Coronavirus Vaccine Delhi News Update: एलएनजेपी पहुंचे सीएम अरविंद केजरीवाल, ले रहे हैं कोरोना टीकाकरण का जायजा

Delhi COVID-19 Vaccination Update एक दिन में 8100 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जा सकेगा। पहले दिन टीकाकरण के लिए चयनित डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के मोबाइल एप पर को-विन एप से मैसेज भेजा जा चुका है।

By JP YadavEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 07:34 AM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 12:34 PM (IST)
Coronavirus Vaccine Delhi News Update: एलएनजेपी पहुंचे सीएम अरविंद केजरीवाल, ले रहे हैं कोरोना टीकाकरण का जायजा
टीकाकरण के लिए हर केंद्र पर पांच कर्मचारियों की टीम मौजूद रहेगी।

नई दिल्ली [वीके शुक्ला]। राजधानी दिल्ली में 81 केंद्रों पर शनिवार से कोरोना के खिलाफ टीकाकरण का महाअभियान शुरू हो गया है। इस कड़ी में दिल्ली स्थित एम्स में कोरोना के टीकाकरण का शुभारंभ किया गया। यहां पर सबसे पहले एक स्वास्थ्यकर्मी को पहला टीका लगाया गया। इस मौके पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और एम्स के निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया भी मौजूद रहे। यहां पर रणदीप गुलेरिया और नीति आयोग के सदस्य डॉ. वीके पॉल ने भी टीका लगवाया।

वहीं, थोड़ी देर पहले ही  मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोक नायक अस्पताल में वैक्सीन सेंटर का दौरा करने के के लिए पहुंचे हैं। उनके साथ स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी हैं। इस दौरान वह उन लोगों से मिलेंगे जिन्हें वैक्सीन लगाई गई होगी। डॉक्टरों व स्टाफ से बात करेंगे। बता दें कि मुख्यमंत्री ने बुधवार को ही घोषणा की कि यदि केंद्र सरकार मुफ्त में वैक्सीन नहीं देगी तो वह अपने खर्च पर दिल्ली वालों को वैक्सीन लगवाएंगे। अरविंद केजरीवाल इससे पहले कई बार मांग कर चुके हैं कि देश भर में मुफ्त में वैक्सीन लगवाई जाए।  

सरकारी व निजी क्षेत्र के 81 अस्पतालों में टीकाकरण केंद्र बनाया गया है। एक केंद्र पर अधिकतम 100 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा। इस लिहाज से एक दिन में 8,100 स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जा सकेगा। पहले दिन टीकाकरण के लिए चयनित डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के मोबाइल एप पर को-विन एप से मैसेज भेजा जा चुका है। जिला कोल्ड स्टोरेज से सुबह सभी टीकाकरण केंद्रों पर आइस बॉक्स में टीका पहुंच जाएगा। टीकाकरण केंद्रों पर तीन कमरों की व्यवस्था की गई है। एक वेटिंग रूम है, जबकि दूसरे में टीका लगाया जाएगा और तीसरे में जिसको टीका लगेगा उसे आधे घंटे के लिए निगरानी में रखा जाएगा। 

टीका लगने के बाद दुष्प्रभाव की स्थिति में एम्स, सफदरजंग, आरएमएल, लोकनायक, गंगराम सहित सभी अस्पतालों में टीकाकरण केंद्र के पास तीन से पांच बेड, वेंटिलेटर व हार्ट की जांच के लिए जरूरी उपकरण की व्यवस्था की गई है। निजी अस्पतालों ने दुष्प्रभाव होने की स्थिति में तुरंत इलाज उपलब्ध कराने के लिए डाक्टरों की टीम गठित की है।

खुलने के चार घंटे में टीका लगाना जरूरी

शुरुआत में सवा दो लाख (2,25,000) स्वास्थ्य कर्मियों को टीका लगाया जाएगा। इसके बाद अग्रिम पंक्ति के करीब छह लाख कर्मचारियों को टीका लगेगा। यहां दो तरह के टीके उपलब्ध कराए गए हैं। पहला कोविशील्ड व दूसरा कोवैक्सीन। कोविशील्ड टीका देश में सीरम इंस्टीट्यूट बना रही है, जबकि कोवैक्सीन को भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) के सहयोग से भारत बायोटेक ने बनाया है। बताया जा रहा है कि 75 अस्पतालों के टीकाकरण केंद्र पर कोविशील्ड टीका लगाया जाएगा।

वहीं एम्स, सफदरजंग, आरएमएल, लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के कलावती शरण अस्पताल, ईएसआइ अस्पताल बसई दारापुर व ईएसआइ अस्पताल रोहिणी में कोवैक्सीन टीका लगाया जाएगा। टीकाकरण केंद्र पर टीके का बॉक्स खुलने के चार घंटे के अंदर उसे लोगों को लगाना जरूरी है। टीकाकरण के लिए हर केंद्र पर पांच कर्मचारियों की टीम मौजूद रहेगी। 

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