Budget 2020 में महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के लिए 28,600 करोड़ रुपये का आवंटन
ही वित्त मंत्री ने बताया कि इस बजट में महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के लिए 28600 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। 'बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ' मोदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है। इस योजना पर काफी फोकस केंद्र सरकार का रहा है। बजट 2020 पेश करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान के परिणाम शानदार रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी भी स्तर की शिक्षा में अब लड़कियों के नामांकन का अनुपात पुरूषों से ज्यादा है। साथ ही वित्त मंत्री ने बताया कि इस बजट में महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के लिए 28,600 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है।
जल्द ही एक टास्क फोर्स बनेगा
वित्त मंत्री ने बजट भाषण के दौरान बताया, 'महिलाओं की शादी की उम्र 1978 में 15 साल से बढ़ाकर 18 कर दी गई। इसके लिए शारदा एक्ट लाया गया। इसका मकसद पोषण को बढ़ावा देना भी था। जल्द ही एक टास्क फोर्स बनेगा, जो छह महीनों में इस पर फिर से विचार-विमर्श करेगा।
लड़कियां, लड़कों से किसी मामले में पीछे नहीं
उन्होंने बताया कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ की सफलता उल्लेखनीय रही है। लड़कियों के स्कूल जाने का आंकड़ा लड़कों से ज्यादा है। 98 फीसद लड़कियां नर्सरी लेवल पर स्कूल जा रही हैं। बाहरवीं तक भी इसी तरह के आंकड़े हैं। अब लड़कियां, लड़कों से किसी मामले में पीछे नहीं हैं।
पोषण अभियान में लगीं 6 लाख सेविकाएं
पोषण मां के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। ये बच्चों के लिए भी अहम है। आंगनबाड़ी सेविकाएं स्मार्टफोन के जरिए पोषण की स्थिति बताती हैं। पोषण अभियान के जरिए छह लाख से ज्यादा सेविकाएं इस काम में लगी हैं।