बाजार के बाद बिटकॉइन ने मचाया हाहाकार, टूटकर 6,000 डॉलर से भी नीचे आया

एक्सपर्ट का मानना है कि आप बिटकॉइन को करेंसी नहीं मान सकते हैं

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Tue, 06 Feb 2018 04:15 PM (IST) Updated:Tue, 06 Feb 2018 04:37 PM (IST)
बाजार के बाद बिटकॉइन ने मचाया हाहाकार, टूटकर 6,000 डॉलर से भी नीचे आया
बाजार के बाद बिटकॉइन ने मचाया हाहाकार, टूटकर 6,000 डॉलर से भी नीचे आया

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। साल 2017 में 19,000 डॉलर का स्तर छूने वाला बिटकॉइन साल 2018 के फरवरी महीने में टूटकर 6,000 डॉलर से भी नीचे आ चुका है। मंगलवार के कारोबार में बिटकॉइन टूटकर 5,921 डॉलर आ गया। करीब एक महीने पहले इसका स्तर 17,150 डॉलर का था। यह करीब 65 फीसद की गिरावट है। लक्जमबर्ग आधारित क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज बिटस्टैंप के मुताबिक यह जानकारी सामने आई है। गौरतलब है कि आज शेयर बाजार की शुरुआत भी गिरावट के साथ हुई थी।

बिटकॉइन की कीमतों में बीते एक महीने से गिरावट देखने को मिल रही है जिसकी मुख्य वजह नियामकीय कार्यवाही को माना जा रहा है। 1 फरवरी 2018 को पेश किए गए आम बजट में भी केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा था कि बिटकॉइन को लीगल टेंडर नहीं माना जा सकता है। उन्होंने कहा था कि सरकार इस पर अंकुश लगाने के प्रयास कर रह है। इसी के बाद से अंतरराष्ट्रीय बाजारों में भी इसकी कीमत में गिरावट देखने को मिल रही है।

बिटकॉइन से कमाई करने वालों से कर वसूलने की तैयारी में आयकर विभाग, जारी किए लाखों नोटिस: सीबीडीटी

आयकर विभाग ने उन लाखों लोगों को नोटिस जारी किए हैं जिन्होंने अपना पैसा बिटकॉइन में लगा रखा है और वह इसमें किए गए निवेश से होने वाली कमाई पर कर वसूलने की तैयारी कर रहा है। यह बात सीबीडीटी प्रमुख ने कही है। सीबीडीटी के चेयरमैन सुशील चंद्रा ने बताया कि यह बात कर अधिकारियों की जानकारी में आई है कि कई ऐसे निवेशकों ने अपने लाभों पर "अग्रिम कर का भुगतान नहीं किया" जबकि कुछ ने इन निवेशों के बारे में अपने पूर्व रिटर्न में कोई जानकारी देना उचित नहीं समझा। आयकर विभाग ने पिछले साल दिसंबर में बिटकॉइन से जुड़े एक्सचेंजों में अखिल भारतीय सर्वेक्षण किए थे।

उन्होंने कहा, “हमने नोटिस (निवेशकों को) जारी किए हैं और वो कर भुगतान करने को राजी हो गए हैं। हम निश्चित तौर पर कर वसूली करेंगे, जहां तक कि उन पैसों का सवाल है जिसका निवेश किया गया लेकिन उसका कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया।”

आखिर है क्या बिटकॉइन?

केडिया कमोडिटी के प्रमुख अजय केडिया ने बताया कि पहली बात यह है कि बिटकॉइन कोई करेंसी नहीं है। करेंसी की परिभाषा के मुताबिक किसी भी देश की मुद्रा में कुछ की हफ्तों के भीतर दोगुने और तीन गुने तक का उछाल नहीं आता है, क्योंकि मुद्रा स्थिर होती है और इसका इस्तेमाल लेन-देन में किया जाता है। साल 2017 में बिटकॉइन ने 11000 डॉलर का स्तर छूने के बाद 9000 डॉलर का स्तर छुआ और यह फिर यह 19000 डॉलर के पार चला गया। किसी भी मुद्रा में इस तरह का उतार-चढ़ाव नहीं आता है। ऐसी अस्थितरता सामान्यतया: किसी निवेश विकल्प में ही आ सकती है।

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