Delhi Air Pollution: ठंड के साथ दिल्ली-एनसीआर में बढ़ेगा प्रदूषण का स्तर
सफर इंडिया के मुताबिक बारिश थमने और हवा की रफ्तार घटकर महज आठ किमी प्रतिघंटा रह जाने से प्रदूषक तत्व छंट नहीं पा रहे हैं। तापमान में गिरावट और उत्तर पश्चिमी हवा के साथ ठंडक आने के कारण आने वाले दिनों में प्रदूषण और बढ़ेगा।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। झमाझम बारिश के कारण पिछले कई दिनों से दिल्ली-एनसीआर के प्रदूषण के स्तर में मिल रही राहत बुधवार को 'हवा' होती दिखी। बारिश का दौर थमते ही प्रदूषण ने एक बार फिर सिर उठाना शुरू कर दिया है। प्रदूषक कणों की मात्रा में भी तेजी से इजाफा होने लगा है। बृहस्पतिवार सुबह से दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर इलाकों में वायु गुणवत्ता स्तर में इजाफा हुआ है। वायु गुणवत्ता स्तर 250 के आसपास बना हुआ है। वहीं, सफर इंडिया के मुताबिक बारिश थमने और हवा की रफ्तार घटकर महज आठ किमी प्रतिघंटा रह जाने से प्रदूषक तत्व छंट नहीं पा रहे हैं। तापमान में गिरावट और उत्तर पश्चिमी हवा के साथ ठंडक आने के कारण आने वाले दिनों में प्रदूषण और बढ़ेगा।
वहीं, केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (Central Pollution Control Board) की तरफ से जारी एयर बुलेटिन के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली का एक्यूआइ (एयर क्वालिटी इंडेक्स) 226 रहा। जबकि, मंगलवार को यह 140 रहा था। एक दिन के भीतर ही इसमें 86 अंकों का इजाफा हुआ है। शाम को पांच बजे हवा में प्रदूषक कण पीएम 10 की मात्रा 134 रही, जबकि पीएम 2.5 कणों की मात्रा 90 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रही। मानकों के अनुसार हवा में पीएम 10 की मात्रा 100 और पीएम 2.5 की मात्रा 60 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर होनी चाहिए। एनसीआर के शहरों में फरीदाबाद का एक्यूआइ 203, गाजियाबाद का 234, ग्रेटर नोएडा का 239 और नोएडा का 200 दर्ज हुआ। इस श्रेणी की हवा को खराब श्रेणी में रखा जाता है। हालांकि, गुरुग्राम का एक्यूआइ बुधवार को भी मध्यम श्रेणी में यानी 175 ही दर्ज किया गया।'
बता दें कि अक्टूबर-नवंबर महीने में पंजाब और हरियाणा में पराली जलाए जाने के चलते दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण के स्तर में इजाफा हुआ था, लेकिन वायु प्रदूषण में इजाफा होने के पीछे स्थानीय कारक हैं।
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