भाई की लंबी उम्र को ले बहनें आज करेंगी भैया दूज

संवाद सूत्र, हाजीपुर : चित्रगुप्त पूजा 9 नवंबर को मनाई जाएगी। जिसकी तैयारी युद्धस्तर से की जा रही है। तैयारी को ले मंगलवार को हाजीपुर में अखिल भारतीय कायस्थ महासभा के तत्वावधान में बैठक हुई। बैठक में तैयारी की गहन समीक्षा की गई। साथ ही कमिटी का गठन किया गया। जिसमें डॉ. प्रवीण कुमार को स्वागताध्यक्ष बनाया गया। बैठक को संबोधित करते हुए युवा संभाग के राष्ट्रीय महामंत्री रंजीत श्रीवास्तव ने कहा कि 9 नवंबर को चित्रगुप्त पूजा के बाद शाम 6 बजे से अभिनंदन मिलन समारोह एवं भव्य भंडारा का आयोजन किया जाएगा। इस मौके पर नगर पार्षद निकेत कुमार डब्लू, विजय श्रीवास्तव, मुकेश वर्मा, संजीत कुमार, र¨वद्र कुमार, उमाशंकर वर्मा, शिव कुमार वर्मा, अजीत किशोर नारायण, कुमार राजेशम, राजीव श्रीवास्तव, कार्तिक कुमार, डॉ. केके सिन्हा, अभिनीत कुमार, राकेश रंजन, गौतम श्रीवास्तव, सुनील रंजन, राज कुमार दिवाकर, हेमलता वर्मा आदि मौजूद थे।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 08 Nov 2018 07:06 PM (IST) Updated:Thu, 08 Nov 2018 07:06 PM (IST)
भाई की लंबी उम्र को ले बहनें आज करेंगी भैया दूज
भाई की लंबी उम्र को ले बहनें आज करेंगी भैया दूज

वैशाली। कार्तिक शुक्ल पक्ष द्वितीया को बहनें भाई की लंबी उम्र की कामना को लेकर भैया दूज करती है। जिसे आम बोलचाल के भाषा में गोधन कहा जाता है। शुक्रवार को होने वाली पूजा की तैयारी पूरी कर ली गई है।

¨हदू धर्म में भाई-बहन के स्नेह व सौहार्द का प्रतीक यह पर्व दीपावली के दो दिन बाद मनाया जाता है। यह दिन यम द्वितीया भी कहलाता है। इसलिए यह पर्व पर यम देवता की पूजा भी की जाती है। एक मान्यता के अनुसार इस दिन जो यम देव की उपासना करता है उसे असामयिक मृत्यु का भय नहीं रहता है। भैया दूज को महिलाएं गाय के गोबर से गोधन बनाकर इसकी पूजा-अर्चना करती हैं। भैयादूज के दिन महिलाएं पहले भाई को मरने का श्राप देती है फिर गोधन की पूजा पूरे विधि-विधान से कर अपने जीभ में रेंगनी के कांटे को चूभाकर अपने भाई के लंबी उम्र की कामना करती है। मान्यता है कि ऐसा करने से भाई की लंबी उम्र और घर अन्य-धन्य से भर जाता है। माना जाता है कि इस दिन शुभ मुहूर्त में अगर भाई और बहन साथ में जमुना नदी में स्नान करे तो भाई और बहन का हमेशा का रिश्ता बना रहता है और भाई की उम्र बढ़ती है। यमुना तट पर भाई-बहन का भोजन करना भी शुभ माना जाता है। भैया दूज पर बहनें अपने भाइयों को तिलक लगाकर उनके लंबी उम्र एवं सुखी जीवन की कामना करती है। हाजीपुर संस्कृत महाविद्यालय के व्याख्याता आचार्य अखिलेश कुमार ओझा के अलावा कई पंडितों ने बताया कि भैयादूज का पर्व 9 नवंबर को है। सूर्योदय से लेकर दोपहर 12 बजे तक भैया दूज का ज्यादा अच्छा मुहूर्त है। इस पर्व के अवसर पर बहन अपने भाई को प्रसाद के रूप में केराव एवं भोजन भी कराती है। इसके बदले भाई बहन को अपने साम‌र्थ्य अनुसार तोहफा देता है।

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