उठा बड़ा विवाद, तो क्या इस वजह से ढाई दिन में ही खत्म हो गया था पुणे टेस्ट?

पुणे में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच टेस्ट मैच ढाई दिन में खत्म हो जाने को लेकर बवाल हो रहा है।

By Bharat SinghEdited By: Publish:Tue, 28 Feb 2017 04:45 PM (IST) Updated:Tue, 28 Feb 2017 05:15 PM (IST)
उठा बड़ा विवाद, तो क्या इस वजह से ढाई दिन में ही खत्म हो गया था पुणे टेस्ट?
उठा बड़ा विवाद, तो क्या इस वजह से ढाई दिन में ही खत्म हो गया था पुणे टेस्ट?

नई दिल्ली, जेएनएन। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पुणे में हुए टेस्ट मैच की पिच को लेकर बवाल बढ़ता जा रहा है। दोनों देशों के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला मैच इसी पिच पर हुआ था। यह मैच केवल ढाई दिन में ही खत्म हो गया था। यह इस पिच पर होने वाला पहला टेस्ट मैच था।

इस पिच को लेकर ऑस्ट्रेलियाई खेमे ने भी अपनी नाराजगी जताई थी। कंगारू कप्तान स्टीव स्मिथ ने कहा था, 'पिच मैच से एक दिन पहले अविश्वसनीय रूप से सूखी हुई है।' इसके अलावा स्मिथ ने कहा था कि इस पिच पर गोल्फ खेलने जैसे गड्ढे बने हुए हैं। 
इस पिच पर ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में 260 रन बनाए थे। काफी टर्न होती गेंदों पर पहली पारी में भारतीय बल्लेबाज केवल 105 रन ही बना सके थे। ऑस्ट्रेलिया ने दूसरी पारी में 285 रन बनाए थे और भारतीय बल्लेबाज दूसरी पारी में भी केवल 107 रन बना सके थे। इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने तीन दिनों से पहले ही मैच 333 रनों से जीत लिया था। 
अब इस टेस्ट मैच में आइसीसी के मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने इस पिच को घटिया रेटिंग दी है। मैच रेफरी की इस रिपोर्ट पर आइसीसी ने बीसीसीआइ से 14 दिनों के अंदर जवाब देने को कहा है। 

ICC Match Referee Chris Broad rated Maharashtra Cricket Association Stadium pitch in Pune as “poor".BCCI has 14 days to provide response.— ANI (@ANI_news) February 28, 2017

Chris Broad was the match referee for the first Test between India and Australia in Pune.

— ANI (@ANI_news) February 28, 2017

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बेंगलुरु टेस्ट शनिवार से शुरू हो रहा है। पुणे में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 333 रनों से हराया था। यह मैच ढाई दिन में ही खत्म हो गया था। 

यह पहला मामला नहीं है कि मेहमान टीमों ने भारत में बनने वाली पिचों पर शिकायत दर्ज कराई हो। हालांकि इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया में तेज पिचें और भारतीय उपमहाद्वीप में स्पिन पिचें ही देखने को मिलती है। इससे पहले दिल्ली के फिरोजशाह कोटला की पिच को भी एक साल के लिए बैन कर दिया गया था। इसके अलावा, दिसंबर 2015 में भी आइसीसी के मैच रेफरी ने नागपुर की पिच को खराब रेटिंग दी थी। इस पिच पर भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेला गया टेस्ट मैच तीन दिनों के भीतर ही खत्म हो गया था और भारत को 124 रनों से जीत मिली थी। 

क्रिकेट की खबरों के लिए यहां क्लिक करें

जब कोटला की पिच हुई थी बैन
पुणे के वाकये ने 2010 की याद ताजा कर दी है। कोटला की पिच खराब होने की वजह से 2010 में भारत और श्रीलंका के बीच वनडे मैच रद्द कर दिया गया था। इसके बाद कोटला की पिच को 12 महीनों के लिए अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया था। कोटला की उस पिच असमान उछाल देखने को मिली थी। 
chat bot
आपका साथी