नोट बैन के बाद अब चैक बुक को बैन कर सकती है केंद्र सरकार

अगर चैक बुक को बंद किया जाता है तो उन बिजनेस को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है जो अधिकांश लेन-देन चेक से करते हैं

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Tue, 21 Nov 2017 06:54 PM (IST) Updated:Tue, 21 Nov 2017 07:00 PM (IST)
नोट बैन के बाद अब चैक बुक को बैन कर सकती है केंद्र सरकार
नोट बैन के बाद अब चैक बुक को बैन कर सकती है केंद्र सरकार

नई दिल्ली (जेएनएन)। बीते साल लिए गए नोटबंदी के फैसले के बाद अब केंद्र सरकार एक और बैन की तैयारी कर सकती है। माना जा रहा है कि अब केंद्र सरकार चैक बुक को भी बैन कर सकती है। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने बीते साल 8 नवंबर को नोटबंदी का फैसला लिया था जिसके बाद 500 और 1000 रुपए के नोट अमान्य कर दिए गए थे। ये उस वक्त बाजार में प्रचलित कुल नकदी का 86 फीसद हिस्सा थे।

कॉन्फेड्रेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 16 नवंबर को कहा था कि डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्र "निकट भविष्य" में बैंक चेक बुक सुविधा को वापस ले सकता है। कैट के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने बताया कि सरकार को फिलहाल डेबिट और क्रेडिट कार्ड के उपयोग को प्रोत्साहित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “सभी संभावनाओं के मद्देनजर, केंद्र डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहित करने के लिए निकट भविष्य में चेक बुक सुविधा को वापस ले सकता है।”

चैक बुक खत्म होने का क्या होगा असर: नोटबंदी के फैसले ने देश के गरीब तबके (मजदूरों) से लेकर बड़े उद्योगपतियों तक सभी को परेशान किया था। नोटबंदी के प्रभाव से अब लोग काफी हद तक उबर चुके हैं, लेकिन अगर ऐसे समय में चैक बुक की सुविधा को वापस लिया जाता है तो इसका एक व्यापक असर देखने को मिल सकता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अधिकांश बिजनेस अब चेक के माध्यम से होते हैं। अगर चेक बुक को खत्म कर दिया जाता है तो लेन-देन के मोर्चे पर एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ सकता है।

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