2000 का नोट चलन से बाहर होने पर क्या कम हो जाएगी FD पर ब्याज दर? आपकी कमाई पर कितना होगा असर
2000 Note Withdrawal 2000 का नोट पिछले महीने केंद्रीय बैंक की ओर से चलन से बाहर किया गया था। इसका बैंक एफडी रेट्स पर क्या असर होगा। आइए जानते हैं विस्तार से इसके बारे में... (फोटो - जागरण ग्राफिक्स)
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की ओर से 2000 के नोट को सर्कुलेशन से बाहर करने का फैसला लिया गया है। लोगों को 30 सितंबर तक अपने पास मौजूद 2000 रुपये के नोट जमा कराने का समय दिया गया है। माना जा रहा है कि आरबीआई के इस कदम का असर एफडी रेट्स पर भी हो सकता है।
2000 के नोट बैंक का एफडी रेट्स पर क्या असर होगा?
2000 का नोट बैंक में आने के कारण बैंकों की लिक्विडिटी की समस्या हल हो सकती है। मौजूदा समय में लोन ग्रोथ या क्रेडिट ग्रोथ डिपाजिट ग्रोथ के मुकाबले काफी कम है।
आरबीआई के डाटा के मुताबिक, वित्त वर्ष 2022-23 में डिपाजिट ग्रोथ 9.6 प्रतिशत थी, जबकि क्रेडिट ग्रोथ 15 प्रतिशत थी। इस गैप को भरने के लिए सरकारी बैंकों के साथ निजी बैंकों को ग्राहकों को एफडी पर आकर्षक ब्याज ऑफर करनी पड़ रही थी, लेकिन 2000 का नोट आने से ये समस्या कुछ हद कम हो सकती है।
बता दें, अगर बैंक डिपाजिट और क्रेडिट ग्रोथ के गैप को कम नहीं करते हैं तो ये बैंकों की आर्थिक सेहत के लिए ठीक नहीं रहता है। बैंक अपनी कैपिटल को जल्द समाप्त कर देते हैं और बार-बार पूंजी जुटाने के लिए निवेशकों के पास जाना पड़ता है।
MPC की बैठक कब होगी?
ब्याज दरें तय करने के लिए होने वाली आरबीआई की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC)की बैठक 6 से 8 जून तक होनी है। पिछली बार अप्रैल में हुई एमपीसी की बैठक में ब्याज दर स्थिर रखने का फैसला किया गया था।
2000 को कितने नोट सर्कुलेशन में हैं?
आरबीआई के डाटा के मुताबिक, देश के चल रही कुल करेंसी वैल्यू का 10.8 प्रतिशत हिस्सा 2000 के नोट से आता है। केंद्रीय बैंक द्वारा बताया गया है कोई भी व्यक्ति एक बार में 20000 रुपये या अधिकतम 10 नोट बदल सकता है।
एसबीआई द्वारा जारी नोटिस में कहा गया कि 2000 का नोट बदलने के लिए किसी भी प्रकार का फॉर्म या स्लिप भरने की आवश्यकता नहीं है। आप बैंक जाकर कितनी भी बार 2000 के नोट बदल सकते हैं। इसके लिए किसी भी प्रकार की आईडी नहीं दिखानी होगी। वहीं, पंजाब नेशनल बैंक की ओर से 2000 का नोट बदलने के लिए भी इसी प्रकार का स्पष्टीकरण दिया गया था।