किसानों के 113 दिनों के प्रदर्शन की वजह से बंद है शिव मार्केट की 110 दुकानें, दुकानदार परेशान

सिंघु बार्डर पर बैठे होने से 113 दिनों से सिंघु बार्डर की शिव मार्केट बंद पड़ी है। मार्केट की सभी 110 दुकानों पर प्रदर्शनकारियों के प्रदर्शन की वजह से ग्रहण सा लग गया है। कोई काम न होने की वजह से एक तरफ कामगार नौकरी छोड़कर भाग रहे हैं। बद्

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Publish:Sun, 21 Mar 2021 08:27 AM (IST) Updated:Sun, 21 Mar 2021 09:03 PM (IST)
किसानों के 113 दिनों के प्रदर्शन की वजह से बंद है शिव मार्केट की 110 दुकानें, दुकानदार परेशान
मार्केट की सभी 110 दुकानों पर प्रदर्शनकारियों के प्रदर्शन की वजह से ग्रहण सा लग गया है।

जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली। कृषि कानून विरोधियों के सिंघु बार्डर पर बैठे होने से 113 दिनों से सिंघु बार्डर की शिव मार्केट बंद पड़ी है। मार्केट की सभी 110 दुकानों पर प्रदर्शनकारियों के प्रदर्शन की वजह से ग्रहण सा लग गया है। कोई काम न होने की वजह से एक तरफ कामगार नौकरी छोड़कर भाग रहे हैं तो दूसरी ओर बैंक सिंघु बार्डर पर स्थित अपने एटीएम बंद करने के नोटिस भेजने लगे हैं।

उधर, प्रदर्शनकारियों की ओर से पक्के मकान बनाकर इस बात के संकेत भी दिए जा रहे हैं कि अभी आने वाले कुछ महीनों तक वह इस जगह को खाली करने वाले नहीं हैं। इससे सिंघु बार्डर स्थित शिव मार्केट के दुकानदारों में खौफ का माहौल है। उनका कहना है कि पहले लाकडाउन की वजह से दुकानें बंद रहीं, अब कृषि कानून विरोधी प्रदर्शनकारियों की वजह से।

अगर ऐसे ही चलता रहा तो भूखे मरने की नौबत आ सकती है। प्रदर्शनकारियों की वजह से शिव मार्केट की सभी 110 दुकानें बंद पड़ी हैं। पहले कोरोना महामारी ने दुकानदारों की कमर तोड़ दी, अब कृषि कानून विरोधियों की वजह से काम चौपट हो गया है।

हमारी मिठाई की दुकान बंद है, एक दुकान जिसमें प्रापर्टी डीलर का काम करते थे वह भी बंद है। इसके अलावा जिन दुकानों में एटीएम किराये पर चल रहे थे वे भी बंद हैं। कुछ को तो खाली करने के बैंक की ओर से नोटिस भी आने लगे हैं।

नुकसान लगातार बढ़ता ही जा रहा है। पहले दुकान में 30 कामगार थे अब उनमें से सिर्फ तीन रह गए हैं। इसके अलावा अब अगर किसी को कुछ बीमारी होती है तो उसे अस्पताल लेकर जाने में भी परेशानी हो रही है। गलियों से जाना पड़ता है। वहां हर समय जाम लगा रहता है।

ज्ञान चंद शर्मा, दुकानदार,

सिंघु बार्डर यहां पर सबमर्सिबल लगा दिए गए हैं। पक्के मकान बनाए जा रहे हैं। इनकी अभी यहां से जाने की कोई तैयारी नहीं है। इस वजह से हमारा काम ठप पड़ा है।

प्रभूदयाल, कामगार,

सिंघु बार्डर जब से प्रदर्शनकारी यहां पर आए हैं, तब से दुकान बंद हैं। कभी कभार दोस्तों के लिए दुकान खोल देते हैं। इसके अलावा एक रुपये की भी कमाई नहीं है।

कुलदीप, दुकानदार, सिंघु बार्डर

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