16000 कार्डों से करोड़ों रुपये के राशन का फर्जीवाड़ा, UPSTF ने किया बड़ा खुलासा

प्रदेश में हुए राशन वितरण घोटाले में UPSTF ने गौतमबुद्ध नगर से घोटाले के चार आरोपितों को गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला है कि जिले में 16 हजार राशन कार्डों से फर्जीवाड़ा हुआ है।

By Amit SinghEdited By: Publish:Wed, 19 Sep 2018 02:49 PM (IST) Updated:Wed, 19 Sep 2018 02:59 PM (IST)
16000 कार्डों से करोड़ों रुपये के राशन का फर्जीवाड़ा, UPSTF ने किया बड़ा खुलासा
16000 कार्डों से करोड़ों रुपये के राशन का फर्जीवाड़ा, UPSTF ने किया बड़ा खुलासा

नोएडा (जेएनएन)। पूरे प्रदेश में हुए सरकारी राशन वितरण घोटाले में यूपी एसटीएफ ने जिला गौतमबुद्ध नगर से घोटाले के चार आरोपितों को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया है कि जिले में 16000 राशन कार्डों से फर्जीवाड़ा हुआ था। एसटीएफ यह जांचने में जुटी है कि इन कार्डों से कितने रुपये के राशन का फर्जीवाड़ा हुआ है। आशंका व्यक्त की जा रही है जिले में एक करोड़ रुपये से अधिक के राशन का फर्जीवाड़ा हुआ है।

राशन कार्डों में अंकित परिवार के यूनिट के आधार पर फर्जीवाड़े की जांच में एसटीएफ जुटी है। जांच में एसटीएफ को लंबा वक्त लगेगा। संभावना जताई जा रही है कि खाद्य विभाग के कुछ अधिकारियों पर भी गाज गिर सकती है।

एफटीएफ द्वारा पकड़े गए एक आरोपित सोनू से पूछताछ में पता चला है कि वह क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी के यहां पर निजी चालक के रूप में काम करता था। साथ ही वह खाद्य विभाग के कार्यालय में भी काम करता था। जांच में यह भी पता चला है कि विभाग की गुप्त जानकारी, अधिकारियों का लॉगइन व पासव‌र्ल्ड पकड़े गए लोगों के पास था।

इससे यह अंदेशा जताया जा रहा है कि कहीं न कहीं घोटाले में विभागीय अधिकारी भी शामिल हो सकते हैं। एसटीएफ उन 16 हजार राशन कार्ड की भी जांच करेगी जिनसे फर्जीवाड़ा हुआ है। राशन कार्डों में दो से लेकर आठ यूनिट तक दर्ज है। यूनिट के आधार पर राशन का वितरण किया जाता था।

इस कारण इन कार्डों से कितने रुपये के राशन का फर्जीवाड़ा हुआ यह जांच करने में एसटीएफ को अभी काफी वक्त लगेगा। चार आरोपितों के पकड़े जाने के बाद विभाग के कुछ अधिकारियों के माथे पर बल पड़ने लगा है। ज्ञात हो कि सोमवार को एसटीएफ ने फर्जीवाड़े में शामिल चार आरोपितों गौरव जोशी, नेम सिंह, सोनू व सौरव को गिरफ्तार किया था।

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