Residential vs Commercial Property: जनिए किसमें निवेश करने पर होगा ज्‍यादा फायदा

Residential Property vs Commercial Property भारत में बढ़ती आबादी जनसांख्यिकी और न्यूक्लियर फैमिली की अवधारणा के साथ घर होना अधिक आवश्यक हो गया है जहां आप और आपके परिवार को सुरक्षा मिले। इससे अधिक से अधिक लोग घर खरीदना बनाम किराए पर लेने के विचार को आज़मा रहे हैं।

By Manish MishraEdited By: Publish:Mon, 21 Sep 2020 05:46 PM (IST) Updated:Tue, 22 Sep 2020 07:50 PM (IST)
Residential vs Commercial Property: जनिए किसमें निवेश करने पर होगा ज्‍यादा फायदा
Residential Property vs Commercial Property (PC: pixabay.com)

नई दिल्‍ली, मंजू याग्निक। यदि कोई एक ऐसा निवेश है जो सबसे उपयोगी साबित हुआ है, तो वह आवासीय घर में निवेश है, यह दीर्घकालिक रिटर्न की गारंटी देता है और निवेशक के लाइफ-टाइम के लिए आवास की आवश्यकता को सुरक्षित करता है। भारत में बढ़ती आबादी, जनसांख्यिकी और न्यूक्लियर फैमिली की अवधारणा के साथ, घर होना अधिक आवश्यक हो गया है जहां आप और आपके परिवार को सुरक्षा मिले। इससे अधिक से अधिक लोग घर खरीदना बनाम किराए पर लेने के विचार को आज़मा रहे हैं।

आज, जैसा कि अर्थव्यवस्था नए सामान्य (न्‍यू नॉर्मल) के अनुरूप होते हुए लग रही है - घर खरीदारों के पास घर खरीदने के कई कारण हैं। महाराष्ट्र सरकार ने घर को पंजीकृत करने के लिए लागू स्टांप ड्यूटी को घटाकर सिर्फ 2% तक कर दिया है (यह दर 1 सितंबर से 31 दिसंबर, 2020 तक लागू है)। केंद्र सरकार ने अपनी ओर से प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत सीएलएसएस को एक साल के लिए बढ़ा दिया है और आरबीआई ने रेपो रेट को घटाकर दो दशक के निचले स्तर पर कर दिया है जिससे कॉमर्शियल बैंक 7% पर होम लोन की पेशकश कर रहे हैं। रुपये के अवमूल्यन ने एनआरआई से मुद्रा लाभ का फायदा लेने और भारत में आवासीय रियल एस्टेट में निवेश करने के लिए बहुत रुचि आकर्षित की है। एनआरआई ने हमेशा अपने गृह देश में आवासीय संपत्ति खरीदने के लिए रुचि दिखाई है।

मौजूदा समय में लोग अपनी संचित पूंजी के साथ एक सुरक्षित जगह खरीदने के लिए जल्दबाज़ी कर रहे है। यह निर्विवाद रूप से निवेश के लिए एक उच्च माना जाने वाला विकल्प है, जिसे कई इसे 'स्थिर' आय का एक स्रोत के रूप में देख सकते हैं। रियल एस्टेट में निवेश हमेशा एक सुरक्षित निवेश रहा है क्योंकि इसकी लंबी अवधि है, इसमें अल्पकालिक अस्थिरता शामिल नहीं है, और यदि संपत्ति को बैंक ऋण के माध्यम से फाइनेंस किया जाता है, तो इसमें आयकर का लाभ भी मिलता है।

दूसरी ओर, निवेश के दृष्टिकोण से कॉमर्शियल या वाणिज्यिक रियल एस्टेट उनके उच्च लागत वाले सूचकांक के कारण उच्च रिटर्न दे रही थी, लेकिन महामारी के बाद वाणिज्यिक रियल एस्टेट के दोनों उप-खंड, यानी मॉल और ऑफिस स्पेस लॉकडाउन और वर्क फ्रॉम होम ट्रेंड रफ़्तार पकड़ने के कारण प्रतिकूल रूप से प्रभावित हुए हैं।

चूंकि मॉल्स को सोशल डिस्टेंसिंग के कारण सिमित भीड़ के साथ खोलने की अनुमति दी गई है, व्यवसाय और ब्रांड्स फिर से अपने किराए पर बातचीत कर रहे हैं, जिससे निवेशकों को कम किराया प्राप्त हो सकता है। इसके अलावा, ई-कॉमर्स अन्य सुरक्षा विकल्पों को उजागर करने के साथ 'ज़ीरो-कॉन्टेक्ट डिलीवरी' से सुर्खियों बटोर रहा है, जिससे वाणिज्यिक स्थानों के लिए आवश्यकता/इच्छा कम हो रही है। वाणिज्यिक रियल एस्टेट को ठीक होने में कुछ समय लग सकता है और तदनुसार रेट ऑफ़ रिटर्न प्रभावित हो सकती है क्योंकि इस वक्त लगभग 6 मिलियन वर्ग फुट कार्यालय स्थान खाली पड़ा हुआ है। कंपनियां कम खर्च करने का विचार कर सकती है और फ्लेक्सी-वर्किंग, को-वर्किंग स्पेस का विकल्प चुन सकती हैं, जो नियमित कार्यालय स्थान आवश्यकता को प्रभावित कर सकती हैं।

लंबी अवधि में वर्क फ्रॉम होम कार्यालयों की जगह नहीं ले सकते - यह महामारी के चलने तक क्षणिक घटना हो सकती है। चूंकि सरकार जीवन के साथ-साथ आजीविका को समान महत्त्व देते हुए चरणबद्ध तरीके से नियमित व्यवसाय के लिए अर्थव्यवस्था को अनलॉक कर रही है, सोशल डिस्टेंसिंग मानदंडों को सुनिश्चित करने के लिए अधिक कार्यालय स्थान की आवश्यकता हो सकती है। आत्मनिर्भर बनने के लिए सरकार की ओर से 'आत्मनिर्भर भारत' और 'वोकल फॉर लोकल' के लिए प्रोत्साहन उम्मीद की किरण होगा, जिससे भारत में कार्यालय स्थापित करने वाली कंपनियों से कार्यालय स्थान की मांग बढ़ने की उम्मीद है।

इन्फ्रा और हाउसिंग के विकास पर सरकार का ध्यान, कई उपायों की घोषणा निश्चित रूप से भारतीय रियल एस्टेट क्षेत्र को मदद करने वाली है और बदले में, रियल एस्टेट क्षेत्र के गुणक प्रभाव के कारण अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगी। अब आपको यह निर्णय लेने में निश्चित तौर पर मदद मिलेगी आपको रेजीडेंशियल प्रॉपर्टी में निवेश करना चाहिए या कॉमर्शियल प्रॉपर्टी में।

(लेखिका नाहर ग्रुप की वाइसचेयरपर्सन और नरेडको (महाराष्ट्र) की वाइस प्रेसिडेंट हैं। प्रकाशित विचार उनके निजी हैं।) 

chat bot
आपका साथी