न्याय की चौखट पर लुटती अस्मत, कोर्ट परिसर में सुरक्षा पर सवाल

दिल्ली की अदालतों में लगातार हो रही हैं हत्या, दुष्कर्म जैसी संगीन वारदात। हाई कोर्ट की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ने सुरक्षा व्यवस्था पर उठाए सवाल।

By Amit SinghEdited By: Publish:Fri, 20 Jul 2018 11:04 AM (IST) Updated:Fri, 20 Jul 2018 11:04 AM (IST)
न्याय की चौखट पर लुटती अस्मत, कोर्ट परिसर में सुरक्षा पर सवाल
न्याय की चौखट पर लुटती अस्मत, कोर्ट परिसर में सुरक्षा पर सवाल

नई दिल्ली (विनीत त्रिपाठी)। दिल्ली की अदालत परिसरों में एक के बाद एक सामने आ रहे संगीन मामले अदालतों की सुरक्षा-व्यवस्था को कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। दुष्कर्म, हत्या, हत्या का प्रयास जैसी वारदात रुकने का नाम नहीं ले रहीं हैं। साकेत कोर्ट परिसर के अंदर एक वकील द्वारा महिला वकील से दुष्कर्म का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि अब हाई कोर्ट परिसर के अंदर कानून की छात्र से दुष्कर्म का मामला सामने आ गया

साकेत कोर्ट में महिला वकील के साथ दुष्कर्म की वारदात को गंभीरता से लेते हुए हाई कोर्ट की कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल ने सोमवार को बैठक भी की थी। उन्होंने सभी जिला अदालतों के जजों को अदालत परिसर में महिलाओं की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार करने के निर्देश दिए थे।

रोहिणी, कड़कड़डूमा, तीस हजारी अदालत परिसर के अंदर और बाहर आए दिन होने वाली वारदात से यह कहना मुश्किल है कि कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश के आदेश का कितना असर पड़ेगा। हर घटना के बाद पुलिस मामले में जांच करने और सुरक्षा पुख्ता करने का दावा तो करती है, लेकिन कुछ दिन में मामला ठंडा होने पर वह शांत बैठ जाती है।

साकेत कोर्ट परिसर में महिला वकील से दुष्कर्म

साकेत कोर्ट परिसर में वकील के चैंबर में 14 जुलाई को दुष्कर्म का मामला सामने आया था। महिला वकील ने एक अन्य वकील पर दुष्कर्म का आरोप लगाते हुए साकेत थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपित वकील को संगम विहार इलाके से गिरफ्तार किया था।

रोहिणी कोर्ट परिसर में कैदी की हुई थी हत्या

13 नवंबर 2017 को रोहिणी कोर्ट परिसर में तिहाड़ जेल से पेशी पर लाए गए कैदी विनोद कुमार उर्फ कालू (31) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने हमलावर नांगलोई कैंप-2 निवासी अब्दुल खान को गिरफ्तार किया था। विनोद वर्ष 2010 में रोहिणी साउथ थाने में दर्ज धोखाधड़ी के मामले में आरोपित था और 30 अक्टूबर 2017 को गिरफ्तार किया गया था।

कड़कड़डूमा कोर्ट में जज के सामने मारी थी गोली

पूर्वी दिल्ली स्थित कड़कड़डूमा अदालत परिसर में अज्ञात लोगों ने 23 दिसंबर 2015 को अदालत संख्या-73 में न्यायाधीश के सामने कुख्यात कैदी इरफान उर्फ छेनू पहलवान पर गोली चलाई थी। छेनू तो बच गया था, लेकिन दिल्ली पुलिस के हवलदार की मौत हो थी। चार बदमाशों ने 10 गोलियां चलाई थीं।

तीस हजारी कोर्ट परिसर में सुरक्षा इंतजाम को चुनौती

29 मई 2018: तीस हजारी कोर्ट परिसर में एक नाबालिग अपराधी ने पुलिस वैन में बैठे कुख्यात दिनेश पाठक को गोली मार दी थी।

28 जून: तीस हजारी अदालत में फैमिली कोर्ट के बाहर एक युवक ने घरेलू विवाद में पत्नी पर चाकू से ताबड़तोड़ वार किया था।

02 जुलाई: तीस हजारी कोर्ट में जेल से सुनवाई के लिए लाया गया कैदी बाबू खान पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था।

23 नवंबर 2017: तीस हजारी कोर्ट की लॉकअप में तीन कैदियों के बीच मारपीट हुई थी। दो कैदियों पर ब्लेड से वार किया गया था।

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