फेड ने इस वर्ष चौथी बार किया ब्याज दरों में इजाफा, ट्रंप की चेतावनी को किया दरकिनार

बुधवार को फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.25 फीसद का इजाफा कर दिया है। इस इजाफे के साथ ही बेंचमार्क दरें वर्ष 2008 के बाद सेअपने उच्चतम बिंदु पर पहुंच गईं हैं

By Praveen DwivediEdited By: Publish:Thu, 20 Dec 2018 10:32 AM (IST) Updated:Thu, 20 Dec 2018 05:24 PM (IST)
फेड ने इस वर्ष चौथी बार किया ब्याज दरों में इजाफा, ट्रंप की चेतावनी को किया दरकिनार
फेड ने इस वर्ष चौथी बार किया ब्याज दरों में इजाफा, ट्रंप की चेतावनी को किया दरकिनार

नई दिल्ली (बिजनेस डेस्क)। अमेरिका के केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व (फेड रिजर्व) ने इस वर्ष चौथी बार ब्याज दरों में इजाफा किया है। फेड की तरफ से ब्याज दरों में की गई बढ़ोतरी अमेरिकी अर्थव्यवस्था के मजबूत होने की तरफ इशारा कर रही है। हालांकि फेड ने अगले साल के दौरान कम संख्या में इजाफे के संकेत दिए हैं।

बुधवार को फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 0.25 फीसद का इजाफा किया। इस इजाफे के साथ ही बेंचमार्क दरें वर्ष 2008 के बाद सेअपने उच्चतम बिंदु पर पहुंच गईं हैं। इसका सीधा सा मतलब यह हुआ कि उपभोक्ताओं एवं व्यापारियों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा।

फेड की ओर से यह कदम ऐसे समय में उठाया गया है जब हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्याज दरों में इजाफे को लेकर फेडरल रिजर्व और इसके चेयरमैन जेरोम पॉवेल पर निजी तौर पर हमला किया था। ट्रंप ने शिकायती लहजे में कहा था कि ऐसा कदम अर्थव्यवस्था के लिए नुकसानदेह है।

फेड की घोषणा के बाद हुए न्यूज कान्फ्रेंस में पॉवेल ने कहा कि ट्रम्प के ट्वीट्स और बयानों का केंद्रीय बैंक की नीति निर्माण पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हालिया पॉलिसी मीटिंग के बाद फेड की ओर से जारी बयान में कहा गया कि आगे सिर्फ कुछ क्रमिक वृद्धि की संभावना है जिसे धीरे-धीरे बढ़ाया जाना है। फेड के अपडेट अगले वर्ष दो बार ब्याज दरों में बढ़ोतरी के संकेत देते हैं जबकि सितंबर में उसने तीन बार इजाफे की बात कही थी।

फेड के इस फैसले का असर भारत समेत एशियाई बाजारों पर दिख रहा है। सेंसेक्स में करीब 250 अंकों से अधिक की गिरावट आई है।

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