हरियाणा में गिरफ्तार हुआ भोंडसी जेल वार्डन व एएसआइ, जानें- क्या है पूरा मामला

भोंडसी जेल से कुछ दिन पहले एक दुष्कर्म आरोपी कूड़े की गाड़ी में छिपकर फरार हुआ था। अब वार्डन को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया है। इससे पूरी व्यवस्था पर सवाल खड़ा हो गया है।

By Amit SinghEdited By: Publish:Tue, 09 Oct 2018 07:15 PM (IST) Updated:Tue, 09 Oct 2018 08:46 PM (IST)
हरियाणा में गिरफ्तार हुआ भोंडसी जेल वार्डन व एएसआइ, जानें- क्या है पूरा मामला
हरियाणा में गिरफ्तार हुआ भोंडसी जेल वार्डन व एएसआइ, जानें- क्या है पूरा मामला

गुरुग्राम (जेएनएन)। दो अलग-अलग मामलों में विजिलेंस की टीम ने एक एएसआई व भोंडसी जेल के हेड वार्डन को 10 -10 रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। विजिलेंस की टीम ने दोनों के खिलाफ भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।

 भोंडसी जेल में बंद एक बंदी कृष्ण कुमार से मुलाकात कराने के नाम पर उसके परिजनों से मुलाकात इंचार्ज के रूप में तैनात हेड वार्डन राजेश कुमार ने 10 हजार रुपये की रिश्वत मांगी। बंदी कृष्ण कुमार जेल में हत्या के आरोप में बंद है। बंदी कृष्ण कुमार के परिजनों ने विजिलेंस के आईजी सुभाष यादव को शिकायत दी कि भोंडसी जेल में वार्डन राजेश कुमार मुलाकात कराने के नाम पर 10 हजार रुपये मांग रहा है। 10 हजार रुपये न देने पर बंदी कृष्ण कुमार को भोंडसी जेल से हिसार जेल में भिजवाने की धमकी दे रहा है।

विजिलेंस के आईजी सुभाष यादव ने शिकायत पर इंस्पेक्टर सत प्रकाश की अगुवाई में एसआई महावीर सिंह, एएसआई धर्मवीर, हेड कांस्टेबल राजीव व रविंदर की टीम गठित की। इस टीम ने बंदी कृष्ण कुमार के परिजनों को दस हजार रुपये की राशि पाउडर लगा कर दी। हेड वार्डन राजेश कुमार ने रिश्वत की राशि देने के लिए जेल परिसर में बने अपने आवास पर बुलाया। विजिलेंस की टीम ने पहले से ही उसने आवास को घेर लिया। कृष्ण कुमार के परिजनों ने जैसे ही हेड वार्डन राजेश कुमार को 10 हजार की राशि थमाई। विजिलेंस की टीम ने वहीं पर उसे रंगे हाथों दबोच लिया।

एक अन्य मामले में उद्योग विहार थाना के एएसआई जितेंद्र को भी विजिलेंस ने चेक बाउंस के मामले में आरोपित व्यक्ति को कोर्ट से पीओ कराने के लिए 10 हजार रुपये की मांग की। शिकायतकर्ता विनीत निवासी अशोक विहार ने इसकी शिकायत विजिलेंस कार्यालय में की। इस शिकायत के आधार पर विजिलेंस के आईजी सुभाष यादव ने डीएसपी धर्मवीर सिंह, एएसआई रणधीर, एएसआई प्रकाश, हेड कांस्टेबल जयप्रकाश, सिपाही राजेंद्र की टीम गठित की।

इस टीम ने लाल पाउडर लगे हुए 10 हजार रुपये उद्योग विहार थाना के जितेंद्र को देने के लिए भेजा। थाना परिसर में पहले से तय कार्यक्रम के अनुसार जितेंद्र ने विनीत से दस हजार रुपये की राशि ले ली। जैसे ही जितेंद्र कुमार ने राशि ली विजिलेंस की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। विजिलेंस ने दोनों आरोपित उद्योग विहार थाना के एएसआई जितेंद्र कुमार व भोंडसी जेल के हेड वार्डन राजेश कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।

21 सितंबर को फरार हुआ था कैदी
गुरुग्राम के सेक्टर-37 थाने से दुष्कर्म और एससीएसटी एक्ट के एक मामले में गिरफ्तार आरोपी अमित 21 सितंबर की दोपहर कूड़े की गाड़ी में छिपकर जेल से फरार हो गया था। शाम को जेल प्रशासन को इसका पता चला, तो हड़कंप मच गया था। अमित बैरक नंबर तीन में बंद था। मामले में लापरवाही बरतने पर 6 जेल कर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें निलंबित किया गया था।

chat bot
आपका साथी