मेडिकल कॉलेज में शीघ्र खुलेगा स्किल लैब

चिकित्सक, नर्स व मेडिकल स्टाफ को एडवांस तकनीक से अपडेट किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 29 Jun 2018 01:05 AM (IST) Updated:Fri, 29 Jun 2018 01:05 AM (IST)
मेडिकल कॉलेज में शीघ्र खुलेगा स्किल लैब
मेडिकल कॉलेज में शीघ्र खुलेगा स्किल लैब

बेतिया। चिकित्सक, नर्स व मेडिकल स्टाफ को एडवांस तकनीक से अपडेट किया जाएगा। उन्हें प्रशिक्षण देकर बेहतर इलाज करने योग्य बनाया जाएगा। जच्चा-बच्चा सहित आम मरीजों की बेहतर देखभाल के लिए अब उन्हें आधुनिक तकनीक से लैस किया जाएगा। संचालन के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण दिए जाएंगे। इसके लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज में स्किल लैब की स्थापना की जाएगी। विभागीय जानकारों की मानें तो स्किल लैब निर्माण के लिए स्थल निरीक्षण का कार्य पूरा कर लिया गया है। यदि सब-कुछ ठीक-ठाक रहा तो बहुत जल्द ही निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा। स्किल लैब की स्थापना को लेकर चिकित्सक व नर्सों में काफी खुशी है। अब उन्हें भी देश विदेश में विकसित आधुनिक चिकित्सा पद्धति से अवगत होने का अवसर प्राप्त होगा इसको लेकर वे काफी उत्साहित हैं।

------------------------ क्या है स्किल लैब

बेतिया : स्किल लैब चिकित्सक व नर्सो को प्रशिक्षण देने का केंद्र हैं। पहले इसकी व्यवस्था जिले में नहीं थी। मेडिकल कॉलेज खुलने के साथ ही इसकी स्थापना की उम्मीद बढ़ गई हैं। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज को अत्याधुनिक उपकरणों से सुसज्जित करने के लिए विभाग की ओर से कवायद शुरू कर दी गई हैं। इसी कड़ी में यहां स्किल लैब की स्थापना का भी निर्णय लिया गया हैं। ताकि चिकित्सक व नर्सो को प्रशिक्षण देकर उन्हे अत्याधुनिक उपकरणों से लैस कराया जा सके। हालांकि प्रशिक्षण की प्रक्रिया निरंतर चलती रहेगी। स्किल लैब में चिकित्सक व नर्स नए-नए मेडिकल साइंस व इलाज की विधि से अपडेट होते रहेंगे। अमेरिका, जापान आदि देशों की तकनीक से उन्हे हमेशा अवगत कराया जाएगा।

------------------------ शिशु मृत्यु दर पर लगेगी लगाम

बेतिया : गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज व सरकारी अस्पताल को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की योजना पर काम चल रहा है। विभागीय अधिकारी इस पर लगातार फोकस कर रहे हैं। इसके लिए चिकित्सक, नर्स व कर्मचारियों को नई-नई तकनीकों से अपडेट करने की कवायद चल रही हैं। इसी में से एक हैं स्किल लैब। विभागीय अधिकारियों के अनुसार इससे मरीजों को बेहतर सुविधा तो मिलेगी ही शिशु मृत्यु दर पर भी लगाम लगेगा। कारण एएनएम, नर्स व मेडिकल स्टाफ को आधुनिक प्रशिक्षण देकर उन्हें सुरक्षित प्रसव योग्य बनाया जाएगा।

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