सीपीआर 21 इस्लाम की रक्षा के लिए ह•ारत इमाम हुसैन ने दिया बलिदान : मौलाना इश्तेयाक हुसैन

इस्लाम की रक्षा के लिए बलिदान दिया ह•ारत इमाम हुसैन ने मौलाना इश्तेयाक हुसैन

By JagranEdited By: Publish:Sat, 19 Oct 2019 06:28 PM (IST) Updated:Sun, 20 Oct 2019 06:19 AM (IST)
सीपीआर 21
इस्लाम की रक्षा के लिए ह•ारत इमाम हुसैन ने दिया बलिदान : मौलाना इश्तेयाक हुसैन
सीपीआर 21 इस्लाम की रक्षा के लिए ह•ारत इमाम हुसैन ने दिया बलिदान : मौलाना इश्तेयाक हुसैन

जासं, छपरा : ह•ारत इममहुसैन ने मानवता की रक्षा एवं इस्लाम की रक्षा के लिए जो अपना बलिदान दिया वह दुनिया में काबिले तारीफ है। उक्त बातें सीतापुर के मौलाना इश्तेयाक हुसैन ने फातमी इमामबाड़ा में चेहल्लुम के दौरान कही। उन्होंने कहा कि कर्बला के 72 शहीदों में सबसे छोटा 6 माह का दुधमुंहा बच्चा अली असगर था, जिसे य•ाीदी फौज ने पानी न देकर तीरो से मार डाला। चेहल्लुम के अवसर पर दहियावां स्तिथ बड़ा इमामबाड़ा, छोटा इमामबाड़ा, पैठान एवं स्व त़की नवाब साहब के इमामबाड़ा में मजलिस का आयोजन कर ह•ारत इमामहुसैन का ताबूत और उनके छोटे भाई ह•ारत अब्बास अ स का अलम-ए-मुबारक निकालकर कर्बला के 72 शहीदों को याद किया गया। इस अवसर पर दूर-दराज से आए सभी बूढ़े, बच्चे, जवान सभी ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। इस अवसर पर दाऊदअली ने कहा कि बाजू कट जाने पर भी ह़क का अलम ऊंचा है, कोई अब्बास से दुनिया मे अलमदार नही, चेहल्लुम के पूर्व संध्या के समय कर्बला के जलते हुए खेमो की याद में दहकते हुए अंगारो पर आग का मातम हुआ। जिसमें बड़ा इमामबाड़ा से जुलूस निकालकर छोटे इमामबाड़े में या हुसैन, या अब्बास की सदा के साथ अलम-ए-मुबारक के साए में आग पर से गुजरे। इस अवसर पर र•ा इमाम, डॉक्टर अस्करी राजा, ऩकी हैदर, •ा़फर अब्बास, शकील हैदर, मोहम्मद अब्बास नकवी, अली •ा़फर, जकीउल ह़क अख्तर, असगर अली, ऩकी हैदर, प्यारे हुसैन, शकील हैदर, इबरार हुसैन, मि•रा नादिर इमाम सहित सैकड़ो की संख्या में लोग मौजूद थे।

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