दिल्ली-NCR में जहरीली हवा से राहत की उम्मीद, शाम तक हल्की बारिश के आसार

स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत के अनुसार, अगले 24 घंटों में दिल्ली के मौसम में काफी बदलाव देखने को मिलेंगे।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 16 Jun 2018 11:03 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jun 2018 11:19 AM (IST)
दिल्ली-NCR में जहरीली हवा से राहत की उम्मीद, शाम तक हल्की बारिश के आसार
दिल्ली-NCR में जहरीली हवा से राहत की उम्मीद, शाम तक हल्की बारिश के आसार

नई दिल्ली (जेएनएन)। पिछले तीन दिनों से प्रदूषण से परेशान दिल्ली में शनिवार को हल्की बूंदाबांदी और तेज हवाएं धूल से राहत दिला सकती हैं। इसकी वजह से न्यूनतम तापमान में भी करीब तीन से चार डिग्री की कमी आ सकती है। शुक्रवार को दिल्ली में अधिकतम तापमान 40.6 तो न्यूनतम तापमान 33.4 डिग्री सेल्सियस रहा।

धूल की वजह से गर्मी कम नहीं हो रही। पिछले तीन दिनों के दौरान तापमान में तीन से चार डिग्री की वृद्धि हुई है। सफदरजंग के अलावा पालम में तापमान 41.2, लोधी रोड में 40, रिज में 41.3, आया नगर में 40.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम विभाग के अनुसार, शनिवार को तापमान 40 और 32 डिग्री के आसपास रह सकता है। इस दौरान तेज हवाओं के बाद कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। रविवार को भी इसी तरह के मौसम की संभावना है। धूल कम होने की वजह से न्यूनतम तापमान में गिरावट आने की संभावना है। लेकिन, 19 जून के बाद तापमान एक बार फिर 40 डिग्री को पार कर लेगा और 22 जून तक यह 43 डिग्री पर पहुंच जाएगा।

स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी महेश पलावत के अनुसार, अगले 24 घंटों में दिल्ली के मौसम में काफी बदलाव देखने को मिलेंगे। जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ के अलावा पंजाब के उत्तरी हिस्से से उत्तर प्रदेश तक एक ट्रफ बनता दिखाई दे रहा है। हालांकि यह बारिश काफी कम समय के लिए होगी लेकिन इससे तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट आने की संभावना है।

हवाओं की दिशा में भी बदलाव हो रहा है। दक्षिणी पश्चिमी हवाएं दिल्ली आना शुरू हो जाएंगी। इसकी वजह से सोमवार और मंगलवार से एक बार फिर उमस भरी गर्मी से लोगों का सामना होगा। गौरतलब है कि दिल्ली में जून में 82 एमएम बारिश होती है, लेकिन अभी तक पालम में 27 एमएम और सफदरजंग में 5 एमएम बारिश दर्ज हुई है।

शुक्रवार को धूल से ढकी रही दिल्ली

खतरनाक वायु प्रदूषण से जूझ रही दिल्ली तीसरे दिन भी धूल से ढकी रही। हालांकि, पीएम (पार्टिकुलेट मैटर) 10 व पीएम 2.5 के स्तर में कमी दर्ज की जा रही है, लेकिन शुक्रवार को वायु प्रदूषण का स्तर इस गर्मी में अपने सर्वोच्च स्तर पर रहा।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, शुक्रवार इस मौसम का सबसे प्रदूषित दिन साबित हुआ, जब 24 घंटे का एयर इंडेक्स 447 तक पहुंच गया। इससे पहले यह बुधवार को 445 रहा था। इस जानलेवा प्रदूषण से दिल्ली वालों का जीना मुहाल हो गया है। हालांकि, शनिवार से धूल के कम होने की उम्मीद है। शुक्रवार को सुबह से ही प्रदूषण की चादर दिल्ली-एनसीआर पर गहरा गई थी। दोपहर करीब 12 बजे तक दिल्ली का एयर इंडेक्स 462 दर्ज किया गया। वहीं, शाम चार बजे के एयर बुलेटिन में इसका स्तर 447 दर्ज किया गया। 

प्रदूषण फैला रहीं 12 बिल्डिंग सील, 177 के कटे चालान

दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए सार्वजनिक स्थलों और फुटपाथ की मिट्टी पर पानी का छिड़काव किया गया। मशीनों से सड़क किनारे पड़ी मिट्टी भी साफ की गई। इसी के साथ प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ जुर्माने की कार्रवाई की गई। उत्तरी दिल्ली नगर निगम के 142 टैंकरों ने पार्को, सड़कों और फुटपाथ पर पानी का छिड़काव किया। निगम ने बताया कि प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ 11 से 15 जून तक छह जोन में कार्रवाई का अभियान चलाया गया। इसके तहत 38 चालान कर 2 लाख 75 हजार का जुर्माना वसूला गया।

केशवपुरम जोन में एनजीटी के मानकों का उल्लंघन करने पर 26 चालान कर 5 लाख 20 हजार रुपये का जुर्माना वसूला गया। शहरी सदर पहाड़गंज में 22 लोगों के चालान किए गए। निगम ने इस इलाके से दो लाख 15 हजार रुपये जुर्माने के तौर पर वसूले गए। करोलबाग जोन में भी निगम की टीम ने 13 जगहों का निरीक्षण कर 13 लोगों का चालान किया और 6 लाख 20 हजार रुपये की जुर्माना राशि वसूल की। ग्रामीण क्षेत्र नरेला में निगम की टीम ने 23 जगहों का निरीक्षण कर 2 लोगों के खिलाफ निर्माण सामग्री फैलाने पर 20 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। रोहिणी जोन की टीम ने 18 जगहों पर निरीक्षण कर एक चालान कर 50 हजार का जुर्माना लगाया।

326 जगहों पर रुकवाया निर्माण कार्य

प्रदूषण के चलते दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने भी पानी का छिड़काव कर प्रदूषण को कम करने के लिए कदम उठाए। इसके साथ ही प्रदूषण फैलाने को लेकर 177 चालान किए गए। वहीं निर्माण कार्यो पर रोक लगे होने के बाद भी कार्य जारी होने पर 12 बिल्डिंग को निगम ने सील कर दिया। 326 जगह पर निर्माण कार्य को रुकवाया। निगम ने बताया कि 123 ट्रैक्टर ट्रॉली, टैंकर, टाटा 407 को लगाकर मुख्य बाजारों, सड़कों पर पानी का छिड़काव किया गया। निगम की 12 मैकेनिकल स्वीपिंग मशीनों से सड़कों की सफाई कराई गई।

काम करने में नहीं, दिखाने पर यकीन

वहीं, दिल्ली में चल रहे सियासी ड्रामे के बीच दिल्ली सरकार अब संदेश देने की राजनीति के हथकंडे पर चल पड़ी है। यही वजह है कि काम करने में नहीं बल्कि दिखावे का संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है।1इसी कड़ी में शुक्रवार को पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन ने प्रदूषण को लेकर बैठक बुला ली, जबकि इससे पूर्व गुरुवार को खुद उपराज्यपाल अनिल बैजल ने तमाम एजेंसियों के मिलकर बैठक की थी। इसमें उन्होंने प्रदूषण से निपटने के दिशा निर्देश भी जारी कर दिए थे। जानकारों का कहना है कि जब उपराज्यपाल ने खुद अपनी बैठक में तमाम उपायों पर चर्चा कर ली और उस बैठक में पर्यावरण मंत्री भी शामिल थे। ऐसे में इस विषय पर मंत्री द्वारा बैठक बुलाने का क्या औचित्य रह जाता है। वह भी तब, जबकि उन्हें मालूम है कि बैठक में अधिकारी नहीं आएंगे। आए भी नहीं। ज्ञात हो कि चार दिनों से दिल्ली के मौसम में धूल व प्रदूषण की मात्रा बढ़ी हुई है। शुक्रवार को भी स्थिति गंभीर ही थी। लोगों को सांस लेने में परेशानी हो रही थी और दम घुट रहा था। विडंबना यह भी तीन दिन तक दिल्ली सरकार प्रदूषण कम करने की बजाए धरने की राजनीति में व्यस्त रही। जब उपराज्यपाल ने बैठक कर ली तो मंत्री भी सक्रिय हो गए। हालांकि मजे की बात यह भी है कि शुक्रवार को प्रदूषण के स्तर में पहले के मुकाबले काफी कमी आ चुकी है। 

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