Crime News: दिल्ली-एनसीआर में लूट का सैकड़ा मारने वाले छह आरोपी गिरफ्तार

दिल्ली-एनसीआर में 100 से ज्यादा लूट की वारदात को अंजाम देने वाले छह कुख्यात लुटेरों को सिहानी गेट पुलिस ने गिरफ्तार किया। कब्जे व निशानदेही पर लूटी गई एक चेन व अन्य जेवर 11 मोबाइल दो स्कूटी वाहनों के लाक तोड़ने वाले औजार और चार चाकू बरामद हुए हैं।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Mon, 22 Feb 2021 01:02 PM (IST) Updated:Mon, 22 Feb 2021 01:02 PM (IST)
Crime News: दिल्ली-एनसीआर में लूट का सैकड़ा मारने वाले छह आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने दिल्ली-एनसीआर में चोरी की 100 से अधिक वारदातों को अंजाम देने वालों को गिरफ्तार किया है।

जागरण संवाददाता, दिल्ली/गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर में 100 से ज्यादा लूट की वारदात को अंजाम देने वाले छह कुख्यात लुटेरों को शनिवार रात सिहानी गेट थाना पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपितों के कब्जे व निशानदेही पर लूटी गई एक चेन व अन्य जेवर, 11 मोबाइल, दो स्कूटी, वाहनों के लाक तोड़ने वाले औजार, दो तमंचे और चार चाकू बरामद हुए हैं। 

एसएचओ सिहानी गेट कृष्ण गोपाल शर्मा ने बताया कि पकड़े गए आरोपित आकाश निवासी नंदग्राम, अनिल व रवि निवासी न्यू आर्य नगर, विकास निवासी हरवंश नगर, अरुण व आदर्श निवासी उदल नगर हैं। तीन सब-इंस्पेक्टर गौरव कुमार सिंह, इजहार अली खान व विजय कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने मुखबिर की सूचना पर शनिवार रात लुटेरों को संजय गीता चौक के पास से दबोचा। उस वक्त आरोपित वारदात को अंजाम देने की फिराक में क्षेत्र में घूम रहे थे। लुटेरे गिरोह के खिलाफ दिल्ली-एनसीआर के थानों में लूट, चोरी व आर्म्स एक्ट के कुल 27 मामले दर्ज हैं। 

सुनसान इलाके में जो मिला उसे भी लूट लेते थे

एसएचओ सिहानी गेट ने बताया कि लुटेरों का यह गिरोह सुनसान इलाके में लूटपाट की वारदात करता था। ज्यादातर सुबह व शाम के वक्त वारदात करने के लिए निकलते थे। यह गिरोह सिहानी गेट, कविनगर, विजयनगर थानाक्षेत्र के अलावा नोएडा व दिल्ली के कई थानाक्षेत्र में लूटपाट की वारदात कर चुका है।

आरोपितों ने पूछताछ में बताया कि तीन साल पूर्व जब इन्होंने लूटपाट की शुरुआत की थी तो लूटे गए जेवर ज्वेलर्स को बेचते थे, लेकिन ज्वेलर्स के भी पुलिस के निशाने पर आने के बाद आरोपित अलर्ट हो गए। 

इससे पहले भी दिल्ली पुलिस ऐसे तीन चोरों को गिरफ्तार कर चुकी है जिन्होंने दिल्ली में ही 100 से अधिक लूट की वारदातों को अंजाम दिया था। पुलिस के पास जब चोरी की घटनाओं की अधिक शिकायतें आने लगी थीं उसके बाद उन्होंने अपना नेटवर्क इस तरह के चोरों को पकड़ने के लिए लगा दिया था जिसके बाद उन्हें सफलता मिली। 

chat bot
आपका साथी