शरीर स्वस्थ व स्वच्छ रहेगा तो आत्मविश्वास भी मजबूत होगा, पीस फॉर न्यू इंडिया संस्था बांट रही पैड

पूरे देश में स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है ऐसे में माहवारी स्वच्छता की अनदेखी कैसे की जा सकती है।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Tue, 25 Aug 2020 07:25 PM (IST) Updated:Tue, 25 Aug 2020 07:25 PM (IST)
शरीर स्वस्थ व स्वच्छ रहेगा तो आत्मविश्वास भी मजबूत होगा, पीस फॉर न्यू इंडिया संस्था बांट रही पैड
शरीर स्वस्थ व स्वच्छ रहेगा तो आत्मविश्वास भी मजबूत होगा, पीस फॉर न्यू इंडिया संस्था बांट रही पैड

नई दिल्ली [रितु राणा]। महिलाओं को स्वस्थ व स्वच्छ रहने की सीख देने के उद्देश्य से पीस फॉर न्यू इंडिया संस्था चित्रा विहार स्थित झुग्गियों में एक विशेष जागरूकता अभियान चला रही है। अभियान के तहत हर महीने 200 महिलाओं को सैनेटरी पैड वितरित किए जा रहे हैं। वहीं, कोरोना महामारी से बचाव के लिए उन्हें निशुल्क मास्क भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं। पूरे देश में स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है, ऐसे में माहवारी स्वच्छता की अनदेखी कैसे की जा सकती है। यही वजह है कि संस्था ने महिलाओं के स्वास्थ्य की सुध ली और उन्हें माहवारी के प्रति जागरूक किया और सैनेटरी पैड इस्तेमाल करने की सलाह दी। उन्हें बताया जा रहा है कि अगर वह सैनेटरी पैड का इस्तेमाल नहीं करेंगी तो वह कई गंभीर बीमारियों का शिकार हो सकती हैं। सैनेटरी पैड का इस्तेमाल करने से शरीर स्वस्थ व स्वच्छ रहेगा, जिससे हमारा आत्मविश्वास भी मजबूत होगा।

200 महिलाओं को वितरित किए जा रहे पैड व मास्क

संस्था की चेयरपर्सन शिखा गर्ग ने बताया कि गरीब महिलाएं सैनेटरी पैड का इस्तेमाल नहीं कर पाती क्योंकि यह पैड बहुत महंगे होते हैं। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण वह चाहकर भी सैनेटरी पैड से वंचित रह जाती हैं। इसलिए संस्था ने इन महिलाओं तक सैनेटरी पैड निशुल्क पहुंचाने की जिम्मेदारी ली। उन्होंने कहा कि संस्था ने महिलाओं के इस दर्द को समझा और झुग्गी में रहने वाली किशोरी और महिलाओं तक सैनेटरी पैड कैसे पहुंचे इस पर मंथन शुरू किया और खुद जाकर इन महिलाओं को जागरूक करते हुए पैड व मास्क वितरित किए।

स्वस्थ व स्वच्छ रहने के लिए कई बातें करती हैं साझा 

शिखा ने बताया कि वह हर महीने महिलाओं को घर-घर जाकर माहवारी के प्रति जागरूक करती हैं। स्वस्थ व स्वच्छ रहने के लिए उनसे कई जरूरी बातें साझा करती हैं। उन्होंने कहा कि महिलाओं के हाथों में ही पूरे घर -परिवार की डोर होती है। ऐसे में वह बीमार पड़ जाएं तो, पूरा घर ही बीमार पड़ जाता है।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो

chat bot
आपका साथी