जेटली ने बजट से पहले और कटौती के दिए संकेत

नवंबर में ही राजकोषीय घाटा लक्ष्य के पार चले जाने के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को व्यय में और कटौती के दिए जिससे चालू वित्त वर्ष के लिए इसे सीमित दायरे में रखा जा सके। उन्होंने कहा कि उन्हें उधार के धन से काम चलाने में कोई

By Sanjay BhardwajEdited By: Publish:Fri, 06 Feb 2015 01:05 PM (IST) Updated:Fri, 06 Feb 2015 01:14 PM (IST)
जेटली ने बजट से पहले और कटौती के दिए संकेत

मुंबई। नवंबर में ही राजकोषीय घाटा लक्ष्य के पार चले जाने के बीच वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को व्यय में और कटौती के दिए जिससे चालू वित्त वर्ष के लिए इसे सीमित दायरे में रखा जा सके। उन्होंने कहा कि उन्हें उधार के धन से काम चलाने में कोई भरोसा नहीं है।

जेटली ने यहां मौजूद उद्योगपतियों और योजना निर्माताओं को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए कहा, जहां तक सरकार का संबंध है, हम व्यय को तर्कसंगत बनाने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि हम नहीं चाहते कि सरकार अनिश्चितकाल तक उधार के धन से काम चलाए।

उन्होंने कहा, अपनी आय से ज्यादा खर्च करने और ऋण चुकाने का जिम्मा अगली पीढी पर छोड देने की पूरी अवधारणा पर आज जरुरत से ज्यादा खर्च कर रहे हैं लेकिन यह कभी भी विवेकपूर्ण राजकोषीय नीति नहीं है।

जेटली ने व्यय में 10 प्रतिशत की कटौती के अलावा भी कटौती का संकेत दिया जिसकी घोषणा सरकार ने राजकोषीय घाटे को बजट में प्रस्तावित 4.1 प्रतिशत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए की थी. हालांकि यह लक्ष्य 31 मार्च को समाप्त हो रहे चालू वित्त वर्ष से चार महीने महीने नवंबर में ही पार हो चुका है।

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