'मुझे पार्टी नहीं चलाने दे रहे थे...', लवली ने इस्तीफे में दीपक बाबरिया पर लगाए ये आरोप, कन्हैया से भी नाराजगी
दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अरविंदर सिंह लवली ने रविवार को पार्टी महासचिव प्रभारी दीपक बाबरिया के हस्तक्षेप का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे को लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चार पेज का पत्र भेजा है। इसमें उन्होंने बाबरिया पर बड़े आरोप लगाए हैं। इसके अलावा आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन को भी गलत ठहराया है।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। अरविंदर सिंह लवली ने लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपने इस्तीफे का कारण लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) से गठबंधन को बताया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली कांग्रेस इकाई गठबंधन के सख्त खिलाफ थी, लेकिन पार्टी आलाकमान ने इस पर एक नहीं सुनी।
इस्तीफे में दीपक बाबरिया पर लगाए बड़े आरोप
अरविंदर सिंह लवली ने दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के साथ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को चिट्ठी भेजी है। अपने चार पेज के इस्तीफे में उन्होंने पार्टी के दिल्ली प्रभारी दीपक बाबरिया पर कई आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, "प्रभारी ने मुझे पंगु बना रखा था, वह पार्टी नहीं चलाने दे रहे थे।"
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मेरी सलाह पर नहीं की जाती कोई नियुक्ति- लवली
लवली ने अपना दर्द बयां करते हुए बताया कि उनकी सलाह पर पार्टी में कोई नियुक्ति नहीं की जाती थी। इतना ही नहीं प्रदेश कांग्रेस की रजामंदी नहीं होने पर भी आप के साथ गठबंधन किया गया। तीन सीटों के प्रत्याशियों को चुनने में भी प्रदेश इकाई की सहमति नहीं ली गई।
कन्हैया कुमार और उदित राज की उम्मीदवारी पर उठाए सवाल
अरविंदर सिंह लवली ने उत्तर पूर्वी दिल्ली से कन्हैया कुमार और उत्तर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा सीट से उदित राज की उम्मीदवारी पर भी नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि टिकट देने में स्थानीय उम्मीदवारों की अनदेखी की गई। इतना ही नहीं पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के विरोध और उनकी भावनाओं का ख्याल भी नहीं रखा गया।