सूरत के रास्ते विदेश पहुंचा 2जी घोटाले का पैसा

प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 5,395 करोड़ रुपये के हवाला घोटाले की जांच में पता चला है कि आपरेटरों ने 2जी घोटाले का पैसा भी विदेश तक पहुंचाया है। सूरत के रास्ते 2जी घोटाले का पैसा स्विटजरलैंड जैसे कर छूट वाले सुरक्षित ठिकाने तक पहुंचाया गया। इस काम को सूरत में चलने

By Rajesh NiranjanEdited By: Publish:Fri, 10 Jul 2015 09:29 PM (IST) Updated:Fri, 10 Jul 2015 09:55 PM (IST)
सूरत के रास्ते विदेश पहुंचा 2जी घोटाले का पैसा

अहमदाबाद। प्रवर्तन निदेशालय द्वारा 5,395 करोड़ रुपये के हवाला घोटाले की जांच में पता चला है कि आपरेटरों ने 2जी घोटाले का पैसा भी विदेश तक पहुंचाया है। सूरत के रास्ते 2जी घोटाले का पैसा स्विटजरलैंड जैसे कर छूट वाले सुरक्षित ठिकाने तक पहुंचाया गया। इस काम को सूरत में चलने वाले फर्मों के जरिए अंजाम दिया गया। ये फर्म रैकेट चलाने के लिए तैयार किए गए थे।

प्रवर्तन निदेशालय के अहमदाबाद क्षेत्र द्वारा दुबई में कारोबार करने वाले मनीष शाह की सूरत में 1 जुलाई को हुई गिरफ्तारी के बाद यह खुलासा हुआ है। मनीष को कई करोड़ के हवाला घोटाले में कथित भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया है।

प्रवर्तन निदेशालय में सूत्रों के मुताबिक, शाह की गिरफ्तारी के बाद 2जी घोटाले की रिश्वत की राशि को विदेश भेजने से संबंधित सबूत पाए गए। यह खुलासा हुआ कि 2जी घोटाले की राशि सूरत के रास्ते चेन्नई से दुबई और हांगकांग भेजी गई। अब सूत्रों ने खुलासा किया है कि प्रवर्तन निदेशालय को ऐसे महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे हैं जिससे संकेत मिलाता है कि 2जी घोटाले का पैसा गैरकानूनी रूप से टैक्स हैवन के रूप में माने जाने वाले देशों तक पहुंचाया गया। स्विटजरलैंड जैसे देश को 'टैक्स हैवन' माना जाता है। यहां चेन्नई से सूरत के रास्ते धन पहुंचाया गया।

प्रवर्तन निदेशालय सूत्रों के मुताबिक, दुबई में माब्रुक ट्रेडिंग नाम के फर्म का मालिक शाह ने विभिन्न हवाला चैनलों के जरिए 700 करोड़ रुपये हासिल किए। महत्वपूर्ण आरोपी अफरोज फत्ता और मदनलाल जैन 5,395 करोड़ रुपये का हवाला चैनल चाले के मामले में आरोपी है। इन्होंने भी शाह तक पैसे पहुंचाए थे।

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