पांच नवंबर से जनता के लिए खुलेगा सिग्नेचर ब्रिज, सीएम केजरीवाल करेंगे उद्घाटन

सिग्नेचर ब्रिज के मुख्य आकर्षण मुख्य पिलर की ऊंचाई 154 मीटर है। ब्रिज पर 19 स्टे केबल्स हैं। जिन पर ब्रिज का 350 मीटर भाग बगैर किसी पिलर के रोका गया है।

By Edited By: Publish:Wed, 31 Oct 2018 08:37 PM (IST) Updated:Wed, 31 Oct 2018 09:13 PM (IST)
पांच नवंबर से जनता के लिए खुलेगा सिग्नेचर ब्रिज, सीएम केजरीवाल करेंगे उद्घाटन
पांच नवंबर से जनता के लिए खुलेगा सिग्नेचर ब्रिज, सीएम केजरीवाल करेंगे उद्घाटन

नई दिल्ली, जेएनएन। वजीराबाद में यमुना नदी पर बन रहे जिस सिग्नेचर ब्रिज की दिल्ली की जनता को पिछले 14 साल से इंतजार है, जनता इसका पांच नवंबर से उपयोग कर सकेगी। इस ब्रिज का उद्घाटन चार नवंबर को किया जाएगा। फिलहाल इसे ट्रायल के तौर पर ही खोला जाएगा। उद्घाटन के बाद लेजर शो कार्यक्रम भी रखा गया है। उद्घाटन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल करेंगे। इस परियोजना पर दिल्ली पर्यटन एवं परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) ने काम किया है।

वास्तव में यह योजना लोक निर्माण विभाग की थी। इसके लिए पैसा भी लोक निर्माण विभाग का लगा है। मगर 2004 में शीला सरकार ने इस परियोजना को डीटीटीडीसी से पूरा कराने का फैसला लिया था। डीटीटीडीसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसे 31 अक्टूबर तक तैयार कर देने के लिए कहा गया था। इसके निर्माण पर कुल राशि 1518.37 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है।

ब्रिज पर 19 स्टे केबल्स हैं
सिग्नेचर ब्रिज के मुख्य आकर्षण मुख्य पिलर की ऊंचाई 154 मीटर है। ब्रिज पर 19 स्टे केबल्स हैं। जिन पर ब्रिज का 350 मीटर भाग बगैर किसी पिलर के रोका गया है। पिलर के ऊपरी भाग में चारों तरफ शीशे लगाए गए हैं। लिफ्ट के जरिये जब लोग यहा पर पहुंचेंगे तो उन्हें यहा से दिल्ली का टॉप व्यू देखने को मिलेगा।

2004 में बनी थी योजना
परियोजना 2004 में अस्तित्व में आई थी। उस समय योजना पर खर्च होने वाली राशि 464 करोड़ निर्धारित की गई थी। मगर कुछ बदलाव के बाद योजना की लागत 2007 में दिल्ली सरकार ने 11 सौ करोड़ कर दी थी। अब इस परियोजना की राशि 1518.37 करोड़ रुपये पहुंच गई। यह ब्रिज करीब 700 मीटर लंबा है। जिसमें दोनों ओर चार-चार लेन हैं। यह ब्रिज 35.2 मीटर चौड़ा है।

दो चरणों में पूरा हुआ काम
पहले चरण में रिंग रोड पर मजनूं का टीला से गोपालपुर गांव की ओर फ्लाईओवर बनाया गया था। पहले चरण में ही खजूरी चौक से सिग्नेचर ब्रिज तक नया रोड और खजूरी चौक पर फ्लाईओवर बनाया गया था। यह काम मई-जून 2008 में शुरू हुआ था जो 2015 में पूरा हो गया। अब से जनता इनका उपयोग कर रही है।

दूसरे चरण में सिग्नेचर ब्रिज का मुख्य काम मार्च 2010 में शुरू हुआ था। जो साढ़े आठ साल में अब पूरा हुआ है। इसके शुरू हो जाने से पूर्वी दिल्ली से उत्तरी दिल्ली आना जाना बहुत आसान हो जाएगा। इस यमुना पर वजीराबाद पुराने पुल पर जाम में फंस कर लोगों का बुरा हाल होता है। सुबह व शाम को लोग एक से डेढ़ घंटे तक जाम में फंसते हैं।

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