Bank of Baroda महिला स्वयं सहायता समूहों को देगी 1 लाख रुपये तक की वित्तीय मदद
बैंक ऑफ बड़ौदा COVID-19 से उपजे वित्तीय संकट में महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को 1 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता मुहैया कराएगी।
नई दिल्ली, पीटीआइ। बैंक ऑफ बड़ौदा COVID-19 से उपजे वित्तीय संकट में महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) को 1 लाख रुपये तक की वित्तीय सहायता मुहैया कराएगी। मंगलवार को बैंक ने इस बारे में जानकारी दी। बैंक ने किसी भी नकदी समस्या से निपटने के लिए किसान उत्पादक संगठनों (FPO/FPC) के लिए एक आपातकालीन क्रेडिट लाइन की भी घोषणा की है। SHGs-COVID19 योजना के तहत, बैंक नकद क्रेडिट या ओवरड्राफ्ट या टर्म लोन के रूप में मौजूदा SHG की सुविधाओं को सहायता करेगा।
बैंक ने एक बयान में कहा, न्यूनतम कर्ज राशि 30,000 रुपये प्रति SHG है और योजना के तहत दी गई अधिकतम कर्ज राशि एक लाख रुपये प्रति सदस्य है, इसे 24 महीनों में चुकाना होगा। इस योजना के तहत रीपेमेंट मासिक या तीन महीने के आधार पर होगा।
डेयरी और मत्स्य पालन क्षेत्र में उधारकर्ताओं के लिए बैंक कृषि समुदाय को तत्काल रखरखाव सुविधा देगा, ताकि COVID-19 के कारण कृषि रखरखाव और कृषि संबंधी अन्य गतिविधियों के लिए पैसे धन की आवश्यकता को पूरा किया जा सके।
इसकी सीमा एग्रीकल्चर सैंक्शन लिमिट के 10 फीसद के बराबर है। रेगुलर इंवेस्टमेंट क्रेडिट एग्रीकल्चर अकाउंट के लिए न्यूनतम सीमा 10 हजार रुपये और अधिकतम सीमा 50 हजार रुपये की है।
बैंक फसल कर्ज लेने वालों को कृषि और संबंधित घरेलू उद्देश्यों की पूर्ति के लिए इंस्टेंट क्रेडिट भी देगा।