एक करोड़ लूट ले गया ‘पुलिसवाला’, गुजरात के कारोबारी से जुड़ा मामला; अफसरों में हड़कंप

गुजरात के कारोबारी से जुड़ा मामला होने से इस घटना ने दिल्ली पुलिस की नींद उड़ा दी है। इस मामले की तफ्तीश में उत्तरी जिला पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच को भी लगा दिया गया है।

By JP YadavEdited By: Publish:Tue, 01 Oct 2019 09:41 AM (IST) Updated:Tue, 01 Oct 2019 09:41 AM (IST)
एक करोड़ लूट ले गया ‘पुलिसवाला’, गुजरात के कारोबारी से जुड़ा मामला; अफसरों में हड़कंप
एक करोड़ लूट ले गया ‘पुलिसवाला’, गुजरात के कारोबारी से जुड़ा मामला; अफसरों में हड़कंप

नई दिल्ली [राकेश कुमार सिंह]। उत्तरी जिला के कोतवाली थाना क्षेत्र में 25 सितंबर की शाम पुलिस की वर्दी में कार सवार शख्स ने गुजरात के कारोबारी के कर्मचारी अजीत ठाकोर से 40 लाख नहीं, बल्कि एक करोड़ रुपये लूटे थे। दरअसल अजीत को पता नहीं था कि दोनों बैग में कितने रुपये थे, इसलिए उसने पुलिस को गलत जानकारी दे दी थी। गुजरात के कारोबारी से जुड़ा मामला होने के कारण इस घटना ने दिल्ली पुलिस की नींद उड़ा कर रख दी है। इस मामले की तफ्तीश में उत्तरी जिला पुलिस के अलावा क्राइम ब्रांच को भी लगा दिया गया है। पुलिस को शक है कि यह रकम हवाला की भी हो सकती है। लिहाजा इस एंगल पर भी पुलिस जांच कर रही है।

नया बाजार इलाके में गुजरात निवासी अंकुर की अनाज फर्म है। 25 सितंबर को अंकुर ने दो कर्मचारी अजीत ठाकोर व राकेश को बाराखंभा स्थित एक फर्म से रुपये लाने को भेजा था। दोनों कर्मी रुपयों से भरे तीन बैग लेकर ऑटो से नया बाजार की तरफ जा रहे थे। अजीत के पास मौजूद एक बैग में 60 लाख व दूसरे में 40 लाख रुपये थे, जबकि राकेश के पास मौजूद बैग में 15 लाख रुपये थे।

शाम करीब सात बजे ऑटो से जैसे ही दोनों राजघाट होते हुए छत्ता रेल कश्मीरी गेट की रेड लाइट के समीप पहुंचे। तभी स्विफ्ट कार सवार एक शख्स ने जांच के बहाने ऑटो रुकवा लिया। कार सवार शख्स ने पुलिस की वर्दी पहन रखी थी। पूछताछ से बचने के लिए राकेश ऑटो रुकते ही 15 लाख रुपयों से भरा बैग लेकर भाग गया, जबकि अजीत को उसने थाने ले जाने के बहाने कार में बैठा लिया था। रास्ते में पहले उसने अजीत को डराया-धमकाया। इसके बाद कई घंटे तक लालकिला के आसपास घुमाता रहा फिर कश्मीरी गेट इलाके में छत्ता रेल के पास उतारकर रुपयों से भरे दोनों बैग लेकर फरार हो गया।

25 सीसीटीवी कैमरे मिले खराब, कैसे मिले सुराग

लूट कांड की तफ्तीश में पुलिस को हैरान करने वाली जानकारी मिली है। कर्मचारी बाराखंभा स्थित जिस फर्म से 1.15 करोड़ रुपये लेकर नया बाजार जाने के लिए निकला था और घटनास्थल वाले क्षेत्र के कैमरों की उत्तरी जिला पुलिस की दस टीमों ने जांच की है। टीम ने उक्त रूटों पर लगे करीब 25 सीसीटीवी कैमरे की जांच की यह सभी खराब पाए गए। इससे दिल्ली पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। ऐसे में पुलिस को मायूसी हाथ लगी, यदि कैमरों से कोई सुराग लगता तो अपराधी तक आसानी से पहुंचा जा सकता था।

पुलिस ने अजीत से पूछताछ के बाद बाराखंभा से लेकर रंजीत सिंह फ्लाई ओवर, कमला मार्केट, दिल्ली गेट-दरियागंज चौराहा, शांति वन की लालबत्ती से लालकिला की तरफ जाने वाली रिंग रोड आदि उन सभी मार्गो पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच की है, जिन मार्गों का इस्तेमाल किया गया। इन मार्गों पर कुछ जगह दिल्ली पुलिस व कुछ पर दिल्ली सरकार की तरफ से कैमरे लगे हैं। लेकिन, एक भी कैमरा ठीक नहीं मिला। त्योहार के समय में इन मुख्य जगहों पर लगे सीसीटीवी खराब होना बहुत बड़ी लापरवाही मानी जा रही है। इससे सुरक्षा को लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। बड़ा सवाल यह है कि अगर इन इलाकों में त्योहार के दौरान कोई आतंकी घटना घट जाए तब पुलिस को सुराग कैसे मिल सकेगा।

लुटेरे के पुलिस कर्मी होने की जताई जा रही है आशंका

लुटेरे के पुलिस की वर्दी में होने के मामले में पुलिस अधिकारी का कहना है कि हो सकता है लुटेरा पुलिस वाला ही हो, क्योंकि शाम सात बजे कोई लुटेरा पुलिस की वर्दी में नहीं घूम सकता है। लूटपाट के बाद छत्ता रेल के पास जहां अजीत को कार से उतारा गया। वहां उस वक्त पांच-छह यातायात कर्मी मौजूद थे। अगर अजीत उनमें किसी से भी तुरंत शिकायत कर देता तो कार सवार को दबोचा जा सकता था।

डीसीपी मंदीप सिंह रंधावा (प्रवक्ता, दिल्ली पुलिस) का कहना है कि बाराखंभा से लालकिला तक सभी कैमरे खराब नहीं हो सकते हैं। कैमरे कुछ खास जगहों को ही कवर करते हैं। हो सकता है लूटपाट की उक्त घटना की तस्वीरें कैमरे में कैद नहीं हो पाई हो। सभी सीसीटीवी कैमरों की जांच कराई जाएगी।

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