प्रतापगंज में दस किमी तक बनाई जाएगी मानव श्रृखंला, किया गया पूर्वाभ्यास

इन दिनों बचपन नशे की गिरफ्त में आता जा रहा है। नशा भी ऐसा जिसके बारे में उसे बेचने वाले भी अंजान हैं। भीख मांगने वाले कबाड़ बीनने वाले अथवा ऐसे बच्चे जिसको लेकर अभिभावकों को उसकी कोई चिता नहीं होती ये बच्चे फ्ल्यूड खरीदकर उसका नशा कर रहे हैं। इतना ही नहीं इन बच्चों को नशा का डोज दे अपराध की दुनिया में जबरन ठेला भी जा रहा है। ककहरा सीखने की उम्र में इन्हें अपराध का ककहरा पढ़ाया जा रहा है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 30 Dec 2019 06:43 PM (IST) Updated:Tue, 31 Dec 2019 06:16 AM (IST)
प्रतापगंज में दस किमी तक बनाई जाएगी मानव श्रृखंला, किया गया पूर्वाभ्यास
प्रतापगंज में दस किमी तक बनाई जाएगी मानव श्रृखंला, किया गया पूर्वाभ्यास

संवाद सूत्र, प्रतापगंज(सुपौल): 19 जनवरी 2020 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर जल-जीवन-हरियाली, बाल विवाह उन्मूलन की सफलता को ले बनने वाली मानव श्रृखंला के लिए प्रखंड स्तर पर प्रशासनिक तैयारियों का दौर प्रारंभ हो गया है। इस क्रम में सोमवार को बीआरसी परिसर में प्रखंड के सभी स्कूलों के एचएम, तालीमी मरकज, मिशन गुणवत्ता, केआरपी और शिक्षा स्वयंसेवकों के साथ प्रभारी बीडीओ राजाराम पासवान ने बैठक कर सरकार के निर्णयानुसार 19 जनवरी को आयोजित होने वाली मानव श्रृंखला के आयोजन को सफल बनाने को लेकर विस्तृत चर्चा की। बीडीओ ने उपस्थित लोगों से कहा कि प्रखंड क्षेत्र में यह श्रृंखला प्रखंड के पश्चिमी सीमा के चिलौनी उत्तर पंचायत के मझौआ फोरलेन सड़क से भवानीपुर उत्तर पंचायत होते हुए गोविदपुर पंचायत के गढि़या गांव से पूरब छातापुर प्रखंड सीमा क्षेत्र के मिरचईया नदी तक 10 किलोमीटर बनेगी। इसके अलावा प्रखंड मुख्यालय से पश्चिम सुखानगर पंचायत होते हुए राघोपुर प्रखंड सीमा के भेंगाधार तक 6 किलोमीटर ग्रामीण सड़क पर मानव श्रृंखला बनेगी। उन्होंने बताया कि प्रखंड मुख्यालय से बाजार के गोल चौक होते हुए सिमराही पीडब्ल्यूडी सड़क होकर दुअनियां गांव के 57 फोरलेन सड़क पर 4 किलोमीटर तक मानव श्रृंखला बनाई जायेगी। उन्होंने बताया कि मानव श्रृंखला का मुख्य उद्देश्य सरकार द्वारा चलाये जा रहे जल जीवन हरियाली, बाल विवाह मुक्त समाज, दहेज से मुक्ति और नशा मुक्ति अभियान को शत-प्रतिशत सफल करने के लिए लोगों में जागरूकता लाना है। उन्होंने बताया कि लोगों में जागरूकता लाने के लिए कला जत्था का आयोजन भी 9 से 12 जनवरी तक ग्रामीण क्षेत्रों में प्रारंभ किया जायेगा। बीडीओ ने शिक्षकों को निर्देश दिया कि आप अपने स्कूलों पर बच्चों और अभिभावकों के साथ सामूहिक बैठक कर सरकार द्वारा उक्त अभियान की सफलता के लिए जागरूक करने की पहल शुरु कर दें। इस क्रम में बच्चों के बीच रंगोली, खेलकूद, भाषण, निबंध प्रतियोगिता का भी आयोजन करें। बैठक में केआरपी लालबहादुर सिंह ने जानकारी दी कि मानव श्रृंखला को लेकर 75 प्रतिशत दीवाल लेखन का कार्य पूरा कर लिया गया है। बैठक की समाप्ति के बाद उपस्थित लोगों ने शिक्षकों के साथ मानव श्रृंखला बनाने का पूर्वाभ्यास भी किया ।

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