ISRO में पीएम मोदी संग ऐतिहासिक पल का गवाह बनेगा दिल्‍ली का यह छात्र, जानिए वजह

नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले मानोग्य ने बताया कि उन्हें स्पेस में काफी रुचि है। इसी कारण उसे पीएम मोदी संग इसरो में बैठ कर चंद्रयान2 की लैंडिग देखेगा।

By Prateek KumarEdited By: Publish:Thu, 29 Aug 2019 08:33 AM (IST) Updated:Thu, 29 Aug 2019 08:45 AM (IST)
ISRO में पीएम मोदी संग ऐतिहासिक पल का गवाह बनेगा दिल्‍ली का यह छात्र, जानिए वजह
ISRO में पीएम मोदी संग ऐतिहासिक पल का गवाह बनेगा दिल्‍ली का यह छात्र, जानिए वजह

नई दिल्ली (भगवान झा)। सात सितंबर के दिन जब पूरी दुनिया की निगाह भारत के चंद्रयान मिशन-2 (Chandrayaan 2) पर होगी। उस समय दिल्ली कैंट स्थित केंद्रीय विद्यालय के छात्र मानोग्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संग बेंगलुरु स्थित भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के नियंत्रण कक्ष में इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनेंगे। भारत सरकार से इस बावत उन्हें आमंत्रण मिल है। मानोग्य को अब उस ऐतिहासिक पल का बेसब्री से इंतजार है, जब चांद की सतह को चंद्रयान मिशन-2 चूमेगा।

स्‍पेस में है रुचि
नौवीं कक्षा में पढ़ने वाले मानोग्य ने बताया कि उन्हें स्पेस में काफी रुचि है। पिछले दिनों भारत सरकार की ओर से हर स्कूल में स्पेस क्विज का आयोजन किया गया था। इसमें उन्होंने भी भाग लिया था। पूरे देश में करीब दस दिनों तक इसका आयोजन हुआ। बुधवार को उन्हें क्विज प्रतियोगिता में दिल्ली में प्रथम आने की जानकारी मिली। इसके बाद भारत सरकार से इस पल का गवाह बनने के लिए आमंत्रण मिला।

मानोग्‍य ने बताया सबसे बड़ा दिन
मानोग्य ने कहा कि आज का दिन उनके लिए सबसे बड़ा दिन है। ‘मैं अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ उस क्षण को जी सकूंगा, जिसका इंतजार पूरे देश को है।’ उन्हें बचपन से ही स्पेस के बारे में जानने की इच्छा रही। आगे चलकर वह एस्ट्रोनॉट बनना चाहते हैं, और यह उनकी पहली सीढ़ी है। एयरफोर्स में कार्यरत मानोग्य के पिता विनोद कुमार सिंह ने बताया कि बेटे की उपलब्धि से वह व पत्नी अनीता सिंह काफी खुश हैं। अनीता ने कहा कि बेटे की सफलता के बाद अब उन्हें उस दिन का बेसब्री से इंतजार है, जब मानोग्य प्रधानमंत्री के साथ चंद्रयान-2 की सफलता को देखेगा।

दिल्‍ली-एनसीआर की खबरों को पढ़ने के लिए यहां करें क्‍लिक 

chat bot
आपका साथी