नेपाल के भूकंप पीड़ितों के लिए फेसबुक लेकर आया डोनेट बटन
नेपाल में आए भीषण भूंकप के शिकार लोगों की मदद के लिए दुनिया भर से हाथ उठ रहे हैं। एक तरफ भारत सरकार जहां नेपाल में राहत कार्य में जोर-शोर से जुटी है तो दूसरी तरफ फेसबुक जैसा सोशल मीडिया प्लेटफार्म भी अपने तरीके से भूंकप पीड़ितों की मदद करने
नई दिल्ली। नेपाल में आए भीषण भूंकप के शिकार लोगों की मदद के लिए दुनिया भर से हाथ उठ रहे हैं। एक तरफ भारत सरकार जहां नेपाल में राहत कार्य में जोर-शोर से जुटी है तो दूसरी तरफ फेसबुक जैसा सोशल मीडिया प्लेटफार्म भी अपने तरीके से भूंकप पीड़ितों की मदद करने की पुरजोर कोशिशें कर रहा है। पहले तो फेसबुक ने अपने प्रयोगकर्ताओं को अपने सुरक्षित होने की जानकारी अपने मित्रों व परिचितों तक पहुंचाने के लिए 'सेफ मार्क' बटन लांच किया था। अब इसी कड़ी में फेसबुक ने नया 'डोनेट बटन' लांच किया है।
अब आप फेसबुक में लाग इन करने के बाद 'डोनेट बटन' पर क्लिक कर नेपाल में खाने की कमी से जुझ रहे हजारों लोगों की मदद कर सकते हैं। साथ ही फेसबुक ने अपनी तरफ से भी भूकंप पीड़ितों के लिए 20 लाख डॉलर मदद देने की घोषणा की है।
फेसबुक ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि लोग नेपाल, भारत और बांग्लादेश के भूकंपपीड़ितों की मदद के लिए जोर-शोर से आगे आ रहे हैं। अब लोग डोनेट बटन के माध्यम से राहत कार्यों में जुटे अंतरराष्ट्रीय निकायों और संगठनों तक सीधे अपनी मदद पहुंचा सकते हैं।
फेसबुक ने आगे कहा कि ऐसा देखने को मिला रहा है कि आपदा के दौरान लोग फेसबुक से माध्यम से जानकारी ढूंढते हैं, अपने अनुभवों को साझा करते हैं तथा एक-दूसरे की मदद करते हैं। वहीं, अमेरिका ने भी फेसबुक की इस पहल की मदद करते हुए घोषणा की है वह एक करोड़ डॉलर की मदद करेगा। नेपाल में चार अमेरिकी नागरिक भी मारे गए हैं।
फेसबुक की इस पहल ने साबित किया है कि सोशल मीडिया महज टाइमपास का साधन नहीं है, बल्कि विपत्ति के दौरान यह कहीं अधिक प्रभावी और मददगार माध्यम साबित हो सकता है। अतीत में ऐसी कई घटनाएं देखने को मिली है जब विपत्ति के क्षणों में पीड़ितों ने मदद की गुहार फेसबुक से माध्यम से लगाई है और समय रहते उन्हें मिली भी है।
आज के समय में फेसबुक जैसे सोशल प्लेटफार्मों के महत्व को देखते हुए भारत सरकार भी फेसबुक और ट्विटर पर बेहद सक्रिय है तथा नेपाल के भूकंप पीड़ितों तक सूचना पहुचाने के लिए तथा गुमशुदा लोगों की तलाश के लिए इन माध्यमों का उपयोग कर रही है।