'मैं अपनी बल्लेबाजी के इस शानदार फॉर्म को बनाए रखना चाहता हूं': नीतीश राणा

बुधवार की रात को राणा ने केकेआर की पंजाब पर 28 रन से जीत के बाद कहा मैंने बहुत आगे के बारे में नहीं सोचा है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Thu, 28 Mar 2019 01:32 PM (IST) Updated:Thu, 28 Mar 2019 01:32 PM (IST)
'मैं अपनी बल्लेबाजी के इस शानदार फॉर्म को बनाए रखना चाहता हूं': नीतीश राणा
'मैं अपनी बल्लेबाजी के इस शानदार फॉर्म को बनाए रखना चाहता हूं': नीतीश राणा

कोलकाता, पीटीआइ। IPL 2019 के शुरुआती 2 मैचों में कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाज नीतीश राणा ने दो मैचों में लगातार अर्धशतक जमाए। यहां बड़ी बात ये है कि उन्होंने ये अर्धशतक अलग-अलग क्रमों पर बल्लेबाजी करके लगाए हैं। राणा ने कहा, अलग-अलग क्रमों पर आकर लगातार अर्धशतक जमा देने के लिए खिलाड़ी में आत्मविश्वास होना चाहिए, राणा ने कहा आइपीएल की शुरुआत में आमतौर पर 'निरंतरता' को बनाए रखने की चिंता पर वो काबू पा चुके हैं।

राणा सुनील नरेन की गैरमौजूदगी में सलामी बल्लेबाज के रूप में बल्लेबाजी कर रहे हैं। राणा ने रविवार सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ पहले मैच में शानदार 68 रन बनाए, तो वहीं बुधवार को अपने दूसरे मैच में चौथे नंबर पर बल्लेबाजी कर किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ राणा ने 34 गेंदों में 63 रनों की बेहतरीन पारी खेली। इस पारी की बदौलत राणा ने दिल्ली कैपिट्लस के बल्लेबाज ऋषभ पंत को ऑरेंज कैप की दौड़ में पीछे छोड़ दिया पंत ने दो मैचों में 103 रन बनाए हैं जबकि राणा ने दो मैचों में 133 रन बनाकर ऑरेंज कैप की दौड़ में शीर्ष पर बने हुए हैं।

बुधवार की रात को राणा ने केकेआर की पंजाब पर 28 रन से जीत के बाद कहा, 'मैंने बहुत आगे के बारे में नहीं सोचा है। मैं अपनी बल्लेबाजी पर ऐसे ही काम करना चाहता हूं। टूर्नामेंट के शुरुआत में मैने जैसा प्रदर्शन किया है उसे अंत तक जारी रखना चाहता हूं।' आपको बता दें कि घरेलू क्रिकेट में राणा का प्रदर्शन बहुत निराशाजनक रहा था। उन्होंने सैय्यद मुश्ताक अली टी-20 टूर्नामेंट में महज 147 रन बनाए थे और रणजी ट्रॉफी में भी उनका प्रदर्शन कुछ अच्छा नहीं रहा था उन्होंने 6 मैचों में महज191 रन बनाए थे।

उन्होंने कहा, 'मैंने बल्लेबाजी पर ज्यादा काम नहीं किया लेकिन मानसिक दृढ़ता पर खूब काम किया। केकेआर अकादमी इस मायने में मेरे लिए काफी मददगार थी, क्योंकि मुझे अभिषेक भैया और डीके भैया ने काफी समय दिया, साथ ही उन्होंने मुझे स्पष्ट संदेह में मदद की। जिसके बाद से मुझे लगता है कि, मैं एक बेहतर खिलाड़ी बन गया हूं।'

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