Happy Diwali 2020: जानिये- दीपावली पर कब होगा शुभ मुहूर्त और कैसे करें लक्ष्मी की पूजा
Happy Diwali 2020 अधिकतर दिल्लीवासियों ने इस साल प्रदूषण को रोकने के लिए सरकार के कदम से कदम मिलाने का फैसला लिया है। लोगों का कहना है कि वे बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए इस साल पटाखे नहीं जलाएंगे। इसके स्थान पर लोग गरीबों की मदद करेंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे देश में शनिवार को दीपावली का त्योहार पूरी सादगी, आस्था और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। दीपावली पर वैसे तो पूरा दिन और पूरी रात भगवती लक्ष्मी की आराधना के लिए उपयुक्त होता है लेकिन शास्त्रानुसार प्रदोष से लक्ष्मी पूजन अर्थात प्रदोष काल में भगवती लक्ष्मी की आराधना सर्व सिद्धिदायक होती है। स्थिर लग्न में वृष लग्न शाम 5.33 से 7.29 बजे तक मिल रहा है जो पूजन के लिए सर्वोत्तम काल है। इसके अतिरिक्त दिन में पूजन करना अभीष्ट हो तो परंपरा अनुसार 12.57 से 2.28 बजे तक और रात में 12.01 से 2.15 बजे तक सिंह लग्न की प्राप्ति होगी। इन लग्नों के अतिरिक्त किसी भी समय किसी लग्न में लक्ष्मी आराधना की जा सकती है। पूजन विधि : देवी भागवत के अनुसार, कमलासन पर विराजित लक्ष्मी की पूजा से इंद्र ने देवाधिराज होने का गौरव प्राप्त किया था। इसलिए गृहस्थ को भी कमलासन पर विराजित लक्ष्मी या गजाभिषिक्त लक्ष्मी की ही आराधना करनी चाहिए। प्रात: स्नानादि नित्यकर्म से निवृत्त होकर दिनभर व्रत रखें और सायं काल (प्रदोष काल) पुन: स्नान कर दीपों से घर को सुशोभित कर कोषागार, पूजन कक्ष या किसी भी शुद्ध, सुसज्जित, सुशोभित और शांतिवद्र्धक स्थान में पर अक्षतादि से अष्ट दल लिखें और उस पर गणेश-लक्ष्मी की प्रतिमा सहित अक्षत पुंज या सुपारी पर इंद्र एवं कुबेर की स्थापना कर पूजन करना चाहिए।
पुजारियों का कहना है कि शुभ मुहूर्त में पूजा-अर्चना करने से भगवान अपने भक्तों की हर मनोकामना को पूरा करते हैं और मां लक्ष्मी उन पर धन की वर्षा करती हैं, वहीं दीपावली से पहले ही राजधानी दिल्ली के घर और कनॉट प्लेस, करोलबाग व पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक व अन्य इलाके दूधिया रोशनी से नहा रहे हैं, जो छोटी दीपावली के मौके पर दीयों से सजाएं गए हैं। आज भी लोग बड़ी संख्या में घरों को सजाएंगे, जिससे मां लक्ष्मी उन पर कृपा कर सकें।
प्राचीन हनुमान मंदिर के महंत सुरेश शर्मा ने बताया कि सनातन धर्म में दीपावली को सबसे बड़ा पर्व बताया गया है। इसकी लोग महीनों पहले से तैयारी करते हैं। उन्होंने कहा कि धन की देवी लक्ष्मी की इस दिन पूजा अर्चना की जाती है। उन्होंने कहा कि इस बार लक्ष्मी पूजन पर स्वाति नक्षत्र और सिद्धि योग का संयोग एक साथ बना है।
उन्होंने कहा कि इस दौरान लोग अपने अनुसार पूजन कर सकते हैं, जिसमें लक्ष्मी और गणेश का पूजन करना होगा। इस दौरान लोग आरती और अपने गुरु के दिए मंत्र का जाप कर सकते हैं। महिलाओं ने घर में बनाई रंगोली महिलाएं दीपावली के पर्व पर अपने घर को सजाने के लिए कोशिश करती हैं।
दीपावली का शुभ मुहूर्त
पूजारियों के मुताबिक, शनिवार को शुभ मुहूर्त दोपहर 1:16 तक रहेगा। इसके बाद अमावस तिथि शुरू हो जाएगा जो 15 नवंबर की सुबह 10:00 बजे तक रहेगा। पुजारियों का कहना है कि शनिवार शाम 5:40 से रात 8:15 बजे तक दिवाली पूजा का शुभ मुहूर्त है।
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