बालाजी बिहार में बुधवार को तोड़े जाएंगे 400 अवैध मकान, अर्थला झील में लोगों का प्रदर्शन

नगर निगम और प्रशासन की टीम ने शनिवार को अर्थला झील की जमीन पर अवैध तरीके से बने मकानों पर लाल निशान लगा दिए।

By Edited By: Publish:Sat, 25 May 2019 09:06 PM (IST) Updated:Sun, 26 May 2019 05:53 PM (IST)
बालाजी बिहार में बुधवार को तोड़े जाएंगे 400 अवैध मकान, अर्थला झील में लोगों का प्रदर्शन
बालाजी बिहार में बुधवार को तोड़े जाएंगे 400 अवैध मकान, अर्थला झील में लोगों का प्रदर्शन

गाजियाबाद, जेएनएन। साहिबाबाद के बालाजी बिहार में नगर निगम के खिलाफ अर्थला झील के पानी में घुसकर स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का कहना है कि प्रशासन की तरफ से उन्हें परेशान किया जा रहा है। झील में उतरकर प्रदर्शन करने वालों में वार्ड के पार्षद दिलशाद मलिक भी शामिल रहे। इस दौरान लोगों ने झील में डूबने की कसम खायी।

दरअसल, अर्थला झील की जमीन पर अवैध रूप से मकान बने हैं। मामला एनजीटी में चल रहा है। 31 मई को मामले में जिला प्रशासन को जवाब दाखिल करना है। शनिवार को नगर निगम और प्रशासन की टीम ने यहां पर अवैध मकानों पर लाल निशान लगाया था। बुधवार को मकानों को तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी। वहीं मकानों में रहने वाले लोग कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि उनके पास मकानों से संबंधित दस्तावेज मौजूद हैं।

अवैध मकानों में लगाए गए लाल निशान

नगर निगम और प्रशासन की टीम ने शनिवार को अर्थला झील की जमीन पर अवैध तरीके से बने मकानों पर लाल निशान लगा दिए। मुनादी कर बुधवार से पहले मकान खाली करने का आदेश दिया। इस दौरान करीब चार सौ मकानों पर लाल निशान लगाए गए। मुनादी कराकर बुधवार से पहले मकानों को खाली करने का निर्देश दिया। इस दौरान लोगों ने विरोध किया लेकिन अधिकारियों के कड़े तेवर व पुलिस बल की वजह से थोड़ी देर में ही शांत हो गए।

बुधवार को तोड़े जाएंगे अवैध मकान

बुधवार को मकानों के ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि अर्थला झील की जमीन पर लोगों ने अवैध मकान बना लिए हैं। इनमें बालाजी विहार व चित्रकूट कॉलोनी के मकान शामिल हैं। मामले की राष्ट्रीय हरित अधिकरण में याचिका दायर है।

अधिकरण ने झील की जमीन पर अवैध रूप से बने मकानों को गिराने का आदेश दिया है। जिला प्रशासन को 31 मई को कार्रवाई के संबंध में अधिकरण में जवाब दाखिल करना है। इसलिए जिला प्रशासन अवैध मकानों पर कार्रवाई करने जा रहा है।

लोगों ने दिखाए मकानों के दस्तावेज

शनिवार को मकानों पर लाल निशान लगाने पहुंची टीम का लोगों ने विरोध किया। लोगों ने कहा कि 20 सालों से यहां मकान बनाकर रहे हैं। इसका दस्तावेज उनके पास है। लोगों ने अधिकारियों को मकान संबंधी दस्तावेज भी दिखाए, लेकिन अधिकारियों ने झील की जमीन बताते हुए मकानों को अवैध करार दिया।

नगर निगम मोहन नगर जोन के जोनल प्रभारी एसके गौतम ने कहा कि अवैध मकानों पर लाल निशान लगा दिए गए हैं। मुनादी कराकर लोगों को मकान खाली कराने का निर्देश दिया गया है। बुधवार को उच्चाधिकारियों की मौजूदगी में मकानों को ध्वस्त किया जाएगा।

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