अमित शाह दोषियों को सख्त सजा सुनिश्चित कराने में जुटे, हिंसा के लिए जिम्मेदार एक भी दोषी नहीं बचेगा

दिल्ली में हिंसा में कमी आने के बावजूद गृहमंत्री अमित शाह जरा भी ढील बरतना नहीं चाहते हैं। यही कारण है कि गुरुवार को भी दिन भर गृह मंत्रालय में बैठकों का दौर जारी रहा।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Fri, 28 Feb 2020 12:44 AM (IST) Updated:Fri, 28 Feb 2020 06:34 AM (IST)
अमित शाह दोषियों को सख्त सजा सुनिश्चित कराने में जुटे, हिंसा के लिए जिम्मेदार एक भी दोषी नहीं बचेगा
अमित शाह दोषियों को सख्त सजा सुनिश्चित कराने में जुटे, हिंसा के लिए जिम्मेदार एक भी दोषी नहीं बचेगा

नई दिल्ली, जागरण ब्यूरो। दिल्ली में हिंसा में कमी आने के बावजूद गृहमंत्री अमित शाह जरा भी ढील बरतना नहीं चाहते हैं। यही कारण है कि गुरुवार को भी दिन भर गृह मंत्रालय में बैठकों का दौर जारी रहा। अमित शाह ने दिल्ली पुलिस को हिंसा की निष्पक्ष जांच और इसके गुनहगारों को सख्त सजा सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। शाह के कड़े रुख को देखते हुए ही दिल्ली पुलिस ने जांच के लिए दो विशेष जांच टीम (एसआइटी) गठित करने का एलान किया। गुरुवार को अमित शाह को दोपहर ढाई बजे वीर सावरकर पर आयोजित एक कार्यक्रम में जाना था। यह पहले से तय था। लेकिन अमित शाह ने वहां जाने का कार्यक्रम स्थगित कर दिया।

दिल्‍ली की हालात को लेकर लगातार बैठकों का दौर

वो सुबह 11 बजे गृह मंत्रालय पहुंचे और देर रात तक लगातार दिल्ली की हालात को लेकर बैठकें करते रहे। गृह सचिव अजय कुमार भल्ला, पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक और विशेष आयुक्त कानून-व्यवस्था एसएन श्रीवास्तव इन बैठकों में शामिल रहे। उन्होंने सिलसिलेवार ढंग से एक-एक कदम की समीक्षा की। उन्होंने लोगों से भी अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। गृहमंत्री शाह ने दिल्ली पुलिस को हिंसा से जुड़े मामले में एफआइआर दर्ज करने और दोषियों की पहचान कर उन्हें कड़ी सजा सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। शाह का साफ कहना था कि हिंसा के लिए जिम्मेदार एक भी दोषी बचना नहीं चाहिए।

शुक्रवार को पाबंदियों में 10 घंटे की ढील, दो हेल्पलाइन नंबर जारी

गृह मंत्री की समीक्षा बैठकों के बाद गुरुवार रात करीब दस बजे गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि पिछले 36 घंटे में हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है। इसको देखते हुए कल धारा 144 के तहत लागू पाबंदियों में 10 घंटे की ढील देने का फैसला किया गया है। मंत्रालय ने यह भी बताया कि हिंसा, आगजनी और तोड़फोड़ के मामले में अब तक 48 एफआइआर दर्ज किए गए हैं। पूछताछ के लिए पांच सौ से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया गया है। जांच के मुताबिक और एफआइआर दर्ज की जा सकती है और संदिग्धों को हिरासत में लिया जा सकता है।

प्रभावित इलाकों में तीन विशेष पुलिस आयुक्त, छह संयुक्त आयुक्त समेत बड़ी संख्या में आला अधिकारी और सात हजार से ज्यादा जवान तैनात किए गए हैं। दिल्ली पुलिस ने दो हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। ये नंबर हैं 011-22829334 और 011-22829335। ये नंबर 24 घंटे काम करेंगे।  

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