जीरकपुर, मोहाली में पुलिस कर्मियों पर हमले के मामले में शामिल रहा है।
जसप्रीत सिंह उर्फ राहुल- पहले के दो मामलों में शामिल रहा है, एक एनडीपीएस का है और एक अमृतसर में आर्म्स एक्ट का मामला है।
सचिन कुमार उर्फ राहुल- इसने इलेक्ट्रिक स्ट्रीम में आइटीआइ डिप्लोमा भी किया है। 2014 में कोतवाली राय बरेली, यूपी में डकैती में शामिल रहा है। वह हथियार सप्लायर है और लॉरेंस गिरोह के बदमाशों को हथियार सप्लाई करता था
संतोष उर्फ सुल्तान बाबा- एक ट्रांसपोर्ट कंपनी में हेल्पर के तौर पर काम करता था। वह मध्य प्रदेश के उज्जैन के खूंखार गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप का अनुयायी था, जिसकी 2020 में हत्या कर दी गई। दुर्लभ से प्रेरित होकर वह फेसबुक पर विभिन्न समूहों में शामिल हो गया और खुद को आपराधिक गतिविधियों में शामिल कर लिया।
मंजीत (सोनीपत)- लॉरेंस से प्रेरित था और गिरोह के सदस्यों को हथियार सप्लाई कर रहा था।
अभय सोनी उर्फ कबीर - इसके पिता सुनार हैं, जिन्हें व्यापार में भारी घाटा हुआ। पैसों की समस्या के कारण उसने फेसबुक पर राजस्थान शूटर्स के नाम से एक ग्रुप बनाया और डकैती और अन्य अपराध करने के लिए बदमाशों को इकट्ठा किया।
धर्मेंद्र उर्फ कार्तिक- कोयंबटूर में एक कोल्ड स्टोरेज में काम कर रहा था। वह एमपी के उज्जैन के खूंखार गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप का भी अनुयायी था।
संतोष कुमार- बीएससी कर चुका है। वह हथियार सप्लायर है और गोल्डी बराड़-लॉरेंस गिरोह के बदमाशों को हथियार सप्लाई करता था।
इस सिंडिकेट के आगे और पीछे के संबंधों का पता लगाने के लिए जांच चल रही है।